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VIDEO: चुनाव में खपाने के लिए धधकने लगीं शराब माफिया की भट्टियां, पुलिस ने किया ध्वस्त - illegal country liquor confiscated

मसौढ़ी में देसी दारू के धंधेबाजों के खिलाफ मसौढ़ी पुलिस ने सख्त रुख अख्तियार करना शुरु कर दिया है. पुलिस ने छापेमारी कर हजारों लीटर अवैध देसी शराब को नष्ट कर दिया है. साथ ही 5 धंधेबाजों को भी किया गिरफ्तार कर लिया.

पुलिस ने अवैध विदेशी शराब किया नष्ट
पुलिस ने अवैध विदेशी शराब किया नष्ट
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Published : Sep 4, 2021, 9:43 AM IST

पटना: बिहार में पंचायत चुनाव (Panchayat Election) का बिगुल बज चुका है. ऐसे में चुनाव आयोग (Election Commission) ने सूबे में आचार संहिता (Code Of Conduct In State) भी लागू कर दिया है. पंचायत चुनाव का बिगुल बजते ही एक बार फिर पुलिस के द्वारा दारू के धंधेबाजों (Liquor Dealers) के खिलाफ छापेमारी अभियान (Raid Operation) तेज कर दिया गया है. इसी के तहत मसौढ़ी थाना पुलिस (Masaudhi Police Station) ने मुसहरी में छापेमारी कर हजारों लीटर अवैध देसी शराब को नष्ट कर दिया.

ये भी पढ़ें- शराबबंदी को सख्ती से लागू करने के लिए उत्पाद विभाग दे रहा ट्रेनिंग: मंत्री सुनील कुमार

छापेमारी के दौरान पुलिस ने करीब हजारों लीटर देसी शराब को नष्ट किया. साथ ही शराब बनाने के कई उपकरण भी पुलिस ने जब्त किया है. पूरे छापेमारी दल का नेतृत्व मसौढ़ी थाना के दरोगा जावेद अहमद खान ने किया. जावेद अहमद खान ने बताया कि उन्हें, थाना अध्यक्ष मसौढ़ी के द्वारा निर्देश मिला था कि संघट पर मुसहरी में शराब माफिया द्वारा भारी मात्रा में शराब का निर्माण किया जा रहा है.

देखें वीडियो

सूचना पर कार्रवाई करते हुए सारे घटना क्रम को अंजाम दिया गया. छापेमारी में 5 देसी शराब बनाने वालों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. फिलहाल पुलिस पूरे मामले पर कानूनी कार्रवाई करने में जुटी हुई है.

ये भी पढ़ें- क्या है 'नीतीश मॉडल', जिसके सहारे राष्ट्रीय पार्टी बनने की रणनीति को अंजाम देने में जुटा है JDU?

बता दें कि बिहार में शराबबंदी कानून 2016 ( Bihar Prohibition and Excise Act, 2016 ) में लागू हुआ था. इसके बावजूद भी राजधानी पटना समेत पूरे बिहार में लगातार शराब तस्करी ( Alcohol Smuggling ) जारी है. प्रतिदिन प्रदेश में देसी और विदेशी शराब की बरामदगी हो रही है. नेता प्रतिपक्ष समेत तमाम राजनीतिक दल समेत बिहारवासी शराबबंदी को असफल बताते हैं. मुख्यमंत्री नीतीश भी मान चुके हैं कि शराबबंदी के बाद तीन महीने तक पुलिस और प्रशासन ने अच्छा काम किया था. उसके बाद प्रशासनिक और पुलिस के स्तर से लापरवाही हुई है. जिसके बाद उत्पाद विभाग के कर्मचारियों को सख्ती से शराबबंदी लागू किये जाने की विभाग की तरफ से ट्रेनिंग दी जा रही है.

ये भी पढ़ें- कार पर लगा था बिहार सरकार का स्टीकर, हो रही थी शराब की तस्करी, पुलिस ने दबोचा

ये भी पढ़ें- लॉकडाउन था बिहार लेकिन छलक रहे थे जाम, टॉप पर पूर्वी चंपारण, 5वें नंबर पर पटना

पटना: बिहार में पंचायत चुनाव (Panchayat Election) का बिगुल बज चुका है. ऐसे में चुनाव आयोग (Election Commission) ने सूबे में आचार संहिता (Code Of Conduct In State) भी लागू कर दिया है. पंचायत चुनाव का बिगुल बजते ही एक बार फिर पुलिस के द्वारा दारू के धंधेबाजों (Liquor Dealers) के खिलाफ छापेमारी अभियान (Raid Operation) तेज कर दिया गया है. इसी के तहत मसौढ़ी थाना पुलिस (Masaudhi Police Station) ने मुसहरी में छापेमारी कर हजारों लीटर अवैध देसी शराब को नष्ट कर दिया.

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छापेमारी के दौरान पुलिस ने करीब हजारों लीटर देसी शराब को नष्ट किया. साथ ही शराब बनाने के कई उपकरण भी पुलिस ने जब्त किया है. पूरे छापेमारी दल का नेतृत्व मसौढ़ी थाना के दरोगा जावेद अहमद खान ने किया. जावेद अहमद खान ने बताया कि उन्हें, थाना अध्यक्ष मसौढ़ी के द्वारा निर्देश मिला था कि संघट पर मुसहरी में शराब माफिया द्वारा भारी मात्रा में शराब का निर्माण किया जा रहा है.

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सूचना पर कार्रवाई करते हुए सारे घटना क्रम को अंजाम दिया गया. छापेमारी में 5 देसी शराब बनाने वालों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. फिलहाल पुलिस पूरे मामले पर कानूनी कार्रवाई करने में जुटी हुई है.

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बता दें कि बिहार में शराबबंदी कानून 2016 ( Bihar Prohibition and Excise Act, 2016 ) में लागू हुआ था. इसके बावजूद भी राजधानी पटना समेत पूरे बिहार में लगातार शराब तस्करी ( Alcohol Smuggling ) जारी है. प्रतिदिन प्रदेश में देसी और विदेशी शराब की बरामदगी हो रही है. नेता प्रतिपक्ष समेत तमाम राजनीतिक दल समेत बिहारवासी शराबबंदी को असफल बताते हैं. मुख्यमंत्री नीतीश भी मान चुके हैं कि शराबबंदी के बाद तीन महीने तक पुलिस और प्रशासन ने अच्छा काम किया था. उसके बाद प्रशासनिक और पुलिस के स्तर से लापरवाही हुई है. जिसके बाद उत्पाद विभाग के कर्मचारियों को सख्ती से शराबबंदी लागू किये जाने की विभाग की तरफ से ट्रेनिंग दी जा रही है.

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