पटना: राजधानी में भारी बारिश के कारण हुए जलजमाव के बाद डेंगू महामारी की तरह बढ़ता जा रहा है. हर घर में डेंगू का खौफ कायम है. अबतक राज्य भर में डेंगू के मरीजों की संख्या 1500 के पार हो चुकी है. पटना का शायद ही कोई इलाका अब इससे बचा हुआ है.
ताजा आंकड़ों के मुताबिक 16 अक्टूबर को पीएमसीएच में 219 सैंपलों की जांच हुई. इनमें से 108 पॉजिटिव पाए गए हैं. वहीं, भोजपुर और गया से जेई बीमारी के दो मामले सामने आए है. इसके साथ ही राज्य में जेई बीमारी के कुल मरीजों की 51 पहुंच गई.
BJP विधायक चपेट में
इधर, बीजेपी विधायक नितिन नवीन और संजय चौरसिया भी डेंगू के शिकार हो गए हैं. फिलहाल दोनों डॉक्टर की सलाह के अनुसार घर पर ही आराम कर रहे हैं.
- पटना- 99
- नवादा-2
- वैशाली- 2
- औरंगाबाद-1
- जहानाबाद-1
- मधुबनी-1
- सीतामढ़ी-1
- रोहतास-1
डेंगू बुखार के क्या हैं लक्षण?
डेंगू बुखार में प्लेटलेट्स की संख्या घट जाती है. 1.5 लाख से 3.5 लाख के बीच रहने वाला प्लेटलेट्स यदि 20 हजार के नीचे आ जाये तो प्लेटलेट्स चढ़ाने की आवश्यकता पड़ती है. इसमें तेज बुखार के साथ हड्डियों के जोड़ों में तेज दर्द, सिर दर्द, उल्टी, मतली, आंखों में दर्द और शरीर पर लाल चकत्ते जैसे लक्षण शामिल हैं. सांस लेने में दिक्कत और थकान जैसे लक्षण दिखाई देते हैं.
कैसे बरतें सावधानी:
- अपने आसपास पानी जमा न होने दें.
- यदि पानी जमा हो तो उसपर किरोसिन डाल दें.
- गमले के पानी को दो दिन में बदल दें.
- कूलर के पानी की टंकी को सप्ताह में एक दिन खाली रखें.