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पूर्व मंत्री के कर्मचारी से 41 लाख लूट मामले में पुलिस के हाथ अब तक खाली

पटना में पूर्व मंत्री वीणा शाही के स्टाफ से 41 लाख रुपये लूट मामले में पुलिस के हाथ अब तक खाली हैं. मामले में एफएसएल जांच और तकनीकी अनुसंधान की मदद से पुलिस अपराधियों तक पहुंचने के प्रयास में जुटी हुई है. पढ़ें पूरी खबर..

FSL team
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Published : Nov 17, 2021, 9:19 AM IST

पटना: बिहार की राजधानी पटना (Patna) में पूर्व मंत्री वीणा शाही के स्टाफ से 41.41 लाख कैश लूट मामले में पुलिस के हाथ अब तक खाली हैं. मामले में एफएसएल टीम पाटलिपुत्रा थाना (Patliputra Police Station) पहुंची. इस दौरान टीम ने उस कार से फिंगर प्रिंट का नमूना लिया, जिसमें स्टाफ से लूट हुई थी. थाना क्षेत्र के इंदिरापुरी रोड में हुए इस लूट मामले में पुलिस तीन स्टाफ सहित चार लोगों से लगातार पूछताछ कर रही है. लेकिन मामले में कुछ खास क्लू अब तक नहीं मिला है.

इन्हें भी पढ़ें- अररिया का अमर प्रेमः पत्नी की हुई मौत, तो खुद को गोली मार पहुंच गए 'परलोक'

24 घंटे गुजरने के बाद भी पुलिस किसी की गिरफ्तारी या लूट की रकम बरामद नहीं कर सकी है. मामले में पुलिस शास्त्रीनगर के पुनाईचक, राजीव नगर, पाटलिपुत्र, दानापुर, खगौल, फुलवारीशरीफ तक 22 से अधिक सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को खंगाल चुकी है. दो जगह दो बाइक पल्सर और अपाचे पर चार संदिग्ध बैग लेकर जाते दिखे हैं. जबकि एक अन्य बाइक सवार दो अपराधी पुनाईचक के पास से अलग हो गए.

वहीं पुलिस की दो टीम मुजफ्फरपुर और वैशाली भी पहुंची है. डंप डाटा और तकनीकी अनुसंधान के जरिए पुलिस के हाथ कुछ संदिग्ध नंबर लगा है. पुलिस सूत्रों की मानें तो जिस तरह अपराधी सीधे सर्विस लेन पर पहुंचे और पीछे से दो बैग लूट लिया. इससे साफ है कि उन्हें यकीन था कि कार में मोटी रकम है. ऐसी सूचना अपराधियों तक पहुंचाने में किसी जान पहचान की भूमिका संदिग्ध है.

इन्हें भी पढ़ें- बिहार पंचायत चुनाव: सातवें चरण की मतगणना जारी, यहां जानें पूरी डिटेल

पुलिस ऐसे सभी लोगों के बारे में जानकारी जुटाने के साथ ही उनकी पूरी कुंडली खंगाल रही है. लूट हुए 41.41 लाख रुपये में ट्रांसपोर्ट, एजेंसी और हाजीपुर स्थिति पेट्रोल पंप का कलेक्शन था. इसी को देखते हुए पुलिस की एक टीम हाजीपुर भी गई है.

मामले में घटना के बाद एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा न्यू पाटलिपुत्र कालोनी स्थित पूर्व मंत्री के आवास पर भी गए थे. सूत्रों की मानें तो वहां एक गार्ड का मोबाइल पुलिस ने जब्त किया गया है. तकनीकी अनुसंधान के जरिए पुलिस कुछ संदिग्ध मोबाइल नंबर का लोकेशन और काल डिटेल भी खंगाल रही है. पुलिस को संदेह है कि वारदात में लाइनर भले ही कोई जान पहचान का हो, लेकिन मुजफ्फरपुर और वैशाली के गैंग के शामिल होने से इंकार भी नहीं कर रही है. दोनों जिले में सक्रिय गिरोह के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है.

