पटना: गांधी मैदान में सीरियल बम ब्लास्ट की आतंकी घटना को लेकर एनआईए कोर्ट (NIA Court) ने बड़ा फैसला सुनाया है. कोर्ट ने पटना के गांधी मैदान ब्लास्ट (Patna Gandhi Maidan Blast Case) मामले में 9 दोषियों को सजा सुना दी. दोषी ठहराए गए नौ आतंकियों में से 4 को फांसी की सजा दी गयी है. 2 आतंकियों को आजीवन कारावास, दो को 10-10 साल की सजा और 1 को 7 साल की सजा दी गई है. एनआईए कोर्ट के फैसले का जदयू ने स्वागत किया है.
ये भी पढ़ें- पटना सीरियल ब्लास्टः 8 साल बाद मिला इंसाफ, फैसला सुनकर मृतकों के परिजन बोले अब मिली शांति
''एनआईए कोर्ट का फैसला वैसे लोगों के लिए मैसेज है, जो इस तरह की घटना को अंजाम देते हैं. उन्होंने कहा कि ये दिल दहलाने वाली घटना थी. उस घटना में जिन लोगों की जान गई उनके प्रति हमारी श्रद्धांजलि है.''- अरविंद निषाद, प्रवक्ता, जदयू
बीजेपी की ओर से उस समय कई तरह के आरोप लगाए गए थे. उस पर अरविंद निषाद का कहना है कि इस तरह के आरोप से बचना चाहिए था. अब तो दूध का दूध और पानी का पानी हो गया है.
ये भी पढ़ें- गांधी मैदान धमाका केस: 4 आरोपियों को फांसी, 2 को आजीवन कारावास, 2 को 10-10 साल, 1 को 7 साल की जेल
बता दें कि गांधी मैदान में बीजेपी की हुंकार रैली आयोजित की गई थी जिसमें गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को भाषण देना था. उनकी मौजूदगी में बम ब्लास्ट की घटना हुई थी, जिसमें कई लोगों की जानें गई थीं. उस समय बिहार में बीजेपी सरकार से बाहर थी. इसी कारण नीतीश सरकार पर सुरक्षा को लेकर कई तरह के सवाल खड़े किए गए थे.
कब-कब और कहां-कहां हुआ था धमाका
- पहला धमाका: सुबह 9.30 बजे... पटना जंक्शन के प्लेटफॉर्म नम्बर 10 के शौचालय में
- दूसरा धमाका: सुबह 11.40 बजे... उद्योग भवन गांधी मैदान में
- तीसरा धमाका: दोपहर 12.05 बजे... रीजेंट सिनेमा हॉल के पास
- चौथा धमाका: दोपहर 12.10 बजे... गांधी मैदान में बापू की पुरानी प्रतिमा के पास
- पांचवां धमाका: दोपहर 12.15 बजे... गांधी मैदान के दक्षिणी हिस्से में ट्विन टावर के पास
- छठा धमाका: दोपहर 12.20 बजे... गांधी मैदान के पश्चिमी हिस्से में स्टेट बैंक के पास
- सातवां धमाका: दोपहर 12.45 बजे... गांधी मैदान के चिल्ड्रेन पार्क के पास
नीतीश कुमार नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री उम्मीदवार घोषित होने के बाद ही बीजेपी से अलग हुए थे और इसलिए नीतीश कुमार पूरे देश में आरोपों के घेरे में आ गए थे. जेडीयू और बीजेपी इस घटना के बाद आमने सामने हो गई थी और दोनों के बीच खटास और बढ़ गई थी. हालांकि, बाद में नीतीश कुमार फिर से बीजेपी के साथ हो गए और अभी बीजेपी और जदयू के साथ एनडीए की सरकार है और नीतीश कुमार मुख्यमंत्री हैं.