पटना: बिहार में नई सरकार के मंत्रिमंडल का गठन होना है. कांग्रेस भी इस बार महागठबंधन में है. कांग्रेस के भी विधायकों को मंत्री बनाया जाएगा, इसको लेकर कांग्रेस के नेता लगातार आलाकमान के संपर्क में है. इसी क्रम में आज बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा दिल्ली रवाना (Madan Mohan Jha Went To Delhi) हुए. पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि दिल्ली जाना है, मंत्रिपरिषद का विस्तार होना है उसकी चर्चा आलाकमान से करना है. साथ ही उन्होंने कहा कि महागठबंधन में मंत्री पद को लेकर कहीं कोई दिक्कत नहीं है. जब उनसे पूछा गया कि कांग्रेस की तरफ से चार मंत्री बनाने की मांग हो रही है तो उन्होंने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है.
ये भी पढ़ें- बिहार की राजनीति के केन्द्र में लौटे सुशील मोदी, सवाल- दिखा पाएंगे 2017 जैसा कमाल!
'मंत्री पद को लेकर कोई भी बयानबाजी कांग्रेस में नहीं हो रही है जो लोग बयान दे रहे हैं, वो उनका निजी बयान है. मंत्री बनाने को लेकर कांग्रेस विधायक का पत्र किस तरह से लिक हुआ, क्या हुआ, यह मैं नहीं कह सकता. वैसे यह बात मीडिया में नहीं करनी चाहिए थी, जहां तक विधायक का सवाल है तो सब विधायक को हक है कि वह अपने आलाकमान से अपनी बात कहें, अपनी बात को आलाकमान के सामने रखें. इसमें कोई बड़ी बात नहीं है. लेकिन इस तरह के पत्र को मीडिया में लीक नहीं होना चाहिए.' - मदन मोहन झा, प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस, बिहार
दिल्ली रवाना हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मदम मोहन झा : बिहार कांग्रेस अध्यक्ष मदम मोहन झा (Bihar Congress President Madam Mohan Jha) ने साफ-साफ कहा कि महागठबंधन में इस बार पूरी तरह से एकजुटता है. मंत्री पद को लेकर कहीं कोई किसी तरह का विरोधाभास नहीं दिखेगा. साथ ही उन्होंने दावा किया कि यह सरकार बहुत अच्छे तरीके से चलेगी और बिहार के विकास का काम तेजी से करेगी. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि विपक्ष में जो लोग अब हैं, उन्हें 3 दिन में ही बिहार में अपराध दिखने लगा है, लेकिन ऐसी कोई बात नहीं है. बिहार में कोई ऐसी भारी आपराधिक घटना इन 3 दिनों में नहीं हुआ है. जब उनसे पूछा गया कि जहरीली शराब से फिर लोगों की मौत हुई है तो उन्होंने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है और अब फिर से नई सरकार बनी है, शराबबंदी पर समीक्षा भी होगी और जितनी सख्ती करने की जरूरत होगी, वह भी किया जाएगा.
बिहार में मंत्रीमंडल विस्तार को लेकर कवायद जारी : गौरतलब है कि बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद से ही मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सभी दल आपस में मशवरा कर रहे हैं. बिहार में महागठबंधन के सभी दलों के बीच तेजस्वी ही ताल मेल बैठाकर रख रहे थे. इसलिए नई सरकरा के गठन होते ही कांग्रेस समेत अन्य दलों ने तेजस्वी के माध्यम से ही नीतीश सरकार के साथ जाने का 'समर्थन पत्र' सौंपा था. माना जा रहा है कि सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद मंत्रिमंडल में सीट और विभागों के बंटवारे को लेकर चर्चा होगी.