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भारत के दूसरे राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का पटना विश्वविद्यालय से रहा है ये नाता

अपने जीवन में आदर्श शिक्षक रहे भारत के दूसरे राष्ट्रपति डॉ. राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर 1888 को तमिलनाडु में हुआ था. पटना कॉलेज के 100वीं वर्षगांठ पर वह 1963 में पटना विश्वविद्यालय आए थे.

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Published : Sep 5, 2019, 7:22 PM IST

पटना: महान शिक्षाविद और भारत के दूसरे राष्ट्रपति रहे डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन का पटना विश्वविद्यालय से पुराना नाता रहा है. पटना कॉलेज के 100वीं वर्षगांठ पर डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन पटना विश्वविद्यालय आए थे और उन्होंने यहां काफी समय बिताया था. विश्वविद्यालय के विभागों का मुआयना और शिक्षकों के साथ बैठकर विचार-विमर्श भी किया था. इस दौरान उन्होंने छात्रों को भी संबोधित किया था.

पटना
डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्ण

आज पटना विश्वविद्यालय के साथ डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन की कुछ पुरानी यादें रही हैं. इसके संबंध में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रासबिहारी क्या कहते हैं, आइये सुनते हैं-

राधाकृष्णन के बारे में जानकारी देते पीयू के कुलपति

शिक्षक दिवस के पीछे का इतिहास
गौरतलब है कि डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस पर देशभर में शिक्षक दिवस मनाया जाता है. इसके पीछे एक कहानी है. एक बार उनके कुछ विद्यार्थी और दोस्तों ने उनके जन्मदिन को सेलिब्रेट करने का मन बनाया था. इसपर डॉ. सर्वपल्ली ने कहा था कि मेरा जन्मदिन अलग से मनाने के बजाय अगर शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाए तो मुझे गर्व महसूस होगा. उसी दिन से उनके जन्मदिन पर पूरे देशभर में शिक्षक दिवस मनाया जाता है.

पटना
पटना विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रासबिहारी

'शिक्षा का मतलब सिर्फ जानकारी देना नहीं'
पटना विश्वविद्यालय के प्रांगण में डॉक्टर राधाकृष्णन ने कहा था कि शिक्षा का मतलब सिर्फ जानकारी देना ही नहीं है. जानकारी का अपना महत्व है. बौद्धिक और लोकतांत्रिक भावना का भी अपना महत्व है. इन भावनाओं के साथ छात्र उत्तरदायी नागरिक बनते हैं. जबतक शिक्षक शिक्षा के प्रति समर्पित और प्रतिबद्ध नहीं होगा तबतक शिक्षकों को एक मिशन का रूप नहीं मिल पाएगा.

पटना: महान शिक्षाविद और भारत के दूसरे राष्ट्रपति रहे डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन का पटना विश्वविद्यालय से पुराना नाता रहा है. पटना कॉलेज के 100वीं वर्षगांठ पर डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन पटना विश्वविद्यालय आए थे और उन्होंने यहां काफी समय बिताया था. विश्वविद्यालय के विभागों का मुआयना और शिक्षकों के साथ बैठकर विचार-विमर्श भी किया था. इस दौरान उन्होंने छात्रों को भी संबोधित किया था.

पटना
डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्ण

आज पटना विश्वविद्यालय के साथ डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन की कुछ पुरानी यादें रही हैं. इसके संबंध में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रासबिहारी क्या कहते हैं, आइये सुनते हैं-

राधाकृष्णन के बारे में जानकारी देते पीयू के कुलपति

शिक्षक दिवस के पीछे का इतिहास
गौरतलब है कि डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस पर देशभर में शिक्षक दिवस मनाया जाता है. इसके पीछे एक कहानी है. एक बार उनके कुछ विद्यार्थी और दोस्तों ने उनके जन्मदिन को सेलिब्रेट करने का मन बनाया था. इसपर डॉ. सर्वपल्ली ने कहा था कि मेरा जन्मदिन अलग से मनाने के बजाय अगर शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाए तो मुझे गर्व महसूस होगा. उसी दिन से उनके जन्मदिन पर पूरे देशभर में शिक्षक दिवस मनाया जाता है.

पटना
पटना विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रासबिहारी

'शिक्षा का मतलब सिर्फ जानकारी देना नहीं'
पटना विश्वविद्यालय के प्रांगण में डॉक्टर राधाकृष्णन ने कहा था कि शिक्षा का मतलब सिर्फ जानकारी देना ही नहीं है. जानकारी का अपना महत्व है. बौद्धिक और लोकतांत्रिक भावना का भी अपना महत्व है. इन भावनाओं के साथ छात्र उत्तरदायी नागरिक बनते हैं. जबतक शिक्षक शिक्षा के प्रति समर्पित और प्रतिबद्ध नहीं होगा तबतक शिक्षकों को एक मिशन का रूप नहीं मिल पाएगा.

Intro:शिक्षक दिवस विशेष:-

महान शिक्षाविद और भारत के द्वतीय राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्ण का पुराना नाता पटना विश्वविद्यालय से रहा है,


Body:महान शिक्षाविद और भारत के दूसरे राष्ट्रपति रहे डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन का पटना विश्वविद्यालय से पुराना नाता रहा है, पटना कॉलेज के 150 वीं वर्षगांठ पर डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन पटना विश्वविद्यालय थे और यहां काफ़ी वक़्त बिताये थे, पटना विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों का मुआयना भी किया था और शिक्षकों के साथ बैठकर विचार-विमर्श भी किया था, वहीं छात्रों को भी संबोधित किये थे, आज पटना विश्वविद्यालय के साथ उनके संबंध की चर्चा कर रहे हैं पटना विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर रासबिहारी क्या कुछ पुरानी यादें रही है डॉक्टर सर्वपल्ली राधा कृष्णन आइये सुनते है.......


Conclusion: गौरतलब है कि डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस पर पूरे देश भर में शिक्षक दिवस मनाया जाता है,
इसके पीछे एक कहानी के बारे में बताया जाता है, कि एक बार उनके कुछ विद्यार्थी और दोस्तों ने उनके जन्मदिन को सेलिब्रेट करने का मन बनाया, इस पर डॉ सर्वपल्ली ने कहा कि मेरा जन्मदिन अलग से मनाने के बजाय, अगर मेरा जन्मदिन शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाए तो मुझे गर्व महसूस होगा, उसी दिन से पूरे देश भर में शिक्षक दिवस मनाया जाता है उनके जन्मदिन पर,
पटना विश्वविद्यालय के प्रांगण में डॉक्टर राधाकृष्णन ने कहा था, कि शिक्षा का मतलब सिर्फ जानकारी देना ही नहीं, जानकारी का अपना महत्व है, लेकिन बौद्धिक और लोकतांत्रिक भावना का भी महत्व है क्योंकि इन भावनाओं के साथ छात्र उत्तरदायी नागरिक बनते हैं और जब तक शिक्षक, शिक्षा के प्रति समर्पित और प्रतिबद्ध नहीं होगा तब तक शिक्षकों मिशन का रूप नहीं मिल पाएगा, अपने जीवन में आदर्श शिक्षक रहे भारत के दूसरे राष्ट्रपति डॉ राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर 1888 को तमिलनाडु मे हुआ था, पटना कॉलेज के 150वीं वर्षगांठ पर 1965 में पटना विश्वविद्यालय आए थे



इंटरव्यू:-
प्रो.रासबिहारी
कुलपती, पटना विश्वविद्यालय
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