पटनाः राजद सुप्रीमो लालू यादव (Lalu Prasad Yadav) एक बार फिर पटना आ रहे हैं. 22 नवंबर को उनके पटना आने की संभावना है. दरअसल, 23 नवंबर को चारा घोटाला (Fodder Scam) के एक मामले में सुनवाई होनी है, जिसमें सभी आरोपियों की फिजिकल अपीरियंस जरूरी है. लालू के वकील प्रभात कुमार ने यह जानकारी दी है.
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लंबे समय के बाद चारा घोटाले के इस मामले की सुनवाई हो रही है. यह पहली सुनवाई होगी, जिसमें आरोपियों की फिजिकल अपीरियंस जरूरी है. पहली सुनवाई के बाद सशरीर उपस्थिति से लालू को छूट मिल सकती है, लेकिन 23 नवंबर को बांका कोषागार में 42 लाख रुपये की अवैध निकासी से संबंधित मामले की पहली सुनवाई होनी है. इसलिए लालू यादव भी इस दौरान कोर्ट में उपस्थित रहेंगे.
आपको बता दें कि लालू यादव को चारा घोटाला के तीन अलग-अलग मामलों में सजा हो चुकी है. उन तीन मामलों में मिली सजा का आधा हिस्सा वे काट चुके हैं. इसी आधार पर उन्हें नियमित जमानत मिली हुई है. बता दें कि इसी वर्ष अप्रैल महीने में उन्हें जमानत मिली थी, जिसके बाद से वे दिल्ली के डॉक्टरों से इलाज करा रहे हैं और फिलहाल दिल्ली में रह रहे हैं.
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हालांकि, इस बीच बिहार में विधानसभा की 2 सीटों पर हुए उपचुनाव के दौरान लालू यादव पटना आए थे. इस दौरान उन्होंने जनसभा को भी संबोधित करते हुए आरजेडी प्रत्याशी के लिए लेकिन तबीयत बिगड़ने पर एक बार फिर उन्हें दिल्ली वापस लौटना पड़ा था. फिलहाल लालू यादव दिल्ली में अपनी बेटी और राज्यसभा सांसद मीसा भारती के आवास पर रहे हैं. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी दिल्ली में है. तेजस्वी भी एक दो दिनों में पटना लौटने की संभावना है.
बता दें कि बिहार विधानसभा का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर से शुरू हो रहा है. केंद्रीय कृषि कानून रद्द होने से उत्साहित राष्ट्रीय जनता दल अब जातिगत जनगणना को लेकर बिहार सरकार पर दबाव बनाने की तैयारी में है. इस लिहाज से नवंबर के आखिरी हफ्ते में लालू यादव का बिहार आना महत्वपूर्ण माना जा रहा है. राजद सुप्रीमो की पूरी कोशिश है कि जातिगत जनगणना का पूरा क्रेडिट उनकी पार्टी को मिले.
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