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पटना: अपनी मांगों को लेकर नियोजित शिक्षक 18 जुलाई को विधानसभा का करेंगे घेराव

शिक्षकों ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है. इसके तहत छात्रों के पठन पाठन और पाठ्यक्रम उपलब्ध कराने, शिक्षकों को सही समय पर वेतन देने, राज्य में शिक्षा के स्तर में सुधार, बीमा पेंशन योजना का लाभ और गैर-शैक्षणिक कार्यों से खुद को दूर रखने की मांगों को शामिल किया है.

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Published : Jul 15, 2019, 1:52 PM IST

पटना: राज्य में नियोजित शिक्षकों का आंदोलन अभी जारी है. समान काम समान वेतन की मांग को लेकर नियोजित शिक्षक एक बार फिर से आंदोलन करने वाले हैं. सुप्रीम कोर्ट से मिली हार के बाद एक बार फिर 18 जुलाई को सभी आंदोलनकारी शिक्षक एक बार फिर से सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे. इस कारण उस दिन सभी प्रारंभिक स्कूल बंद रहेंगे.

रणनीति में बदलाव
सरकार के खिलाफ विरोध को लेकर इस बार शिक्षकों ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है. इस बार के आंदोलन में शिक्षक शिक्षा के समग्र विकास का मुद्दा भी उठाएंगे. प्रदेश संगठन के सचिव हरीश पांडे और नवनीत शर्मा ने ईटीवी भारत को इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि बिहार में समग्र शिक्षा संघर्ष समिति बनाई गई है.

18 जुलाई को नियोजित शिक्षकों का राज्यव्यापी आंदोलन

नई रणनीति के तहत कई मांगें
इस समिति के तहत छात्रों के पठन पाठन और पाठ्यक्रम उपलब्ध कराने, शिक्षकों को सही समय पर वेतन देने, राज्य में शिक्षा के स्तर में सुधार, बीमा पेंशन योजना का लाभ और गैर शैक्षणिक कार्यों से खुद को दूर रखने की मांगें शामिल की गई हैं.

'सबसे बड़ा राज्यव्यापी आंदोलन'
आंदोलन की जानकारी देते हुए प्रदेश संगठन के सचिव हरेश पांडे ने बताया कि अबतक का सबसे बड़ा राज्यव्यापी आंदोलन है. 18 जुलाई को तकरीबन दो लाख से अधिक शिक्षक राजधानी पटना के गर्दनीबाग में एकजुट होंगे.

पटना: राज्य में नियोजित शिक्षकों का आंदोलन अभी जारी है. समान काम समान वेतन की मांग को लेकर नियोजित शिक्षक एक बार फिर से आंदोलन करने वाले हैं. सुप्रीम कोर्ट से मिली हार के बाद एक बार फिर 18 जुलाई को सभी आंदोलनकारी शिक्षक एक बार फिर से सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे. इस कारण उस दिन सभी प्रारंभिक स्कूल बंद रहेंगे.

रणनीति में बदलाव
सरकार के खिलाफ विरोध को लेकर इस बार शिक्षकों ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है. इस बार के आंदोलन में शिक्षक शिक्षा के समग्र विकास का मुद्दा भी उठाएंगे. प्रदेश संगठन के सचिव हरीश पांडे और नवनीत शर्मा ने ईटीवी भारत को इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि बिहार में समग्र शिक्षा संघर्ष समिति बनाई गई है.

18 जुलाई को नियोजित शिक्षकों का राज्यव्यापी आंदोलन

नई रणनीति के तहत कई मांगें
इस समिति के तहत छात्रों के पठन पाठन और पाठ्यक्रम उपलब्ध कराने, शिक्षकों को सही समय पर वेतन देने, राज्य में शिक्षा के स्तर में सुधार, बीमा पेंशन योजना का लाभ और गैर शैक्षणिक कार्यों से खुद को दूर रखने की मांगें शामिल की गई हैं.

