पटना: बिहार विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया है विशेष सत्र को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. वहीं सत्तापक्ष की ओर से भी पूरी तैयारी है. इसी बीच जेडीयू के मंत्री श्रवण कुमार ने बातचीत के क्रम में कहा कि आरजेडी के कई नेताओं के यहां ED की छापेमारी (Raids on the premises of RJD leaders) हो रही है, इससे क्या होगा. ये सिर्फ डराने की कोशिश है, लेकिन हमलोग इससे डरने वाले नहीं हैं.
ये भी पढ़ें: अवैध खनन से जुड़े मामले में बड़ी कार्रवाई, पटना में ED की टीम कर रही छापेमारी
सदन के अंदर हंगामा के आसारः जेडीयू के मंत्री श्रवण कुमार ने विधानसभा सत्र चलने को लेकर कहा कि सत्र नियम के अनुसार ही चलेगा और सबसे पहले विधानसभा अध्यक्ष पर अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होगी. उसके बाद सरकार विश्वास हासिल करेगी और फिर अन्य मुद्दों पर विधानसभा में चर्चा की जाएगी. वैसे विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने पहले ही ऐलान कर दिया है कि इस्तीफा नहीं देंगे और महागठबंधन के अविश्वास प्रस्ताव को अस्वीकृत भी कर चुके हैं ऐसे में सदन के अंदर हंगामा होना तय है. क्योंकि सरकार की ओर से पहले अविश्वास प्रस्ताव पर ही चर्चा कराई जाएगी और उसके बाद ही अन्य मुद्दों पर चर्चा होगी.
RJD के कई नेताओं के ठिकानों पर छापेमारीःआज सुबह आरजेडी कोषाध्यक्ष और बिस्कोमान के अध्यक्ष सुनील कुमार सिंह और राज्यसभा सांसद अशफाक करीम, आरजेडी सांसद फैयाद अहमद, पूर्व एमएलसी सुबोध राय और पूर्व विधायक अबू दुजाना के ठिकानों पर रेड (CBI raids on RJD leaders residence in Bihar) पड़ी है. सुनील सिंह आरजेडी के एमएलसी भी हैं. सूत्रों से मिली प्रारंभिक जानकारी के अनुसार केन्द्रीय एजेंसी ने यह कार्रवाई नौकरी के बदले जमीन के मामले को लेकर की है.
जमीन के बदले नौकरी घोटाले में कार्रवाई : जानकारी के अनुसार टीम ने आरजेडी एमएलसी सुनील कुमार सिंह के पटना स्थित आवास ऑफिस के साथ ही उनके सारण जिले के अंतर्गत नया गांव स्थित पैतृक ठिकानों पर भी कार्रवाई की है. सूत्रों की मानें तो आरजेडी के एमएलसी व कोषाध्यक्ष सुनील कुमार सिंह और राज्यसभा सांसद अशफाक करीम के ठिकानों पर केन्द्रीय एजेंसिया छापेमारी कर रही है. सूत्रों की मानें तो केन्द्रीय एजेंसी ने जमीन के बदले नौकरी घोटाले में ये कार्रवाई की है.
क्या है रेलवे भर्ती घोटाला : दरअसल, रेलवे भर्ती घोटाला भी साल 2004 से 2009 के बीच के समय का है. लालू यादव जब केंद्रीय रेल मंत्री थे तो नौकरी लगवाने के बदले जमीन और प्लॉट लिए गए थे. इस मामले में 18 मई को केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने लालू यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती और हेमा यादव समेत अन्य लोगों के खिलाफ एफआई दर्ज की थी. इसी साल मई 2022 में एक साथ 17 ठिकानों पर छापेमारी भी की गई थी. आरोप है कि रेलवे में ग्रुप डी में नौकरी के बदले पटना में प्रमुख संपत्तियों को लालू के परिवार के सदस्यों को बेची या गिफ्ट में दी गई थी.
ये भी पढ़ें: CBI.. ED ने पटना में डाला डेरा, रडार पर तेजस्वी समेत JDU के बड़े नेता