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'प्रदेश में डेंगू से अबतक नहीं हुई कोई मौत, पीड़ितों पर रखी जा रही है विशेष नजर'

संजय कुमार ने कहा कि पटना के सभी 16 बड़े अस्पतालों पर स्वास्थ्य विभाग निगरानी रख रहा है. इन अस्पतालों में डेंगू के मरीजों और उनके इलाज पर भी विशेष नजर रखी जा रही है.

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Published : Oct 17, 2019, 4:38 PM IST

Updated : Oct 17, 2019, 5:07 PM IST

संजय कुमार, प्रधान सचिव, स्वास्थ्य विभाग

पटना: स्वास्थ्य विभाग ने बिहार में डेंगू से हुई 4 मौतों की खबर का खंडन किया है. विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने कहा कि राज्य में अब तक डेंगू से एक भी मौत नहीं हुई है. उन्होंने बताया कि सभी 4 मौतों के कारणों की जांच की गई है. इनमें से तीन की मौत अन्य कारणों से हुई है. जबकि चौथे मृतक के परिजनों को ट्रेस नहीं किया जा सका है.

'डेंगू के हालातों पर स्वास्थ्य विभाग की है नजर'
प्रधान सचिव संजय कुमार ने कहा कि पटना के सभी 16 बड़े अस्पतालों पर स्वास्थ्य विभाग निगरानी रख रहा है. इन अस्पतालों में डेंगू के मरीजों और उनके इलाज पर भी विशेष नजर रखी जा रही है. प्रधान सचिव ने कहा कि हर बुखार डेंगू नहीं होता, लेकिन जो भी डेंगू मरीज पीएमसीएच, एनएमसीएच या अन्य सरकारी अस्पतालों में पहुंच रहे हैं उन्हें पर्याप्त व्यवस्था मुहैया कराई जा रही है. इसके अलावा राजधानी के कई बड़े निजी अस्पतालों में भी डेंगू के मरीजों पर निगरानी रखी जा रही है. अब तक 500 से अधिक डेंगू मरीज निजी अस्पतालों में पहुंचे हैं. प्रभावित सभी इलाकों में डीडीटी का छिड़काव और फॉगिंग की जा रही है.

संजय कुमार, प्रधान सचिव, स्वास्थ्य विभाग

प्रधान सचिव की मीडिया से अपील
प्रधान सचिव संजय कुमार ने मीडिया से अपील करते हुए कहा कि डेंगू से मौत की खबर चलाने से पहले इसकी गहन जांच कर लें. ऐसी खबरों से आम जनता में डर का माहौल पैदा होता है. इसलिए मीडिया से अपील है कि वह डेंगू से मौत की खबर को गहन छानबीन कर ही चलाएं.

राज्य में कुल 2011 डेंगू मरीजों की हुई पुष्टि
बता दें कि पटना में भारी जलजमाव के बाद अचानक डेंगू पीड़ितों की संख्या में भारी इजाफा हो गया हैं. अब तक राज्य में कुल 2011 डेंगू मरीजों की पुष्टि हुई है. इनमें से 1 हजार 483 मरीज राजधानी पटना के निवासी हैं. स्वास्थ्य विभाग लगातार पूरी तैयारी का दावा कर रहा है.

पटना: स्वास्थ्य विभाग ने बिहार में डेंगू से हुई 4 मौतों की खबर का खंडन किया है. विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने कहा कि राज्य में अब तक डेंगू से एक भी मौत नहीं हुई है. उन्होंने बताया कि सभी 4 मौतों के कारणों की जांच की गई है. इनमें से तीन की मौत अन्य कारणों से हुई है. जबकि चौथे मृतक के परिजनों को ट्रेस नहीं किया जा सका है.

'डेंगू के हालातों पर स्वास्थ्य विभाग की है नजर'
प्रधान सचिव संजय कुमार ने कहा कि पटना के सभी 16 बड़े अस्पतालों पर स्वास्थ्य विभाग निगरानी रख रहा है. इन अस्पतालों में डेंगू के मरीजों और उनके इलाज पर भी विशेष नजर रखी जा रही है. प्रधान सचिव ने कहा कि हर बुखार डेंगू नहीं होता, लेकिन जो भी डेंगू मरीज पीएमसीएच, एनएमसीएच या अन्य सरकारी अस्पतालों में पहुंच रहे हैं उन्हें पर्याप्त व्यवस्था मुहैया कराई जा रही है. इसके अलावा राजधानी के कई बड़े निजी अस्पतालों में भी डेंगू के मरीजों पर निगरानी रखी जा रही है. अब तक 500 से अधिक डेंगू मरीज निजी अस्पतालों में पहुंचे हैं. प्रभावित सभी इलाकों में डीडीटी का छिड़काव और फॉगिंग की जा रही है.

