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अंतरिक्ष की दुनिया में भारत ने एक बार फिर रचा इतिहास - अंतरिक्ष में भारत

पटना में चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग को लेकर छात्राओं में खासा उत्साह दिखा. पटना यूनिवर्सिटी की छात्राओं ने अपनी खुशी ईटीवी भारत से साझा की.

छात्राएं
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Published : Jul 22, 2019, 4:51 PM IST

Updated : Jul 22, 2019, 4:59 PM IST

पटना: इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन यानी इसरो ने सोमवार को 2 बजकर 43 मिनट पर चंद्रयान-2 लॉन्च कर दिया है. जिसकी चर्चा पूरे देश ही नहीं विश्वभर में हो रही है. यह भारतवासियों के लिए बेहद गर्व की बात है. चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग को लेकर पूरे देश में खुशी का माहौल है.

पटना में चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग को लेकर छात्राओं में भी खासा उत्साह दिखा. पटना यूनिवर्सिटी की छात्राओं ने अपनी खुशी ईटीवी भारत के सामने जाहिर की. उन्होंने कहा कि यह हर देशवासी के लिए गर्व का क्षण है. साथ ही उन्होंने सभी वैज्ञानिकों को इसके लिए बहुत-बहुत बधाई भी दी है.

छात्राओं ने जाहिर की खुशी

GSLV-Mk III -M1 लांच
बता दें कि करीब 16.23 मिनट के अंदर चंद्रयान-2 पृथ्वी से करीब 182 किलोमीटर की ऊंचाई पर जीएसएलवी एमके 3 एम 1 रॉकेट से अलग होकर पृथ्वी की कक्षा में चक्कर लगाना शुरू करेगा. गौरतलब है कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन का दूसरा मून मिशन चंद्रयान-2 लॉन्च हो चुका है. जो देश के सबसे ताकतवर बाहुबली रॉकेट से लॉन्च किया गया है. उसे चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने के लिए 48 दिन की यात्रा करनी पड़ेगी.

जानें कैसा होगा सफर...
बताया जाता है कि चंद्रयान-2, 22 जुलाई से लेकर 13 अगस्त तक पृथ्वी के चारों तरफ चक्कर लगाएगा. इसके बाद 13 अगस्त से 19 अगस्त तक चांद की तरफ जाने वाली लंबी कक्षा में यात्रा करेगा. 19 अगस्त को ही यह चांद की कक्षा में पहुंचेगा. इसके बाद 13 दिन यानी 31 अगस्त तक वह चांद के चारों तरफ चक्कर लगाएगा. 1 सितंबर को वह विक्रम लैंडर और भीतर से अलग हो जाएगा. चांद के दक्षिणी ध्रुव की तरफ यात्रा शुरू करेगा. 5 दिन की यात्रा के बाद 6 सितंबर को विक्रम लैंड ऑबिटर से अलग हो जायेगा और चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंड करेगा. लैंडिंग के करीब 4 घंटे बाद रोवर प्रज्ञान लैंडर से निकलकर चांद की सतह पर विभिन्न प्रयोग के लिए उतरेगा.

पटना: इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन यानी इसरो ने सोमवार को 2 बजकर 43 मिनट पर चंद्रयान-2 लॉन्च कर दिया है. जिसकी चर्चा पूरे देश ही नहीं विश्वभर में हो रही है. यह भारतवासियों के लिए बेहद गर्व की बात है. चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग को लेकर पूरे देश में खुशी का माहौल है.

पटना में चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग को लेकर छात्राओं में भी खासा उत्साह दिखा. पटना यूनिवर्सिटी की छात्राओं ने अपनी खुशी ईटीवी भारत के सामने जाहिर की. उन्होंने कहा कि यह हर देशवासी के लिए गर्व का क्षण है. साथ ही उन्होंने सभी वैज्ञानिकों को इसके लिए बहुत-बहुत बधाई भी दी है.

