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अब तक शुरू नहीं हुआ बूस्टर डोज का टीकाकरण, मंगल पांडेय बोले- 'सभी समस्याओं को दूर कर जल्द होगा वैक्सीनेशन'

बिहार के प्राइवेट अस्पतालों में दूसरे दिन भी कोरोना वैक्सीन के बूस्टर डोज का टीकाकरण नहीं हुआ. इस पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे (Health Minister Mangal Pandey) ने कहा कि सभी समस्याओं को दूर करके प्रदेश के प्राइवेट अस्पतालों में भी बूस्टर डोज का टीकाकरण शुरू हो जाएगा.

स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय
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Published : Apr 11, 2022, 10:10 PM IST

पटना: देशभर में रविवार से कोरोना टीका का बूस्टर डोज (Covid 19 Booster Dose) की शुरुआत हो गई. बूस्टर डोज का टीकाकरण सिर्फ प्राइवेट अस्पतालों में ही बने वैक्सीनेशन सेंटर में उपलब्ध है. बूस्टर डोज के वैक्सीनेशन के लिए लोगों को सरकार की तरफ से निर्धारित राशि खर्च करने होंगे. लेकिन, बिहार की बात करें तो बूस्टर डोज के टीकाकरण शुरू हुए 2 दिन हो गए हैं, लेकिन दूसरे दिन भी प्रदेश में प्राइवेट अस्पतालों में बूस्टर डोज का टीकाकरण नहीं हुआ. स्वास्थ्य विभाग और प्राइवेट अस्पतालों के बीच मामला फंसा हुआ है.

ये भी पढ़ें- बिहार में नहीं शुरू हो सका बूस्टर डोज का टीकाकरण.. नई कीमत को लेकर असमंजस में अस्पताल

नहीं शुरू हुआ बूस्टर डोज का टीकाकरण: प्रदेश के 9 प्राइवेट अस्पतालों के वैक्सीनेशन सेंटर में विभाग की तरफ से बूस्टर डोज के टीकाकरण की अनुमति दी गई है, लेकिन अस्पताल संचालकों का कहना है कि आखिरी मौके पर सरकार की तरफ से वैक्सीन की कीमत प्रति डोज घटाई गई है. उन लोगों ने बूस्टर डोज के वैक्सीनेशन के लिए अधिक कीमत पर वैक्सीन की खरीदारी की है और ऐसे में कम कीमत पर वैक्सीनेशन करना संभव नहीं (Confusion over new rate of Booster Dose) है.

कीमतों में बदलाव से बढ़ा कन्फ्यूजन: प्राइवेट अस्पतालों ने कोविशील्ड का एक वायल ₹600 में खरीदी है और कोवैक्सीन का एक वायल लगभग ₹1200 में खरीदी है. ऐसे में ₹225 प्रति डोज के दर पर वैक्सीनेशन संभव नहीं है. अगर सरकार चाहती है कि ₹225 प्रति डोज के दर से और प्लस जीएसटी और सर्विस चार्ज एड कर वैक्सीनेशन हो तो सरकार को कम कीमत में प्राइवेट अस्पतालों को वैक्सीन उपलब्ध करानी होगी और जो वैक्सीन प्राइवेट अस्पतालों ने पूर्व से अधिक कीमत पर खरीद लिया है उसके बारे में भी सरकार को विचार करना होगा.

वहीं, इस मसले पर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि कोई भी नई पहल आती है तो उसे आगे बढ़ने में तीन से चार दिनों का समय लगता है. प्रदेश के सरकारी वैक्सीनेशन सेंटर पर सुचारु रुप से कोरोना वैक्सीनेशन का कार्य चल रहा है. पहला, दूसरा और प्रिकॉशनरी डोज आसानी से उपलब्ध हैं. रही बात निजी अस्पतालों में बूस्टर डोज के वैक्सीनेशन की जो कुछ भी समस्याएं हैं, उसको दूर करने की दिशा में विभाग के स्तर से प्रयास किया जा रहा है.

