पटना: बिहार में अपराध का ग्राफ गिरा है (Crime graph dropped in Bihar). एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार अपराध के मामले में बिहार 24वें स्थान पर है (Bihar ranked 24th in NCRB report). बिहार में अपराध की दर एक लाख आबादी पर 228 है. महिलाओं के विरुद्ध अपराध के मामले में बिहार 26 वें स्थान पर है. पाेक्सो एक्ट के मामले में कमी आयी है. हत्या और अपहरण के मामले में भी कमी आयी है.
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'दूसरे राज्यों की तुलना में बिहार में क्राइम कम' : पटना पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार (ADG Jitendra Singh Gangwar) ने बताया कि अपराध पर लगाम लगाने के लिए आपरेशन प्रहार चलाया जा रहा है. इस टीम के अधिकारी हत्या, हत्या के प्रयास, बलात्कार जैसे संगीन मामलों के अपराधियाें को पकड़ने में लगे रहते हैं. उन्हाेंने बताया कि बलात्कार की घटना में कमी आयी है.
सोशल मीडिया पर नजर रखने का आदेश : लगातार बच्चा चोरी की घटना पर ADG ने कहा कि यह शरारती तत्वों का काम है. ADG ने बच्चा चोरी की घटना से इनकार किया है. उन्होंने कहा कि बच्चा चोरी की घटना को लेकर जो शिकायत मिली, उसे जब सत्यपित किया गया तो सभी मामले झूठे निकले. हालांकि पुलिस की सोशल मीडिया पर नजर रखने का आदेश दिया गया है. पुलिस पर लगातार हो रहे हमले पर उन्होंने ने कहा कि इस मामले में शामिल लोगाें पर कठोर कार्रवाई की जा रही है. जनवरी से जुलाई तक दाे हजार से ज्यादा लोग पुलिस पर हमले मामले में गिरफ्तार किए जा चुके हैं. सीवान की घटना में 12 से अधिक लोगाें काे गिरफ्तार किया गया है. पुलिस पर हमले की घटना में कमी आयी है. सरकार बदलने के बाद अपराध बढ़ने के आराेप काे ADG ने खारिज कर दिया है.
क्या है ऑपरेशन प्रहार : अपराध मुक्त बिहार की परिकल्पना को साकार करने के लिए बिहार पुलिस ने इस साल यानी 2022 की शुरुआत में ऑपरेशन प्रहार की शुरुआत की थी. इसका मुख्य मकसद राज्य में अपराध की घटनाओं पर नकेल कसना और शराबबंदी को सफल बनाना है.