पटना: 'कोरोना की दूसरी लहर ( Second Wave Of Corona ) में ऑक्सीजन की कमी की वजह से देश में किसी की मौत नहीं हुई हैं'. केन्द्र सरकार के इस बयान के बाद सियासत तेज है. बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ( Mangal Pandey ) ने भी दावा किया है कि बिहार में भी ऑक्सीजन की कमी की वजह से किसी की मौत नहीं हुई है. मंगल पांडे के इस बयान के बाद आरजेडी, कांग्रेस और एलजेपी ( चिराग गुट ) हमलावर है.
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एलजेपी प्रवक्ता कृष्णा सिंह कल्लू के नेतृत्व में पटना के सड़कों पर पोस्टर लगाया गया है. इस पोस्टर के माध्यम से बताया गया है कि करोना के दूसरे वेब में ऑक्सीजन की कमी से कई लोगों को उस समय मौत हुई थी. इसके बावजूद केंद्र और बिहार सरकार गलत बयानबाजी कर रही है.
दरअसल, चिराग गुट ( Chirag Paswan ) ने 'मौत का सौदागर' नाम से एक पोस्टर जारी किया है. इस पोस्टर में कई लोगों को ऑटो रिक्शा में ऑक्सीजन की कमी के वजह से मरते दिखलाया गया है. पोस्टर में कहा गया है कि बिहार और केंद्र सरकार का जमीर ऑक्सीजन के बिना मर गई है. बिना ऑक्सीजन से मरने वालों के बच्चे अभी भी रोते हैं. सरकार का झूठ मासूमों को पच नहीं रहा है.
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एलजेपी नेता ( चिराग गुट ) कृष्णा सिंह कल्लू ने कहा कि बिहार और केंद्र सरकार ने बेशर्मी की हदें पार कर दी है. उन्होंने सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि अगर ऑक्सीजन की कमी के बिना लोगों की मौत नहीं हुई है तो तत्कालीन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन को उनके पद से क्यों हटाया गया?
कृष्णा सिंह कल्लू ने कहा कि बिहार और केंद्र सरकार के वैसे नेता और अधिकारी, जिनकीे वजह से ऑक्सीजन की कमी से कई लोगों की मौतें हुई हैं, उनके खिलाफ 302 के तहत हत्या का मुकदमा चलना चाहिए. कोरोना की दूसरी लहर के दौरान कई वीडियो और तस्वीरें भी सामने आई थी, इसके बावजूद राज्य सरकार और केंद्र सरकार झूठ बोल रही है.