पटना: बिहार में इन दिनों तमाम विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक हालात कुछ ठीक नहीं है. कहीं पठन-पाठन में अनियमितता है, कहीं शिक्षकों में भारी कमी है, तो कहीं संसाधनों का भारी अभाव है. इस कारण न तो सत्र की पढ़ाई हीं ठीक से हो पा रही है, और ना ही परीक्षाएं समय पर हो पा रही हैं. इसी बाबत छात्र संगठन आइसा ने राज्य स्तरीय बैठक कर विभिन्न विश्वविद्यालयों में सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया है.
आइसा ने किया राज्यस्तरीय बैठक
शिक्षा की गंभीर समस्या को लेकर राजधानी में आइसा संगठन ने राज्यस्तरीय बैठक किया. इसमें विभिन्न जिलों से आइसा छात्र संगठन के प्रतिनिधि शामिल हुए और तमाम विश्वविद्यालयों पर चर्चा किया. बैठक के दौरान पटना विश्वविद्यालय में शिक्षकों की कमी, संसाधनों का अभाव, नामांकन में फर्जीवाड़ा और रिजल्ट में गड़बड़ी को लेकर चर्चा हुई. इसी तरह पूर्णिया और भागलपुर से आए हुए आइसा के जिलाध्यक्षों ने पूर्णिया विश्वविद्यालय और वीर कुंवर सिंह कोली के समस्याओं पर विचार किया.
विरोध प्रदर्शन का फैसला
आइसा के राज्य अध्यक्ष मोहम्मद मुख्तार ने कहा कि बिहार में सरकार द्वारा लगातार शिक्षा में सुधार का दावा करने के बावजूद राजधानी के पटना विश्वविद्यालय में हीं शिक्षकों और संसाधनों की भारी कमी है. इस कारण कई विषय की पढ़ाई भी बंद हो चुकी है. मगध विश्वविद्यालय, पूर्णिया विश्वविद्यालय, भागलपुर विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर विश्वविद्यालय की स्थिति भी बहुत हीं खराब हो गई है. बिहार में शिक्षा के स्तर में बहुत गिरावट आई है. इस बाबत छात्र संगठनों द्वारा राज्यस्तरीय आंदोलन किया जाएगा.
बैठक के दौरान पूर्णिया विश्वविद्यालय में कुलपति के खिलाफ आगामी 6 सितंबर को विरोध प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया है.