पटना: आरजेडी के साथ सरकार बनाने के बाद नीतीश कुमार की मुश्किल कम होती नहीं दिख रही हैं. बाहुबली आनंद मोहन (Anand Mohan) पर अभी बवाल खत्म नहीं हुआ था कि इसी बीच बिहार के कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह (Bihar Law Minister kartikeya singh) पर बेहद चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. बिहार के कानून मंत्री पर हुए खुलासे से हड़कंप मच गया है. कार्तिकेय सिंह को लेकर हुए खुलासे पर आरजेडी सुप्रीमों लालू प्रसाद ने भी प्रतिक्रिया (Lalu Yadav defend Kartikeya singh) दी है.
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कार्तिकेय सिंह पर क्या बोले लालू : बिहार में कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह को लेकर जारी वारंट पर RJD प्रमुख लालू यादव ने कहा है कि ''सुशील मोदी क्या बोलते हैं उस पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है. सुशील मोदी झूठा आदमी है (Lalu Yadav attack Sushil Modi), ऐसा कोई मामला नहीं है.'' वहीं, पार्टी की तरफ से भी बीजेपी के आरोपों का जवाब दिया है. आरजेडी प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि जो भी कानून के रास्ते में आएगा उसको माफी नहीं मिल सकती है.
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"भाजपा 95 फीसदी विपक्ष के लोगों को ईडी के रडार पर लेते हैं. कानून मंत्री पर जो आरोप लगा है अगर सत्य साबित नहीं होता है तो आप कार्रवाई के भागी बनेंगे क्या? आरोप लग जाने मात्र से कोई आरोपित हो गया क्या?" - शक्ति सिंह यादव, आरजेडी प्रवक्ता
नीतीश कुमार पर हमलावर हुई बीजेपी: बिहार के कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह पर बीजेपी हमलावर हो गई है. राज्यसभा में बीजेपी सांसद सुशील मोदी ने कार्तिकेय सिंह को मंत्रिमंडल से बाहर करने की मांग की है. सुशील मोदी ने यहां तक कह दिया है कि नीतीश कुमार, अनंत सिंह से डरते हैं, इसलिए वारंटी कार्तिकेय सिंह को कानून बनने से नहीं रोक पाए. बीजेपी नेता सुशील मोदी, केन्द्रीय मंत्री व बीजेपी नेता आरके सिंह और रविशंकर प्रसाद ने भी नीतीश सरकार पर हमला बोला है.
''मुख्यमंत्री जब किसी को शपथ दिलवाता है तो उसका पहले पुलिस वेरिफिकेशन होता है. उसका आपराधिक रिकॉर्ड खंगाला जाता है. क्या नीतीश कुमार को यह बात मालूम नहीं था कि कार्तिकेय सिंह के खिलाफ वारंट है. सीएम नीतीश बाढ़ मोकामा इलाके से आते हैं और उन्हें कार्तिकेय सिंह के बारे में पहले से नहीं पता था.'' - सुशील मोदी, बीजेपी नेता व राज्यसभा सांसद
''मैं बिहार से हूं और जो हो रहा है उससे मैं शर्मिंदा हूं. जंगलराज शुरू हो गया है. कानून मंत्री खुद फरार है, वो भी अपहरण के मामले में. आपने कैसे आदमी को कानून मंत्री बना दिया जो अनंत सिंह का दाहिना हाथ है.'' - आरके सिंह, केंद्रीय मंत्री
''हम उम्मीद करते हैं कि पटना उच्च न्यायालय इस पर गंभीरता से ध्यान देगा. नीतीश कुमार जी कुछ तो हिम्मत दिखाइए. मैं अपेक्षा करता हूं कि कार्तिकेय सिंह को बर्खास्त किया जाए और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.'' - रविशंकर प्रसाद, बीजेपी नेता
कार्तिकेय सिंह ने आरोपों पर क्या कहा? : इन सबके बीच कार्तिकेय सिंह ने कहा कि वो दोषी नहीं पाए गए हैं. पहली बार एमएलसी और मंत्री बने हैं. वो पहले शिक्षक रहे, उनका खानदान देश की आजादी की लड़ाई में सक्रिय रूप से भाग ले चुका है. जहां तक सुशील मोदी के आरोपों की बात है को चुनावी हलफनामे में सारी जानकारी दी गई है. किसी के खिलाफ केस का होना अलग मुद्दा है और किसी केस में सजायाफ्ता होना अलग बात है.
कार्तिकेय सिंह किस केस में हैं वारंटी? : साल 2014 में राजीव रंजन की किडनैपिंग हुई थी. इसके बाद कोर्ट ने इस मामले में संज्ञान लिया था. राजीव रंजन की किडनैपिंग मामले में एक आरोपी बिहार के कानून मंत्री कार्तिक सिंह भी हैं. बिहटा थाना में उनके खिलाफ मामला दर्ज है. जिनके खिलाफ कोर्ट ने वारंट जारी किया हुआ है. धारा 164 के तहत बयान में नाम आया है. कार्तिकेय सिंह ने अभी तक ना तो कोर्ट के सामने सरेंडर किया है ना ही जमानत के लिए अर्जी दी है. कल यानी 16 अगस्त को इनको कोर्ट में पेश होना था, लेकिन वो मंत्री पद की शपथ ले रहे थे.
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दानापुर कोर्ट के आदेश की कॉपी- 'न हो कोई कार्रवाई' : इस बीच दानापुर कोर्ट के आदेश की कॉपी सामने आई है, जिसमें मोकामा के थाना प्रभारी को आदेश दिया गया है कि कार्तिकेय सिंह के खिलाफ एक सितंबर तक किसी भी प्रकार की दंडात्मक कार्रवाई न की जाए. अदालत का ये आदेश 12 अगस्त का है.
अनंत सिंह के हैं बेहद 'खास' है कार्तिकेय सिंह: बता दें कि कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह आरजेडी के पूर्व विधायक अनंत सिंह (RJD Leader Anant Singh) के बेहद खास हैं. बताया जाता है कि अनंत सिंह के जेल में रहने पर कार्तिकेय सिंह उर्फ 'कार्तिकेय मास्टर' ही मोकामा से लेकर पटना तक उनके सारे काम को देखते हैं. इस साल उन्होंने आरजेडी से चुनाव लड़ा और एमएलसी बन गए. वर्ष 2005 के बिहार विधानसभा चुनाव के बाद कार्तिक मास्टर और अनंत सिंह की दोस्ती परवान चढ़ी थ. आगे अनंत सिंह के चुनावी रणनीतिकार के रूप में कार्तिकेय ने खुद को साबित किया. राजनीति में सक्रिय होने से पहले कार्तिकेय स्कूल में शिक्षक थे. वे मोकामा के रहनेवाले हैं और उनके गांव का नाम शिवनार है. कार्तिक मास्टर की पत्नी रंजना कुमारी लगातार दो बार मुखिया बनीं.
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