पटना: बिहार में बाढ़ के बाद अब बारिश से लोगों का हाल बेहाल है. जलजमाव के कारण पटना की सड़कों पर नावें उतर गई हैं. कई इलाकों में 6 से 10 फीट तक पानी जमा है. लगभग हर जगह का यही हाल है. पटना समेत अन्य कई जिलों के शैक्षणिक संस्थाओं को बंद कर दिया गया है. बारिश से अब तक 29 लोगों की मौत हो चुकी है.
बारिश में थोड़ी कमी
पटना के कई इलाकों में सड़कों के साथ-साथ घरों, अस्पतालों में पानी घुस गया है. इस बीच राहत की बात है कि सोमवार को बारिश में थोड़ी कमी आई है. हालांकि मौसम विभाग ने बारिश के आसार जताए हैं. इधर, आपदा प्रबंधन विभाग का दावा है कि राहत और बचाव कार्य चलाए जा रहे हैं.
29 लोगों की मौत
बिहार के आपदा प्रबंधन विभाग के मंत्री लक्ष्मेश्वर राय ने बताया कि राज्य में अलग-अलग हादसों में अब तक 29 लोगों की मौत हो चुकी है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से मांगे गए दो हेलीकॉप्टर पटना पहुंच चुके हैं.
गिराए जा रहे फूड पैकेट्स
इन हेलीकॉप्टरों की मदद से कंकड़बाग, राजेंद्र नगर सहित कदमकुआं के लोहानीपुर में घर में फंसे लोगों के लिए फूड पैकेट गिराने का कार्य चलाया जा रहा है. शहर में जलनिकासी के लिए डिवाटरिंग पंप लगाया गया है, जिससे जल्द ही पानी निकासी हो सकेगी.
जिला प्रशासन के मुताबिक, पटना में जलजमाव वाले क्षेत्रों से 25 हजार से ज्यादा लोगों को निकाला गया है. साथ ही जलजमाव वाले क्षेत्रों में खाने के पैकेट्स भी बंटे जा रहे हैं. जिलाधिकारी कुमार रवि ने बताया कि अब तक 1700 खाने के पैकेट बंटवाए जा चुके हैं. एक पैकेट में चूड़ा, चना दूध के पाउडर दिए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि राहत कार्य में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और ट्रैक्टरों को लगाया गया है. कई इलाकों में नाव से राहत टीम पहुंच रही है.
इस बीच, कई छात्रावासों और लॉजों में पानी घुस जाने के कारण पटना में रहने वाले छात्रों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है. छात्र अब पलायन करने लगे हैं. कई इलाकों में अब तक राहत के लिए कोई उपाय नहीं किया गया है.