पटना : रविवार को राजधानी पटना में लगातार दूसरे दिन झमाझम बारिश (Rainfall In Patna) हुई. जिसके बाद लोगों को उमस भरी गर्मी से काफी राहत मिली. मौसम विभाग ने दोपहर के समय ही पटना, सिवान, सारण, भोजपुर, वैशाली, औरंगाबाद जैसे 15 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया था. मौसम विभाग ने मेघ गर्जना के साथ वज्रपात का पूर्वानुमान जारी किया (Bihar Weather Update) था. इसके साथ ही लोगों से अपील की थी कि लोग बारिश के समय किसी पक्के मकान की शरण में जाएं और ऊंचे पेड़ और बिजली के खंभे से दूर रहें.
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अगले 2-3 दिनों तक होगी बारिश : मौसम विभाग की मानें तो बिहार में मॉनसून अब काफी सक्रिय हो गया है. अगले 2 से 3 दिनों के लिए मानसून के विस्तार की स्थिति काफी अनुकूल है. ऐसे में अगले 2 से 3 दिनों के दौरान पूरे प्रदेश भर में अलग-अलग समय हल्की से मध्यम स्तर की बारिश की संभावना बनी हुई है. मौसम विज्ञान केंद्र पटना के मुताबिक विगत 24 घंटे के दौरान पूरे प्रदेश भर में हल्के से मध्यम स्तर की बरसात दर्ज की गई. जिसमें जमीन में 59 मिलीमीटर परबत्ता 54.2 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई.
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वज्रपात से बचने की जरूरत : बीते 24 घंटे के दौरान प्रदेश में शेखपुरा में 39.5 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया जो सर्वाधिक रहा. प्राप्त संख्यात्मक मॉडल और अन्य मौसमी तस्वीर से ज्ञात होता है कि अभी भी उत्तर बिहार के कुछ भागों में पूर्वी एवं दक्षिण पूर्वी हवा का प्रवाह बना हुआ है जबकि दक्षिण बिहार में पछुआ हवा का प्रवाह है जिसकी गति 8 से 10 किलोमीटर प्रति घंटे की है. पूर्व पश्चिम ट्रफ रेखा उत्तर प्रदेश से मणिपुर तक बिहार उप हिमालय पश्चिम बंगाल एवं असम होते हुए समुद्र तल से 0.9 किलोमीटर ऊपर से गुजर रही है. इसके परिणाम स्वरूप बिहार के अधिकांश जगह पर आकाशीय बिजली एवं मेघ गर्जना के साथ हल्की से मध्यम स्तर के बारिश होने का पूर्वानुमान है. इसके साथ ही उत्तर पूर्व बिहार के किशनगंज अररिया सुपौल के इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी है.
बिजली गिरने पर क्या करेंः सिर के बाल खड़े हो जाएं या झुनझुनी होने लगे तो फौरन नीचे बैठकर कान बंद कर लें. यह इस बात का संकेत है कि आपके आस-पास बिजली गिरने वाली है. दोनों पैरों को आपस में सटा लें, दोनों हाथों को घुटनों पर रख कर अपने सिर को जमीन की तरफ जितना संभव हो झुका लें. सिर को जमीन से सटने न दें. जमीन पर कभी न लेटें. पेड़ बिजली को आकर्षित करते हैं, इसलिए पेड़ के नीचे खड़े न हों. समूह में न खड़े रहें, अलग-अलग हो जाएं. जहां हैं, वहीं रहें. हो सके तो पैरों के नीचे सूखी चीजें जैसे-लकड़ी, प्लास्टिक, बोरा या सूखे पत्ते रख लें. घर से बाहर हैं तो धातु से बनी वस्तुओं का इस्तेमाल न करें. बाइक, बिजली के पोल या मशीन से दूर रहें. बिजली से चलने वाले उपकरणों से दूर रहें. खिड़कियों, दरवाजे, बरामदे और छत से दूर रहें.