'सबसे बड़ा राज्यव्यापी आंदोलन'
आंदोलन की जानकारी देते हुए प्रदेश संगठन के सचिव हरेश पांडे ने बताया कि अबतक का सबसे बड़ा राज्यव्यापी आंदोलन है. 18 जुलाई को तकरीबन दो लाख से अधिक शिक्षक राजधानी पटना के गर्दनीबाग में एकजुट होंगे.

Intro:बिहार में नियोजित शिक्षकों का राज्यव्यापी आंदोलन,
आगामी 18 जुलाई को विधानसभा का करेंगे घेराव ,
राज्य के सभी सरकारी स्कूल रहेंगे बंद
आंदोलन में दो लाख से अधिक शिक्षकों का जुटान होने का है दावा

आइये जानते है,ईटीवी भारत पर आगामी 18 जुलाई को होने वाले राज्यब्यापी आंदोलन और विधानसभा घेराव को लेकर खास बात चित


Body:बिहार में नियोजित शिक्षकों का आंदोलन अभी जारी है, समान काम समान वेतन की मांग को लेकर नियोजित शिक्षक एक बार फिर से आंदोलन करने वाले हैं, आपको बता दें कि बिहार के नियोजित शिक्षकों को पहले ही सुप्रीम कोर्ट से निराशा हाथ लगी है, इसके बावजूद भी नियोजित शिक्षक हार नहीं मान रहे हैं और एक बार फिर से बिहार के नियोजित शिक्षक अपनी मांगों को लेकर सड़क पर उतरने की तैयारी कर रहे हैं, 18 जुलाई को सभी आंदोलनकारी एक बार फिर से सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे राज्य के लगभग चार लाख से अधिक नियोजित शिक्षक समान काम समान वेतन की मांग कर रहे हैं, शिक्षक एक बार फिर से अपनी मांग को लेकर आंदोलन में जुट गए हैं,और उस दिन सभी प्रारंभिक स्कूल बंद रहेंगे।


Conclusion: हालांकि इस बार के आंदोलन में शिक्षक ने शिक्षा के समग्र विकास का मुद्दा भी उठाएंगे सरकार के खिलाफ विरोध को लेकर इस बार शिक्षकों ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है प्रदेश संगठन के सचिव हरीश पांडे एवं नवनीत शर्मा से खास बातचीत में ईटीवी भारत पर कहा कि बिहार में समग्र शिक्षा संघर्ष समिति बनाई गई है जिसको लेकर छात्रों के पठन पाठन एवं पाठ्यक्रम उपलब्ध कराना और शिक्षकों को सही समय पर वेतन देने के सवाल पर और राज्य में शिक्षा के स्तर में सुधार साथ ही साथ बीमा पेंशन योजना का लाभ और गैर शैक्षणिक कार्यों से खुद को दूर रखने की मांग भी इसमें शामिल हैं गौरतलब है कि 18 जुलाई को राजधानी पटना के गर्दनीबाग में एकजुट होंगे और वहां से तकरीबन 10:00 बजे से महा धरना के कार्यक्रम की शुरुआत होगी उसके बाद दोपहर में विधानसभा की ओर अपनी कारवां को ले जायेंगे प्रदेश संगठन के सचिव हरेश पांडे ने बताया कि आगामी 18 जुलाई को तकरीबन दो लाख से अधिक शिक्षकों का जुटान होने जा रहा है यह अब तक का सबसे बड़ा राज्यव्यापी आंदोलन है



बिहार राज्य प्रांरभिक शिक्षक संघ के प्रदेश संगठन सचिव एवं बिहार राज्य प्रांरभिक शिक्षक संघर्ष समग्र शिक्षा समिति के पदाधिकारी से वन टू वन:--

1. बाईट- हरेश पांडेय
प्रदेश संगठन सचिव
2. बाईट- नवनीत शर्मा,पदाधिकारी
बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघर्ष समग्र समिति
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