पटना: लालू के बड़े बेटे और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) एक बार फिर नाराज हो गए हैं. सूत्रों के हवाले से तेज प्रताप की नाराजगी दूर करने की कोशिश की जा रही है. कुशेश्वरस्थान (Kusheshwarsthan) में लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) वीडियो कॉल के जरिए तेज प्रताप यादव से मंच पर राजद (RJD) के लिए प्रचार करवा सकते हैं.
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दरअसल, लालू यादव के आने के बाद ऐसा लगा था कि उनकी नाराजगी दूर हो गई है, लेकिन आज चुनाव प्रचार को लेकर उन्होंने ट्वीट किया है और कहा कि जगदानंद सिंह ने उन्हें चुनाव प्रचार में जाने से रोक दिया और खुद चले गए. तेज प्रताप यादव ने श्री कृष्ण और कंस की फोटो के साथ सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी व्यक्त की है. उन्होंने लिखा है कि एक बार फिर जगदानंद सिंह ने पार्टी को तोड़ने की कोशिश की है और उन्हें पिताजी के साथ चुनाव प्रचार में नहीं जाने दिया है.
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एक बार फिर जगदानंद के द्वारा पार्टी को तोड़ने का और पिताजी के साथ चुनावी प्रचार में जाने से रोका गया! pic.twitter.com/XciLGz3dVG
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— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) October 27, 2021
ईटीवी भारत ने एक्सक्लूसिव जानकारी दी थी कि तेज प्रताप यादव और तेजस्वी लालू यादव के साथ चुनाव प्रचार के लिए जाएंगे, लेकिन जब आज तेज प्रताप यादव 10 सर्कुलर रोड स्थित लालू-राबड़ी के आवास पर पहुंचे तो वहां से वह चुनाव प्रचार के लिए लालू यादव के साथ नहीं जा सकें, क्योंकि हेलीकॉप्टर पर लालू के साथ तेजस्वी और जगदानंद सिंह सवार थे. 2 दिन पहले राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने तेज प्रताप यादव की जमकर तारीफ की थी और उन्हें अच्छा नेता करार दिया था. हालांकि, इस पर तेज प्रताप यादव ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी.
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लालू यादव के आने के बाद वो लगातार लालू यादव और राबड़ी देवी से मुलाकात कर रहे थे और इस बार की चर्चा भी थी कि वो कांग्रेस के लिए कुशेश्वरस्थान में प्रचार नहीं करेंगे, बल्कि राजद के लिए ही दोनों जगहों पर लालू यादव के साथ प्रचार जाएंगे. लेकिन, आखिरी वक्त में उन्हें नहीं जाने दिया गया और इस बात के लिए उन्होंने जगदानंद सिंह को जिम्मेदार ठहराया है.
आपको बता दें कि बिहार विधानसभा की 2 सीटों के लिए 30 अक्टूबर को उपचुनाव होना है. उसके लिए चुनाव प्रचार की समय सीमा आज शाम 4 बजे समाप्त हो रही है. आज लालू यादव लंबे अरसे के बाद किसी चुनाव में प्रचार के लिए निकले हैं, उनके साथ तेजस्वी यादव और जगदानंद सिंह भी हैं. वह मुंगेर और कुशेश्वरस्थान में चुनाव प्रचार करने के बाद पटना लौट आएंगे.