पटना: बिहार बोर्ड ने शुक्रवार को आयोजित मैट्रिक परीक्षा के सोशल साइंस (सामाजिक विज्ञान) विषय की प्रथम पाली की परीक्षा को रद्द कर दिया है. अब यह परीक्षा दोबारा आठ मार्च को ली जाएगी. बिहार बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि सामाजिक विज्ञान के प्रथम पाली में 8,46,504 परीक्षार्थी शामिल हुए थे. प्रश्न पत्र लीक मामले की पूरी जांच की गई है. जांच में पता चला कि सामाजिक विज्ञान की प्रथम पाली की परीक्षा के क्रम में 111-0470581 क्रमांक का प्रश्न पत्र जमुई जिले में किसी अन्य व्यक्ति के वॉट्सएप पर भेजा गया.
इसको लेकर जमुई के कचहरी चौक स्थित एसबीआई के मेन ब्रांच के कैशियर और सफाई कर्मी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. उन पर पेपर लीक करने का आरोप है.
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बोर्ड अध्यक्ष ने दिए थे जांच के आदेश
ऐसे में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने इस पूरे मामले की जांच के लिए डीएम और एसएसपी जमुई को निर्देश दिया था. जांच में यह पाया गया कि यह प्रश्न पत्र जमुई जिले के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया झाझा ब्रांच में रिजर्व के रूप में रखा गया था. सुबह परीक्षा शुरू होने से पूर्व किसी ने प्रश्नपत्र निकाल इसकी फोटो खींचकर व्हाट्सएप पर वायरल कर दी थी. प्रारंभिक जांच में एसबीआई झाझा के कर्मी विकास कुमार की संलिप्तता पायी गयी थी. उन्हें गिरफ्तार किया गया. इसके साथ कैशियर शशिकांत चौधरी की भी गिरफ्तारी हुई है.
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पहले दिन 21 परीक्षार्थी हुए निष्कासित
बताते चलें कि मैट्रिक परीक्षा में पहले दिन कदाचार के आरोप में कुल 21 परीक्षार्थी निष्कासित हुए हैं. जिनमें से मुंगेर, मधेपुरा, वैशाली, रोहतास और गया से एक-एक परीक्षार्थी निष्कासित हुए हैं. वहीं सारण से दो, नालंदा से पांच, जमुई से आठ और भोजपुर से 11 परीक्षार्थी निष्कासित हुए हैं. मैट्रिक परीक्षा के तीसरे दिन दूसरे के बदले परीक्षा देते हुए 5 परीक्षार्थियों को पकड़ा गया. जिनमें से गया में दो और पटना मधेपुरा और अरवल जिले में एक-एक परीक्षार्थी दूसरे के बदले परीक्षा देते पकड़े गए हैं.
मैट्रिक परीक्षा के चौथे दिन शनिवार 20 फरवरी को 100 अंकों के अंग्रेजी विषय की परीक्षा दोनों पालियों में आयोजित की जाएगी.