पटनाः बिहार के सरकारी प्राइमरी और मिडिल स्कूल के बच्चों को आज (सोमवार) से एक फिर मिड डे मील योजना (Mid Day Meal Started in Bihar From Today) के तहत भोजन मिलेगा. कोरोना संकट के कारण स्कूलों में 2 साल तक मिड डे मील बंद रखा गया था. इसके बदले अनाज या पैसे दिया जा रहा है. राज्य के 70 हजार से ज्यादा सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले सवा करोड़ से ज्यादा बच्चों को मेन्यू के हिसाब से स्कूल में भोजन मिलेगा.
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शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक सोमवार से प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में गरमा-गरम भोजन परोसने की तैयारी पूरी हो चुकी है. मिड डे मील निदेशालय के निर्देश पर स्कूलों को खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा चुका है. नई व्यवस्था के तहत मिड डे मील में मेन्यू के हिसाब से स्कूलों में भोजन के लिए सामग्री की आपूर्ति वेंडर करेंगे.
शिक्षा विभाग के अनुसार बच्चों को सोमवार को चावल मिश्रित दाल और हरी सब्जी, मंगलवार को जीरा राइस और सोयाबीन आलू की सब्जी, बुधवार को हरी सब्जी युक्त खिचड़ी चोखा और मौसमी फल, गुरुवार को चावल मिश्रित दाल और हरी सब्जी जबकि शुक्रवार को पुलाव के साथ काबली या लाल चना का छोला, हरा सलाद, अंडा, मौसमी फल परोसा जाएगा.
शिक्षा विभाग के अनुसार, कोरोना महामारी की वजह से मार्च 2020 से ही स्कूलों में मिड डे मील बंद था. सरकार मिड डे मील के बदले बच्चों के अभिभावकों को स्कूल में खाद्यान्न उपलब्ध करा रही थी जबकि भोजन पकाने के मद की राशि बच्चों के बैंक खाते में दी जा रही थी. कुछ वक्त पहले केंद्र सरकार ने मिड डे मील योजना का नाम भी बदल दिया है. अब इसे प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना के नाम से जाना जाता है. इसमें नई वित्तीय प्रबंधन की व्यवस्था भी की गई है. नई व्यवस्था सिंगल नोडल एजेंसी की है जो पूरी तरह कैशलेस है.
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