पुलिस की ओर से अनिसाबाद, फुलवारी, दानापुर, खगौल और शास्त्रीनगर के साथ ही जेपी सेतु पर पुलिस बाइक सवार संदिग्ध के बैग की तलाशी लेते रही. पुलिस सूत्रों की मानें तो गिरोह पटना से बाहर निकलने के बाद किसी दूसरे वाहन के सहारे सुरक्षित जगह गये होंगे.

नोट- आपके शहर या क्षेत्र में कोई अपराध या हादसे की सूचना मिलती है, तो आप इसकी जानकारी इस नंबर 1860 345 6999 पर दे सकते हैं.

पटना: बिहार की राजधानी पटना (Patna) में पूर्व मंत्री वीणा शाही के स्टाफ से 41.41 लाख कैश लूट मामले में पुलिस के हाथ अब तक खाली हैं. मामले में एफएसएल टीम पाटलिपुत्रा थाना (Patliputra Police Station) पहुंची. इस दौरान टीम ने उस कार से फिंगर प्रिंट का नमूना लिया, जिसमें स्टाफ से लूट हुई थी. थाना क्षेत्र के इंदिरापुरी रोड में हुए इस लूट मामले में पुलिस तीन स्टाफ सहित चार लोगों से लगातार पूछताछ कर रही है. लेकिन मामले में कुछ खास क्लू अब तक नहीं मिला है.

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24 घंटे गुजरने के बाद भी पुलिस किसी की गिरफ्तारी या लूट की रकम बरामद नहीं कर सकी है. मामले में पुलिस शास्त्रीनगर के पुनाईचक, राजीव नगर, पाटलिपुत्र, दानापुर, खगौल, फुलवारीशरीफ तक 22 से अधिक सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को खंगाल चुकी है. दो जगह दो बाइक पल्सर और अपाचे पर चार संदिग्ध बैग लेकर जाते दिखे हैं. जबकि एक अन्य बाइक सवार दो अपराधी पुनाईचक के पास से अलग हो गए.

वहीं पुलिस की दो टीम मुजफ्फरपुर और वैशाली भी पहुंची है. डंप डाटा और तकनीकी अनुसंधान के जरिए पुलिस के हाथ कुछ संदिग्ध नंबर लगा है. पुलिस सूत्रों की मानें तो जिस तरह अपराधी सीधे सर्विस लेन पर पहुंचे और पीछे से दो बैग लूट लिया. इससे साफ है कि उन्हें यकीन था कि कार में मोटी रकम है. ऐसी सूचना अपराधियों तक पहुंचाने में किसी जान पहचान की भूमिका संदिग्ध है.

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पुलिस ऐसे सभी लोगों के बारे में जानकारी जुटाने के साथ ही उनकी पूरी कुंडली खंगाल रही है. लूट हुए 41.41 लाख रुपये में ट्रांसपोर्ट, एजेंसी और हाजीपुर स्थिति पेट्रोल पंप का कलेक्शन था. इसी को देखते हुए पुलिस की एक टीम हाजीपुर भी गई है.

मामले में घटना के बाद एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा न्यू पाटलिपुत्र कालोनी स्थित पूर्व मंत्री के आवास पर भी गए थे. सूत्रों की मानें तो वहां एक गार्ड का मोबाइल पुलिस ने जब्त किया गया है. तकनीकी अनुसंधान के जरिए पुलिस कुछ संदिग्ध मोबाइल नंबर का लोकेशन और काल डिटेल भी खंगाल रही है. पुलिस को संदेह है कि वारदात में लाइनर भले ही कोई जान पहचान का हो, लेकिन मुजफ्फरपुर और वैशाली के गैंग के शामिल होने से इंकार भी नहीं कर रही है. दोनों जिले में सक्रिय गिरोह के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है.

पुलिस की ओर से अनिसाबाद, फुलवारी, दानापुर, खगौल और शास्त्रीनगर के साथ ही जेपी सेतु पर पुलिस बाइक सवार संदिग्ध के बैग की तलाशी लेते रही. पुलिस सूत्रों की मानें तो गिरोह पटना से बाहर निकलने के बाद किसी दूसरे वाहन के सहारे सुरक्षित जगह गये होंगे.

नोट- आपके शहर या क्षेत्र में कोई अपराध या हादसे की सूचना मिलती है, तो आप इसकी जानकारी इस नंबर 1860 345 6999 पर दे सकते हैं.

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