पटनाः बिहार के पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर और वैशाली मौसम विभाग केंद्र ने अलर्ट (Lightning alert in Bihar) जारी किया है. इन जिलों में अगले कुछ घंटों में मेघ गर्जन के साथ वज्रपात का पूर्वानुमान है. इस दौरान मध्यम बारिश की भी संभावना जताई गई है. इस दौरान लोगों को घर से बाहर नहीं निकलने की हिदायत मौसम विभाग की ओर से दी गई है.
ये भी पढ़ेंः बिहार में कहर बनकर टूट रही आसमानी आफत, 7 साल में 1625 लोगों की मौत, अब तक 200 की गई जान
वज्रपात से बचाव के लिए खराब मौसम में बाहर नहीं निकलने की हिदायतः इस मौसम को देखते हुए पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर और वैशाली में लोगों को सतर्क और सवधान रहने की सलाह विभाग के ओर से दी गई है. साथ ही खराब मौसम में घर से बाहर या खेत में नहीं जाने को कहा गया है. वज्रपात की आशंका को देखते हुए पेड़ के नीचे ठहरने से मना किया गया है. किसानों को मौसम ठीक होने तक खेत नहीं जाने की सलाह दी गई है. साथ ही बिजली के खंभों के आसपास लोगों को खड़ा नहीं होने की बात कही गई है.
-
#EASTCHAMPARAN #MUZAFFARPUR #VAISHALI pic.twitter.com/sgyAawjeyd
— मौसम विज्ञान केंद्र, पटना (@imd_patna) September 24, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">#EASTCHAMPARAN #MUZAFFARPUR #VAISHALI pic.twitter.com/sgyAawjeyd
— मौसम विज्ञान केंद्र, पटना (@imd_patna) September 24, 2022#EASTCHAMPARAN #MUZAFFARPUR #VAISHALI pic.twitter.com/sgyAawjeyd
— मौसम विज्ञान केंद्र, पटना (@imd_patna) September 24, 2022
वज्रपात से 7 साल में सोलह सौ लोगों की मौत : बिहार में आकाशीय बिजली यानी वज्रपात से लोगों की मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है. बिहार सरकार की ओर से वज्रपात की जानकारी के लिए पटना सहित खगड़िया, रोहतास, नवादा, पूर्वी चंपारण, दरभंगा और पूर्णिया में कुल आठ अर्थ नेटवर्क सेंसर लगाए गए हैं. इसके अलावा केंद्र सरकार की ओर से पटना, गया, दरभंगा में अलग से अर्थ नेटवर्क सेंसर लगे हुए हैं. मौसम विभाग बिहार सरकार (Meteorological Department Government of Bihar) का आपदा विभाग और सूचना जनसंपर्क विभाग के तरफ से यह लगातार दावा होता रहा है कि 3 घंटा पहले वज्रपात और मौसम की जानकारी मुहैया कराई जा रही है.
वज्रपात से नहीं थम रहा मौतों का सिलसिला : आकशीय बिजली से लोगों को जानकारी मिले इसके लिए बिहार सरकार की ओर से विशेष रूप से इंद्रव्रज ऐप बनाया गया है, तो वहीं भारत सरकार का दामिनी ऐप भी है. ऐप के माध्यम से किलोमीटर की परिधि में आकाशीय बिजली गिरने की स्थिति में 40 से 45 मिनट पूर्व सूचना मिल जाती है. लोगों को सूचना देने के लिए रेडियो, टेलीविजन, विभिन्न प्रचार माध्यमों की मदद लेने की बात कही जाती रही है. लेकिन सच्चाई यही है कि इस बार बिहार में मानसून कमजोर है. बारिश कम हो रही है लेकिन अकाशीय बिजली से मरने वाले लोगों की संख्या 200 के करीब पहुंच गई है और इसमें से 90 फीसदी से अधिक ग्रामीण इलाकों में मौत हो रही है. मरने वालों में सबसे अधिक किसान और मजदूर है.
ये भी पढ़ेंः बिहार : कई जगहों पर आकाशीय बिजली गिरने से 13 लोगों की मौत, अलर्ट जारी