छात्राओं ने जाहिर की खुशी

GSLV-Mk III -M1 लांच
बता दें कि करीब 16.23 मिनट के अंदर चंद्रयान-2 पृथ्वी से करीब 182 किलोमीटर की ऊंचाई पर जीएसएलवी एमके 3 एम 1 रॉकेट से अलग होकर पृथ्वी की कक्षा में चक्कर लगाना शुरू करेगा. गौरतलब है कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन का दूसरा मून मिशन चंद्रयान-2 लॉन्च हो चुका है. जो देश के सबसे ताकतवर बाहुबली रॉकेट से लॉन्च किया गया है. उसे चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने के लिए 48 दिन की यात्रा करनी पड़ेगी.

जानें कैसा होगा सफर...
बताया जाता है कि चंद्रयान-2, 22 जुलाई से लेकर 13 अगस्त तक पृथ्वी के चारों तरफ चक्कर लगाएगा. इसके बाद 13 अगस्त से 19 अगस्त तक चांद की तरफ जाने वाली लंबी कक्षा में यात्रा करेगा. 19 अगस्त को ही यह चांद की कक्षा में पहुंचेगा. इसके बाद 13 दिन यानी 31 अगस्त तक वह चांद के चारों तरफ चक्कर लगाएगा. 1 सितंबर को वह विक्रम लैंडर और भीतर से अलग हो जाएगा. चांद के दक्षिणी ध्रुव की तरफ यात्रा शुरू करेगा. 5 दिन की यात्रा के बाद 6 सितंबर को विक्रम लैंड ऑबिटर से अलग हो जायेगा और चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंड करेगा. लैंडिंग के करीब 4 घंटे बाद रोवर प्रज्ञान लैंडर से निकलकर चांद की सतह पर विभिन्न प्रयोग के लिए उतरेगा.

Intro:अंतरिक्ष की दुनिया में हिंदुस्तान आज एक बार फिर से इतिहास रच डाला है
इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन यानी इसरो ने आज chandrayaan-2 लॉन्च कर दिया है, जिसको लेकर पूरे देश भर में खुशी का माहौल है और आज हर कोई अपने देश पर गौरवान्वित महसूस कर रहा है
पटना में chandrayaan-2 की लॉन्चिंग को लेकर छात्राओं ने ईटीवी भारत पर जाहिर की अपनी प्रतिक्रिया


Body:chandrayaan-2 की लॉन्चिंग आज हो चुकी है, जो सबसे ताकतवर रॉकेट जीएसएलवी MK3 से लॉन्च किया गया है, करीब 16. 23 मिनट के अंदर चंद्रयान-2 पृथ्वी से करीब 182 किलोमीटर की ऊंचाई पर जीएसएलवी MK3 रॉकेट से अलग होकर पृथ्वी की कक्षा में चक्कर लगाना शुरू करेगा।

गौरतलब है कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन का दूसरा मून मिशन चंद्रयान 2 लॉन्चिंग हो चुका है, जो देश के सबसे ताकतवर बाहुबली रॉकेट से लॉन्च किया गया है, उसे चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने के लिए 48 दिन की यात्रा करनी पड़ेगी ।


Conclusion: बताया जाता है कि chandrayaan-2, 22 जुलाई से लेकर 13 अगस्त तक पृथ्वी के चारों तरफ चक्कर लगाएगा, इसके बाद 13 अगस्त से 19 अगस्त तक चांद की तरफ जाने वाली लंबी कक्षा में यात्रा करेगा 19 अगस्त को ही यह चांद की कक्षा में पहुंचेगा, इसके बाद 13 दिन यानी 31 अगस्त तक वह चांद के चारों तरफ चक्कर लगाएगा, 1 सितंबर को वह विक्रम लैंडर और भीतर से अलग हो जाएगा और चांद के दक्षिणी ध्रुव की तरफ यात्रा शुरू करेगा 5 दिन की यात्रा के बाद 6 सितंबर को विक्रम लैंड ऑबिटर से अलग हो जायेगा,और चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंड करेगा लैंडिंग के करीब 4 घंटे बाद रोवर प्रज्ञान लैंडर से निकलकर चांद की सतह पर विभिन्न प्रयोग के लिए उतरेगा।



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Last Updated : Jul 22, 2019, 4:59 PM IST
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