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हिंदुत्व का कार्ड खेलने के लिए केंद्र सरकार ने लागू किया CAA और NRC- मांझी

मांझी ने देश में चल रहे उग्र आंदोलन और उस पर पुलिसिया कार्रवाई के बारे में कहा कि एनआरसी और सीएए के खिलाफ चल रहे आंदोलनों के लिए पुलिस दमनकारी नीति अपना रही है. बिहार में भी कई जगहों पर धारा 144 लगायी गई है. पप्पू यादव को भी  नजरबंद कर दिया गया है. यह पुलिस की दमनकारी नीति है.

jitan ram manjhi
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Published : Dec 18, 2019, 5:19 PM IST

पटना: हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने केंद्र सरकार पर हिंदुत्व का कार्ड खेलने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि यही कारण है कि भारत में एनआरसी और नागरिकता कानून लागू किया गया है. केंद्र सरकार जानती है कि साक्षरता दर कम है और धर्म के नाम पर लोगों को बांटा जा सकता है. इसीलिए इस तरह के कार्ड खेले गए हैं.

'पुलिस की दमनकारी नीति'
मांझी ने देश में चल रहे उग्र आंदोलन और उसपर पुलिसिया कार्रवाई के बारे में कहा कि एनआरसी और सीएए के खिलाफ चल रहे आंदोलनों के लिए पुलिस दमनकारी नीति अपना रही है. बिहार में भी कई जगहों पर धारा 144 लगायी गई है. पप्पू यादव को भी नजरबंद कर दिया गया है. यह पुलिस की दमनकारी नीति है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'पोस्टर वॉर उचित नहीं'
राम मांझी ने कहा कि प्रदेश में जारी पोस्टर वॉर उचित नहीं है. सबसे पहले बिहार के विकास के बारे में सोचना चाहिए. राज्य का विकास ना तो केंद्र सरकार कर रही है और ना ही राज्य सरकार का इस ओर ध्यान है. गलत पोस्टर लगा कर सरकार का काम प्रचारित-प्रसारित करने की कोशिश की जा रही है, जबकि सच्चाई यही है कि धरातल पर बिहार में कोई काम नहीं हो रहा है.

'जारी रहेगा सीएए का विरोध'
सीएए के खिलाफ कम्युनिस्ट पार्टी ने बिहार बंद का ऐलान किया है. मांझी की पार्टी हम ने भी उसका समर्थन किया है. 21 दिसंबर को महागठबंधन का भी बिहार बंद है इन हालातों में पटना की मुख्य जगहों पर धारा 144 लगाने को जीतन राम मांझी दमनकारी नीति मानते हैं.उनका कहना है कि आंदोलन को दबाने के लिए पुलिस इस तरह की नीति अपना रही है. लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा, सीएए का विरोध जारी रहेगा.

पटना: हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने केंद्र सरकार पर हिंदुत्व का कार्ड खेलने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि यही कारण है कि भारत में एनआरसी और नागरिकता कानून लागू किया गया है. केंद्र सरकार जानती है कि साक्षरता दर कम है और धर्म के नाम पर लोगों को बांटा जा सकता है. इसीलिए इस तरह के कार्ड खेले गए हैं.

'पुलिस की दमनकारी नीति'
मांझी ने देश में चल रहे उग्र आंदोलन और उसपर पुलिसिया कार्रवाई के बारे में कहा कि एनआरसी और सीएए के खिलाफ चल रहे आंदोलनों के लिए पुलिस दमनकारी नीति अपना रही है. बिहार में भी कई जगहों पर धारा 144 लगायी गई है. पप्पू यादव को भी नजरबंद कर दिया गया है. यह पुलिस की दमनकारी नीति है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'पोस्टर वॉर उचित नहीं'
राम मांझी ने कहा कि प्रदेश में जारी पोस्टर वॉर उचित नहीं है. सबसे पहले बिहार के विकास के बारे में सोचना चाहिए. राज्य का विकास ना तो केंद्र सरकार कर रही है और ना ही राज्य सरकार का इस ओर ध्यान है. गलत पोस्टर लगा कर सरकार का काम प्रचारित-प्रसारित करने की कोशिश की जा रही है, जबकि सच्चाई यही है कि धरातल पर बिहार में कोई काम नहीं हो रहा है.

'जारी रहेगा सीएए का विरोध'
सीएए के खिलाफ कम्युनिस्ट पार्टी ने बिहार बंद का ऐलान किया है. मांझी की पार्टी हम ने भी उसका समर्थन किया है. 21 दिसंबर को महागठबंधन का भी बिहार बंद है इन हालातों में पटना की मुख्य जगहों पर धारा 144 लगाने को जीतन राम मांझी दमनकारी नीति मानते हैं.उनका कहना है कि आंदोलन को दबाने के लिए पुलिस इस तरह की नीति अपना रही है. लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा, सीएए का विरोध जारी रहेगा.

Intro:एंकर पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कहा है कि केंद्र सरकार हिंदुत्व का कार्ड खेलना चाहती है और यही कारण है कि एनआरसी और नागरिक संशोधन अधिनियम भारत में लागू किया गया है उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जानती है कि साक्षरता दर कम है और धर्म के नाम पर लोगों को बांटा जा सकता है और इसीलिए इस तरह के कार्ड खेले गए हैं उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि जिस तरह का आंदोलन चल रहा है निश्चित तौर पर पुलिस दमनकारी नीति अपना रही है बिहार में भी धारा 144 कई जगहों पर लगाया गया है और पप्पू यादव को नजरबंद किया गया है निश्चित तौर पर यह पुलिस की दमनकारी नीति है



Body: जीतन राम मांझी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि यह लोग पोस्टर वार कर रहे हैं जो उचित नहीं है लोगों को सबसे पहले बिहार के विकास के बारे में सोचना चाहिए तो विकास नहीं केंद्र सरकार से हो रहा है ना ही राज्य सरकार से हो रहा है निश्चित तौर पर जो मुद्दे हैं मुद्दे को गोल करने के लिए यह लोग पोस्टर वार कर रहे हैं जहां तहां गलत शलत पोस्टर लगा करके सरकार को प्रचारित प्रसारित करना चाहते हैं जबकि सच्चाई यही है कि धरातल पर बिहार में कोई काम नहीं हो रहा है


Conclusion:नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ कल कम्युनिस्ट पार्टी ने बिहार बंद का ऐलान किया है और जीतन राम मांझी के पार्टी हम ने भी उसका समर्थन दिया है निश्चित तौर पर 21 दिसंबर को महागठबंधन का भी बिहार बंद है ऐसे हालत में पटना के मुख्य जगहों पर धारा 144 प्रशासन द्वारा लगाया गया है जिसे पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी दमनकारी नीति मानते हैं और उनका साफ साफ कहना है कि आंदोलन को दबाने के लिए पुलिस इस तरह की नीति अपना रही है जबकि इस नीति से काम नहीं चलेगा नागरिकता संशोधन एक्ट का विरोध जारी रहेगा
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