संजय कुमार, प्रधान सचिव, स्वास्थ्य विभाग

प्रधान सचिव की मीडिया से अपील
प्रधान सचिव संजय कुमार ने मीडिया से अपील करते हुए कहा कि डेंगू से मौत की खबर चलाने से पहले इसकी गहन जांच कर लें. ऐसी खबरों से आम जनता में डर का माहौल पैदा होता है. इसलिए मीडिया से अपील है कि वह डेंगू से मौत की खबर को गहन छानबीन कर ही चलाएं.

राज्य में कुल 2011 डेंगू मरीजों की हुई पुष्टि
बता दें कि पटना में भारी जलजमाव के बाद अचानक डेंगू पीड़ितों की संख्या में भारी इजाफा हो गया हैं. अब तक राज्य में कुल 2011 डेंगू मरीजों की पुष्टि हुई है. इनमें से 1 हजार 483 मरीज राजधानी पटना के निवासी हैं. स्वास्थ्य विभाग लगातार पूरी तैयारी का दावा कर रहा है.

Intro:डेंगू से अब तक 4 मौतों की खबर आ रही थी। स्वास्थ विभाग इस खबरों का खंडन किया है। प्रधान सचिव संजय कुमार ने कहा कि राज्य में अब तक डेंगू से एक भी मौत नहीं हुई है। उन्होंने बताया 4 मौत की जांच की गई है। जिनमें तीन मौत अन्य कारणों से हुआ है। और एक मृतक के परिजन कि नहीं हो पाई है खोज। संजय कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि पटना के 16 बड़े अस्पतालों पर भी स्वास्थ विभाग निगरानी बनाए हुए हैं। इन अस्पतालों में डेंगू मरीजों और उनके उनके जांच पर भी विशेष नजर रखी जा रही है।
दरअसल हर साल अगस्त से लेकर नवंबर तक में बुखार होने पर डेंगू मरीजों की संख्या काफी बढ़ जाती है। पिछले साल कई निजी जांच घरों में और अस्पतालों में डेंगू नहीं होने के बावजूद भी सामान्य बुखार को डेंगू बता कर मरीजों का शोषण किया गया था। इसलिए स्वास्थ विभाग इस बार कई बड़े निजी अस्पतालों से सीधा संपर्क में है।



Body:अब तक राज्य में कुल 2011 डेंगू मरीज पाए गए हैं। जिनमें 1483 मरीज राजधानी पटना के हैं। स्वास्थ विभाग के प्रधान सचिव ने मीडिया से अपील कि डेंगू से मौत की खबर को चलाने से पहले इसकी गहन जांच कर लेनी चाहिये। डेंगू से मौत की खबर से आम जनता में डर का माहौल उत्पन्न होता है। इसलिए मीडिया से अपील है कि वह डेंगू से मौत की खबर को गहन छानबीन कर ही चलाएं।
उन्होंने बताया की अब तक 500 से अधिक डेंगू मरीज निजी अस्पतालों में पहुंचे हैं।


Conclusion:गौरतलब है कि पटना में भारी जलजमाव के बाद अचानक डेंगू पीड़ितों की संख्या में भारी इजाफा हुआ है। स्वास्थ्य विभाग लगातार पूरी तैयारी का दावा कर रहा है। प्रधान सचिव ने एक बार फिर बताया है कि हर बुखार डेंगू नहीं होता। लेकिन जो भी डेंगू मरीज पीएमसीएच एनएमसीएच या अन्य सरकारी अस्पतालों में पहुंच रहे हैं उन्हें पर्याप्त व्यवस्था मुहैया कराई जा रही है। इसके अलावा राजधानी के कई बड़े अस्पतालों में भी डेंगू मरीजों पर निगरानी रखी जा रही है। डेंगू प्रभावित सभी इलाकों में डीडीटी का छिड़काव और फागिंग की जा रही है।
Last Updated : Oct 17, 2019, 5:07 PM IST
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