पटना: जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष पप्पू यादव (Pappu Yadav) ने आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) पर जोरदार हमला बोला है. कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास (Bhakt Charan Das) को लेकर उनके आपत्तिजनक बयान को सामंतवादी सोच करार दिया है. जाप प्रमुख ने कहा कि आरजेडी चीफ के बयान से एक फिर ये साबित हो गया है कि उनमें और उनके परिवार में 1990 से लेकर अबतक कुछ भी नहीं बदला है.
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पूर्व सांसद और जाप प्रमुख पप्पू यादव ने कहा कि मुझे दो-तीन बात से दुख पहुंचा है. एक तो देर रात में तेजप्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) के आवास पर जाकर लालू यादव ने साबित कर दिया है कि उनके लिए परिवार से बढ़कर कुछ भी नहीं है. फिर चाहे जगदानंद सिंह (Jagdanand Singh) हों या फिर कोई और हों.
पप्पू ने कहा कि दूसरी बात ये है कि लालू यादव ने 1990 की याद ताजा कर दिया. उन्होंने बता दिया कि उनमें कुछ भी नहीं बदला. कभी रंगा-बिल्ला तो कभी याद करिए कि रामविलास पासवान के लिए किन अपशब्दों का इस्तेमाल करते थे. श्याम रजक को क्या बोलते थे. याद करिए कि उदय नारायण चौधरी को क्या बोलते थे और जीतनराम मांझी को लेकर उनकी क्या फीलिंग थी.
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लालू यादव पहले कहते हैं कि वो सामंतियों के खिलाफ लालू बने हैं. मैं कहना चाहता हूं कि क्या यह मानसिकता क्या सामंतवादी की नहीं है. यह नव सामंतवादी शोषक जब आप सत्ता में आने के बाद बनेंगे और 2021 में भी 1990 की भाषा का प्रयोग करेंगे तो लोग इन्हीं बातों को लेकर ही कहते हैं कि 1990 से अबतक इनमें और इनके परिवार में कुछ नहीं बदला.
वहीं, दिल्ली में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से मुलाकात और कांग्रेस में शामिल होने के सवाल पर पप्पू ने कहा कि फिलहाल ऐसी कोई बात नहीं है. उन्होंने कहा कि उन्होंने तारापुर और कुशेश्वरस्थान उपचुनाव (Tarapur and Kusheshwarsthan By-elections) में पार्टी को समर्थन दिया है. मंगलवार से वे खुद भी चुनाव प्रचार के लिए जाएंगे. जाप प्रमुख ने कहा कि मेरी पार्टी दोनों सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवारों को जिताने के लिए जोर-शोर से लगी हुई है. हम अपनी पूरी ताकत उपचुनाव में लगा देंगे. जनता तय करती है कि कौन चुनाव में जीतेगी या हारेगा, लेकिन मुझे लगता है कि सेवा के आधार पर चुनाव में जीत-हार होती है.