पटना: राजधानी में गंगा घाट के जलस्तर में काफी बढ़ोत्तरी देखने को मिल रहा है. मामला पटना के गांधी घाट का है, जहां गंगा का जलस्तर इतना बढ़ गया है कि पानी घाट को पार कर शहर की ओर बढ़ने लगा है. इस बाबत जिला प्रशासन ने सावधानी के तौर पर गांधी घाट और अन्य घाटों पर बालू की बोरियां रखवा दी हैं. फिलहाल गांधी घाट पर होने वाली गंगा आरती पर रोक लगा दी गई है. घाट पर आम लोगों के प्रवेश पर भी रोक लगा दी गई है. वहीं, पटना पुलिस के जवानों को तैनात कर घाटों की निगरानी की जा रही है.
खतरे के निशान से ऊपर बह रही गंगा
गांधी घाट पर गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से काफी ऊपर उठ चुका है. CWC के अधिकारी लगातार घाट पर गंगा के जलस्तर की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. अधिकारियों की मानें तो शनिवार शाम से गंगा के जलस्तर में कोई वृद्धि देखने को नहीं मिली है. हालांकि, हर घंटे वे लोग गंगा के जलस्तर को नापने में लगे हुए हैं. अधिकारियों ने कहा है कि गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 115 पॉइंट ऊपर है.
एक्टिव मोड में जिला प्रशासन
गांधी घाट से काफी दूर बहने वाली गंगा नदी ने सारे स्तर पार कर दिए हैं. बता दें कि गांधी घाट पर अवस्थित मंदिर पूरी तरह से गंगा के पानी में डूब चुका है. पुलिस के जवानों ने एनआईटी कॉलेज से ही बैरिकेटिंग कर गांधी घाट पर लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दिया है. फिलहाल जिला प्रशासन गंगा के पानी को शहर में प्रवेश करने से रोकने के लिए हर संभव प्रयास करता दिख रहा है.
रोक लगाने पर भी नाव का परिचालन जारी
गंगा के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए जिला प्रशासन ने नदी में नाव के परिचालन पर रोक लगा दी है. इसके बावजूद गंगा में नाव का परिचालन धड़ल्ले से जारी है. ईटीवी भारत की टीम ने गांधी घाट पर बालू से लदी हुई एक नाव को देखा, जो काफी तेज रफ्तार से वहां से गुजर रही थी. इस तरह धड़ल्ले से नाव का परिचालन कहीं न कहीं हादसों को निमंत्रण दे रहा है.