पटना: असम में रहने वाले बिहारी राम कुमार के अगवा किये जाने के मामले में जदयू ने कहा है कि सरकार इसे गंभीरता से लेगी. जदयू प्रवक्ता अरविंद निषाद ने कहा कि तेल कंपनी में काम करने वाले बिहारी के गुमशुदगी का मामला जो सामने आ रहा है उस मामले को सरकार देखेगी और पहल करेगी.
बता दें कि, असम के शिवसागर जिले के रहने वाले प्रणब कुमार गोगोई और बिहार के खगड़िया के राम कुमार क्विपो ऑयल एंड गैस कंपनी की खनन परियोजना में काम करते हैं. पिछले महीने उल्फा (स्वतंत्र) और एनएससीएन (के) की एक ज्वॉइंट टीम ने उनका अपहरण कर लिया था. परियोजना में राम कुमार (35 वर्ष) एक रेडियो ऑपरेटर हैं और प्रणब कुमार गोगोई (51 वर्ष) परियोजना में ड्रिलिंग अधीक्षक हैं.
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20 करोड़ रुपये की मांगी फिरौती
दोनों का अपहरण 21 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश के चांगलांग जिले के डायुन क्षेत्र के परियोजना स्थल से हुआ था. जानकारी के अनुसार प्रतिबंधित संगठन ने दोनों को छोड़ने के लिए 20 करोड़ रुपये की मांग की है. कर्मचारियों की ओर से मुख्यमंत्री से इस मामले में अपील की गई है.
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क्या बोले भाजपा प्रवक्ता
'भाजपा की सरकार बनने के बाद उल्फा जैसे प्रतिबंधित संगठन अपने खात्मे की तरफ है. इस संगठन ने अपने आप को किसी तरह जिंदा रखने के लिए इस तरह का काम किया है. इसको लेकर अपहृत युवक ने बिहार सरकार से अपील की है. इसपर बिहार सरकार और हमलोग मिलकर युवक की जल्द रिहाई को लेकर कार्रवाई कर रहे हैं. सरकार बिना लेवी दिए हुए उक्त युवक के रिहाई का इंतजाम कराएगी.' -डॉ राम सागर सिंह, भाजपा प्रवक्ता.