पटना: राजधानी पटना के गायघाट शेल्टर होम मामले (Gaighat Shelter Home Patna) में अब एक और पीड़िता सामने आ गयी है. पीड़िता नंबर 2 के आवेदन पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है. इसकी पुष्टि महिला थाने के थानाध्यक्ष किशोरी सहचारी ने करते हुए बताया कि पीड़िता की ओर से दिए गए आवेदन के आधार पर एफआईआर संख्या 13/2022 दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है. महिला विकास मंच की टीम के साथ पीड़िता महिला थाने पहुंची और लिखित शिकायत की. एफआईआर में रिमांड होम की सुपरिटेंडेंट वंदना गुप्ता (Gaighat Shelter Home Superintendent Vandana Gupta) के खिलाफ उसने कई गंभीर आरोप लगाये हैं.
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पटना के महिला थाने में दी गयी अपना शिकायत में पीड़िता नंबर 2 ने बताया कि 2018 में वंदना गुप्ता के रिमांड होम आने के बाद वहां पर बहुत ही गंदा खेल चल रहा था. पीड़िता ने अपने आवेदन में जानकारी दी है कि कब और कैसे बाहर के लड़कों को रिमांड होम के अंदर भेजा जाता था. मानसिक तौर पर कमजोर लड़िकयों को नशे का इंजेक्शन और दवाइयां दी जाती थीं. इसकी जानकारी भी उसने महिला थाने में दर्ज शिकायत में बतायी हैं.
पीड़िता नंबर 2 की ओर दर्ज एफआईआर के बाद महिला थाने की थानाध्यक्ष ने वरीय पुलिस पदाधिकारियों से विचार-विमर्श कर इस मामले में अनुसंधान शुरू कर दिया है. महिला थाने की पुलिस इस पूरे मामले की जांच के साथ-साथ गायघाट सेंटर होम की सुपरिटेंडेंट वंदना गुप्ता पर इस पूरे प्रकरण में लगे आरोपों की जांच करेगी.
गौरतलब हो कि वंदना गुप्ता के खिलाफ उत्तर प्रदेश की रहने वाली पीड़िता नंबर 1 की ओर से लगाए गए आरोपों के जांच की मांग उठी थी, लेकिन उस वक्त पुलिस ने जांच से नकार दिया था. पटना हाई कोर्ट के द्वारा इस पूरे मामले का स्वत: संज्ञान लेने के बाद कोर्ट ने राज्य सरकार और पटना पुलिस को फटकार लगायी थी. इसके बाद से पुलिस के रुख में बदलाव दिख रहा है.
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