पटना: जुलाई में होने वाली पटना यूनिवर्सिटी की पूर्व निर्धारित परीक्षाएं रद्द हो गई हैं. अब विश्वविद्यालय में जुलाई में कोई भी परीक्षा आयोजित नहीं की जाएगी. कोरोना संक्रमण के बढ़ते असर को देखते हुए ये निर्णय लिया गया है.
यूनिवर्सिटी में अनावश्यक प्रवेश पर रोक
इसके अलावा विश्वविद्यालय के एडमिनिस्ट्रेटिव परिसर में भी अब अनावश्यक प्रवेश पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है. किसी भी प्रकार की सहायता के लिए यूनिवर्सिटी के एडमिनिस्ट्रेटिव बिल्डिंग की मेन गेट पर एक बड़ा बैनर लगाया गया है. इस बैनर पर विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार, डीएसडब्ल्यू और डीन का कांटेक्ट नंबर दिया गया है.
कुलपति के आदेश पर मेन गेट पर टंगा बैनर
एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक की गेट पर टंगे बैनर में बताया गया है कि कुलपति के कहने पर उनके आदेशानुसार ये निर्णय लिया गया है. अगर किसी को कुछ विशेष जानकारी चाहिए तो दिए गए नंबर पर कॉल कर कांटेक्ट किया जा सकता है. कुलपति की तरफ से साफ तौर पर निर्देशित किया गया है कि कोई भी अनावश्यक रूप से विश्वविद्यालय परिसर में प्रवेश ना करें.
फाइनल इयर की परीक्षाएं रद्द
पीयू के रजिस्ट्रार डॉ मनोज मिश्रा ने बताया कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने भले ही विश्वविद्यालयों को परीक्षाएं आयोजित कराने का निर्देश दे दिया है, लेकिन जिस तरह से पटना में हाल के दिनों में संक्रमण बढ़ा है, उसके मद्देनजर छात्रों की सुरक्षा को देखते हुए जुलाई में होने वाली फाइनल इयर की परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं.
बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर फैसला
रजिस्ट्रार ने बताया कि यूनिवर्सिटी की पेंडिंग परीक्षाओं को आयोजित करने के संबंध में कई बैठकें हुई हैं. इन बैठकों में हुई डिस्कशन के बाद ही ये तय है कि जुलाई में अब कोई परीक्षा नहीं होंगी. 15 अगस्त के बाद यूनिवर्सिटी अंतिम सत्र की परीक्षाएं आयोजित कराने पर विचार कर रहा है. ये ही यूनिवर्सिटी और छात्रों के हित में होगा.
'बच्चों की सेफ्टी सबसे पहले'
पीयू के रजिस्ट्रार डॉ मिश्रा उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में जैसे कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है, अगर इसपर काबू नहीं पाया जा सका तो संभव है कि अगस्त में भी परीक्षाएं ना ली जा सके. रजिस्ट्रार ने कहा कि बच्चों की सेफ्टी सबसे पहले है और कैरियर बाद में. इसलिए उनकी कोशिश रहेगी कि फाइनल ईयर की परीक्षाएं 15 अगस्त से 31 अगस्त के बीच करा ली जाए.
'सितंबर से नया सेशन शुरू करने पर विचार'
पटना यूनिवर्सिटी में नए सत्र के बारे में जानकारी देते हुए रजिस्ट्रार डॉ मनोज मिश्रा ने कहा कि सितंबर से नया एकेडमिक सेशन शुरू करने का प्लान है. लेकिन, कोरोना संकट तब भी बेकाबू रहा तो एकेडमिक सेशन डिले करने के बारे में विश्वविद्यालय प्रबंधन को सोचना पड़ेगा. अगर स्थिति ठीक होती है तो सभी प्रिकॉशन के साथ एकेडमिक सेशन शुरू किया जा सकता है.