''सभी समस्याओं को दूर करके प्रदेश के प्राइवेट अस्पतालों में भी बूस्टर डोज का टीकाकरण शुरू हो जाएगा. आखिरी समय पर कोरोना वैक्सीन के बूस्टर डोज के रेट को परिवर्तित किया गया और यह पूरे तरीके से भारत सरकार का निर्णय है. ऐसे में इस निर्णय पर प्रदेश के प्राइवेट अस्पताल काम करें. इसको लेकर प्रदेश में विभाग के स्तर से बातचीत चल रही है.''- मंगल पांडेय, स्वास्थ्य मंत्री

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पटना: देशभर में रविवार से कोरोना टीका का बूस्टर डोज (Covid 19 Booster Dose) की शुरुआत हो गई. बूस्टर डोज का टीकाकरण सिर्फ प्राइवेट अस्पतालों में ही बने वैक्सीनेशन सेंटर में उपलब्ध है. बूस्टर डोज के वैक्सीनेशन के लिए लोगों को सरकार की तरफ से निर्धारित राशि खर्च करने होंगे. लेकिन, बिहार की बात करें तो बूस्टर डोज के टीकाकरण शुरू हुए 2 दिन हो गए हैं, लेकिन दूसरे दिन भी प्रदेश में प्राइवेट अस्पतालों में बूस्टर डोज का टीकाकरण नहीं हुआ. स्वास्थ्य विभाग और प्राइवेट अस्पतालों के बीच मामला फंसा हुआ है.

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नहीं शुरू हुआ बूस्टर डोज का टीकाकरण: प्रदेश के 9 प्राइवेट अस्पतालों के वैक्सीनेशन सेंटर में विभाग की तरफ से बूस्टर डोज के टीकाकरण की अनुमति दी गई है, लेकिन अस्पताल संचालकों का कहना है कि आखिरी मौके पर सरकार की तरफ से वैक्सीन की कीमत प्रति डोज घटाई गई है. उन लोगों ने बूस्टर डोज के वैक्सीनेशन के लिए अधिक कीमत पर वैक्सीन की खरीदारी की है और ऐसे में कम कीमत पर वैक्सीनेशन करना संभव नहीं (Confusion over new rate of Booster Dose) है.

कीमतों में बदलाव से बढ़ा कन्फ्यूजन: प्राइवेट अस्पतालों ने कोविशील्ड का एक वायल ₹600 में खरीदी है और कोवैक्सीन का एक वायल लगभग ₹1200 में खरीदी है. ऐसे में ₹225 प्रति डोज के दर पर वैक्सीनेशन संभव नहीं है. अगर सरकार चाहती है कि ₹225 प्रति डोज के दर से और प्लस जीएसटी और सर्विस चार्ज एड कर वैक्सीनेशन हो तो सरकार को कम कीमत में प्राइवेट अस्पतालों को वैक्सीन उपलब्ध करानी होगी और जो वैक्सीन प्राइवेट अस्पतालों ने पूर्व से अधिक कीमत पर खरीद लिया है उसके बारे में भी सरकार को विचार करना होगा.

वहीं, इस मसले पर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि कोई भी नई पहल आती है तो उसे आगे बढ़ने में तीन से चार दिनों का समय लगता है. प्रदेश के सरकारी वैक्सीनेशन सेंटर पर सुचारु रुप से कोरोना वैक्सीनेशन का कार्य चल रहा है. पहला, दूसरा और प्रिकॉशनरी डोज आसानी से उपलब्ध हैं. रही बात निजी अस्पतालों में बूस्टर डोज के वैक्सीनेशन की जो कुछ भी समस्याएं हैं, उसको दूर करने की दिशा में विभाग के स्तर से प्रयास किया जा रहा है.

''सभी समस्याओं को दूर करके प्रदेश के प्राइवेट अस्पतालों में भी बूस्टर डोज का टीकाकरण शुरू हो जाएगा. आखिरी समय पर कोरोना वैक्सीन के बूस्टर डोज के रेट को परिवर्तित किया गया और यह पूरे तरीके से भारत सरकार का निर्णय है. ऐसे में इस निर्णय पर प्रदेश के प्राइवेट अस्पताल काम करें. इसको लेकर प्रदेश में विभाग के स्तर से बातचीत चल रही है.''- मंगल पांडेय, स्वास्थ्य मंत्री

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