पटना: चुनाव आयोग (Election Commission) ने बिहार उपचुनाव के लिए लोक जनशक्ति पार्टी के दोनों गुटों को नाम और चिह्न आवंटित कर दिए हैं. चुनाव आयोग की तरफ से चिराग पासवान (Chirag Paswan) को हेलीकॉप्टर और पशुपति कुमार पारस (Pashupati Kumar Paras) को सिलाई मशीन चुनाव चिन्ह आवंटित किया गया है. चिराग पासवान को हेलीकॉप्टर देने पर जदयू ने तंज सका है.
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जदयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा रामविलास पासवान ने बहुत ही संघर्ष से पार्टी को खड़ा किया था. बंगला और झोपड़ी उनके पास चुनाव चिन्ह था. लेकिन चिराग पासवान नकारात्मक राजनीति करने लगे. चिराग लालटेन में आग जलाने के लिए घूम रहे थे, लेकिन खुद का बंगला ही जलाकर खाक कर दिया.
"चुनाव चिन्ह अब हेलीकॉप्टर मिला है. हवा हवाई नेता हैं इसलिए हेलीकॉप्टर मिला है. अब अपने चुनाव चिन्ह को लेकर हवा में घूमते रहें. जनता ने उन्हें पहले ही पहचान लिया है. नरेंद्र मोदी के हनुमान बनने का स्वांग रचते रहे लेकिन हम लोग तो पहले से ही कहते रहे हैं कि चिराग तेजस्वी यादव के हनुमान हैं."- अभिषेक झा, प्रवक्ता जदयू
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जदयू प्रवक्ता ने चिराग पर हमला करते हुए कहा कि चुनाव चिन्ह मिल गया है, चुनाव लड़े लेकिन हमें कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है. क्योंकि अब जिस पार्टी के पास कैंडिडेट ही नहीं है उनके साथ जनता क्या होगी.
बता दें कि सांसद चिराग पासवान और केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस को चुनाव आयोग ने पार्टी का नाम और सिंबल आवंटित कर दिया है. चिराग (Chirag Paswan) गुट की पार्टी का नाम 'लोकजनशक्ति पार्टी (रामविलास)' होगा जबकि हेलीकॉप्टर चुनाव चिह्न दिया गया है. वहीं पशुपति पारस (Pashupati Kumar Paras) गुट की पार्टी 'राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी' को सिलाई मशीन चुनाव चिह्न मिला है. लोक जनशक्ति पार्टी पर कब्जे को लेकर चाचा और भतीजे के बीच जो लड़ाई चल रही है, कहीं ना कहीं उपचुनाव तक के लिए चुनाव आयोग ने उसपर विराम लगा दिया है.
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दरअसल लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) और उसके चुनाव चिह्न 'बंगला' पर चिराग और पारस गुट दोनों ने दावा किया था. इन दावों के बाद चुनाव आयोग ने एक अंतरिम आदेश में पार्टी के नाम और चुनाव चिह्न के इस्तेमाल पर रोक लगा दी थी.