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बिहार में लूट की रकम बरामद करने में पुलिस को नहीं मिलती है सफलता, कहां होती है चूक?

पटना पुलिस अबतक लूटकांड में शामिल कई अपराधियों को गिरफ्तार कर चुकी है, लेकिन पुलिस को लूट की रकम बरामद करने में सफलता हासिल नहीं हुई है. ऐसे में ये सवाल लाजमी है कि आखिर कहां चूक रह जाती है.

Patna
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Published : Feb 17, 2020, 11:35 PM IST

पटना: जिले में बीते डेढ़ महीनों के अंदर अपराधियों ने लगभग 40 लाख से अधिक रुपये की लूट जैसी घटना को अंजाम दिया है. लगातार हो रही आपराधिक घटनाओं के मामले में पुलिस ने कई अपराधियों को गिरफ्तार किया है. लेकिन गिरफ्तार अपराधियों के पास से लूट के रुपए बरामद करने में पुलिस को सफलता नहीं मिल पाई है.

लूट की रकम वसूलने में नहीं मिली सफलता
अगर हम जनवरी की बात करें तो जनवरी महीने में अपराधियों ने 10 से ज्यादा बड़ी लूट कांड जैसी घटनाओं को अंजाम दिया है. वहीं फरवरी महीने में दो चैन स्नैचिंग को छोड़कर कोई भी बड़ी घटना पटना में नहीं घटी है.12 फरवरी को पुलिस ने पटना के पश्चिमी इलाके से 10 अपराधियों को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने दावा किया था कि नौबतपुर और दानापुर इलाके से कई लाख लूटने वाले अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. लेकिन पुलिस इन अपराधियों के पास से लूट की रकम को बरामद नहीं कर पाई है.

क्या कहते हैं वकील
इस मामले को लेकर पटना हाईकोर्ट के वकील एके गुप्ता कहते हैं कि पुलिस अपराधी को तो पकड़ रही है, लेकिन खुफिया तंत्र फेल होने के कारण लूट की रकम बरामद नहीं हो पा रही है. वहीं, पटना हाईकोर्ट कोर्ट के डिफेंस लॉयर कृष्णा सिंह कहते हैं कि सरकार ने पुलिस को ऐसी टेक्नोलॉजी से युक्त ही नहीं किया, जिसके जरिए पुलिस अपराधियों और अपराधियों की तरफ से लूटी गई रकम पर निगाह रख सके. सभी अपराधी इसका फायदा उठाते हैं. अपराध करने के बाद अपराधी पकड़े तो जरूर जाते हैं, पर उन से लूटी गई रकम बरामद करने में पुलिस के पसीने छूट जाते हैं.

नहीं हो पा रही है कुख्यात की गिरफ्तारी
पिछले साल ही ईओयू ने कहा था कि कई बड़े अपराधी और उनकी संपत्ति की समीक्षा की जा रही है. अपराध से अकूत संपत्ति अर्जित करने वाले शातिर अपराधियों की संपत्ति जल्द ही जब्त की जाएगी. बावजूद इसके अब तक इस दिशा में कुछ खास पहल नहीं हुई. ऐसे ही एक बड़ी अपराधी की चर्चा पटना में पिछले कई महीने से है. पर पुलिस उसकी भी संपत्ति जब्त करने से घबरा रही है. उस अपराधी का नाम अभिमन्यु बताया जा रहा है, जो ड्रग्स का एक बहुत बड़ा सप्लायर माना जाता है. अभिमन्यु ने ड्रग्स के कारोबार से करोड़ों की अकूत संपत्ति अर्जित की है. बावजूद इसके अभिमन्यु पुलिस की गिरफ्त से बाहर है.

ईटीवी भारत संवाददता की रिपोर्ट

लूट के रुपयों से बनाए गए आलीशान मकान
अगर हम कुछ महीने पहले के कांडों और उसके बाद गिरफ्त में आए अपराधियों को देखें तो पता लगता है कि अपराधी लूट के पैसे से अकूत संपत्ति अर्जित कर रहे हैं. कुछ महीने पहले कि अगर हम बात करें तो जक्कनपुर थाने की पुलिस ने मंदिरी और जक्कनपुर इलाके से एक अपराधी के घर की कुर्की जब्ती भी की थी. जक्कनपुर इलाके के कुख्यात शूटर ने मंदिर में आलीशान घर बनवाया था. वहीं, अगर हम दीघा पंप लूट कांड की हम बात करें तो उसमें शामिल अपराधी ने वैशाली जिले में अपना एक आलीशान मकान उसी लूट के पैसे से बनवाया था.

अगर हम हाल के दिनों की कुछ बड़ी घटनाओं पर नजर डालें तो:

⦁ 5 जनवरी: नौबतपुर के गैस एजेंसी में ढाई लाख की लूट

⦁ 6 जनवरी: पीरबहोर थाना क्षेत्र में एक एजेंट से तीन लाख की लूट

⦁ 10 जनवरी: एसके पूरी में ठेकेदार की गाड़ी से 10 लाख की लूट

⦁ 10 जनवरी: मोकामा बाईपास में व्यवसाई से 2 लाख की लूट

⦁ 13 जनवरी: पत्रकार नगर में सरिया कंपनी के स्टाफ से 6 लाख की लूट

⦁ 17 जनवरी: अनिशाबाद में कोल्ड स्टोरेज के स्टाफ से 2 लाख 37 हजार की लूट

इन मामलों में भी कई अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार जरूर किया. लेकिन गिरफ्तार अपराधियों के पास से लूट की रकम बरामद करने में पुलिस नाकाम साबित हुई है.

पटना: जिले में बीते डेढ़ महीनों के अंदर अपराधियों ने लगभग 40 लाख से अधिक रुपये की लूट जैसी घटना को अंजाम दिया है. लगातार हो रही आपराधिक घटनाओं के मामले में पुलिस ने कई अपराधियों को गिरफ्तार किया है. लेकिन गिरफ्तार अपराधियों के पास से लूट के रुपए बरामद करने में पुलिस को सफलता नहीं मिल पाई है.

लूट की रकम वसूलने में नहीं मिली सफलता
अगर हम जनवरी की बात करें तो जनवरी महीने में अपराधियों ने 10 से ज्यादा बड़ी लूट कांड जैसी घटनाओं को अंजाम दिया है. वहीं फरवरी महीने में दो चैन स्नैचिंग को छोड़कर कोई भी बड़ी घटना पटना में नहीं घटी है.12 फरवरी को पुलिस ने पटना के पश्चिमी इलाके से 10 अपराधियों को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने दावा किया था कि नौबतपुर और दानापुर इलाके से कई लाख लूटने वाले अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. लेकिन पुलिस इन अपराधियों के पास से लूट की रकम को बरामद नहीं कर पाई है.

क्या कहते हैं वकील
इस मामले को लेकर पटना हाईकोर्ट के वकील एके गुप्ता कहते हैं कि पुलिस अपराधी को तो पकड़ रही है, लेकिन खुफिया तंत्र फेल होने के कारण लूट की रकम बरामद नहीं हो पा रही है. वहीं, पटना हाईकोर्ट कोर्ट के डिफेंस लॉयर कृष्णा सिंह कहते हैं कि सरकार ने पुलिस को ऐसी टेक्नोलॉजी से युक्त ही नहीं किया, जिसके जरिए पुलिस अपराधियों और अपराधियों की तरफ से लूटी गई रकम पर निगाह रख सके. सभी अपराधी इसका फायदा उठाते हैं. अपराध करने के बाद अपराधी पकड़े तो जरूर जाते हैं, पर उन से लूटी गई रकम बरामद करने में पुलिस के पसीने छूट जाते हैं.

नहीं हो पा रही है कुख्यात की गिरफ्तारी
पिछले साल ही ईओयू ने कहा था कि कई बड़े अपराधी और उनकी संपत्ति की समीक्षा की जा रही है. अपराध से अकूत संपत्ति अर्जित करने वाले शातिर अपराधियों की संपत्ति जल्द ही जब्त की जाएगी. बावजूद इसके अब तक इस दिशा में कुछ खास पहल नहीं हुई. ऐसे ही एक बड़ी अपराधी की चर्चा पटना में पिछले कई महीने से है. पर पुलिस उसकी भी संपत्ति जब्त करने से घबरा रही है. उस अपराधी का नाम अभिमन्यु बताया जा रहा है, जो ड्रग्स का एक बहुत बड़ा सप्लायर माना जाता है. अभिमन्यु ने ड्रग्स के कारोबार से करोड़ों की अकूत संपत्ति अर्जित की है. बावजूद इसके अभिमन्यु पुलिस की गिरफ्त से बाहर है.

ईटीवी भारत संवाददता की रिपोर्ट

लूट के रुपयों से बनाए गए आलीशान मकान
अगर हम कुछ महीने पहले के कांडों और उसके बाद गिरफ्त में आए अपराधियों को देखें तो पता लगता है कि अपराधी लूट के पैसे से अकूत संपत्ति अर्जित कर रहे हैं. कुछ महीने पहले कि अगर हम बात करें तो जक्कनपुर थाने की पुलिस ने मंदिरी और जक्कनपुर इलाके से एक अपराधी के घर की कुर्की जब्ती भी की थी. जक्कनपुर इलाके के कुख्यात शूटर ने मंदिर में आलीशान घर बनवाया था. वहीं, अगर हम दीघा पंप लूट कांड की हम बात करें तो उसमें शामिल अपराधी ने वैशाली जिले में अपना एक आलीशान मकान उसी लूट के पैसे से बनवाया था.

अगर हम हाल के दिनों की कुछ बड़ी घटनाओं पर नजर डालें तो:

⦁ 5 जनवरी: नौबतपुर के गैस एजेंसी में ढाई लाख की लूट

⦁ 6 जनवरी: पीरबहोर थाना क्षेत्र में एक एजेंट से तीन लाख की लूट

⦁ 10 जनवरी: एसके पूरी में ठेकेदार की गाड़ी से 10 लाख की लूट

⦁ 10 जनवरी: मोकामा बाईपास में व्यवसाई से 2 लाख की लूट

⦁ 13 जनवरी: पत्रकार नगर में सरिया कंपनी के स्टाफ से 6 लाख की लूट

⦁ 17 जनवरी: अनिशाबाद में कोल्ड स्टोरेज के स्टाफ से 2 लाख 37 हजार की लूट

इन मामलों में भी कई अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार जरूर किया. लेकिन गिरफ्तार अपराधियों के पास से लूट की रकम बरामद करने में पुलिस नाकाम साबित हुई है.

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