पटना: भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान और वर्तमान प्रबंधक धनराज पिल्ले राजधानी में हुए एक हॉकी टूर्मामेंट में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत की. उन्होंने बिहार में हॉकी को प्रोत्साहित करने की अपील की. साथ ही उन्होंने युवा खिलाड़ियों का भी उत्साह बढ़ाया.
'बिहार को हॉकी में पुराने मुकाम पर देखने की इच्छा'
बता दें कि धनराज पिल्ले भारतीय हॉकी टीम के दिग्गज खिलाड़ी रह चुके हैं. उन्हें साल 2000 में पद्मश्री से भी सम्मानित किया गया है. ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि एक जमाने में हॉकी में बिहार का बहुत बड़ा नाम था. उन्होंने बिहार को हॉकी में वापस से उसी मुकाम पर देखने की इच्छा जाहिर की.
धनराज पिल्ले के साथ खास बातचीत
टूर्नामेंट के दौरान हॉकी के दिग्गज खिलाड़ी धनराज पिल्ले ने ईटीवी भारत के संवाददाता के साथ खास बातचीत की-
सवाल: पटना आने के बाद खेल का माहौल कैसा दिखा?
जवाब: बिहार में हॉकी का माहौल बहुत बढ़िया है. यह बहुत मायने रखता है कि उसको आप प्रोत्साहन कैसे करना चाहते हैं. एक जमाने में हॉकी में बिहार का बहुत नाम रहा है. सरकार, स्पॉन्सर और खिलाड़ियों के जरिए हॉकी को बढ़ावा देना चाहिए. इससे आने वाले समय में खिलाड़ी राज्य सहित अपने देश को भी रिप्रेजेंट कर सकेंगे.
सवाल: बिहार में हॉकी को बढ़ावा देने के लिए सरकार को किस तरह की नीति लागू करनी चाहिए?
जवाब: सभी सरकार में, सभी राज्य में एक नीति होती है. एक जमाने में हमलोग बिहार के खिलाड़ियों से बहुत कुछ सीखते थे. मैं चाहुंगा कि बिहार की हॉकी में वापस से वह ग्लोरी आए. आने वाले समय में बिहार के बच्चे अपने देश को रिप्रेजेंट करें.
सवाल: वर्तमान दौर में भारतीय हॉकी टीम को आप कितना मजबूत देखते हैं?
जवाब: भारतीय हॉकी टीम इस बार बहुत मजबूत है. इस बार हुए ओलंपिक क्वालीफाइंग टूर्नामेंट में हमलोग ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर गए हैं. मुझे पूरा विश्वास है कि ओलंपिक में हमारी टीम बेहतरीन प्रदर्शन करेगी.
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सवाल: युवा खिलाड़ियों को आप क्या कहना चाहेंगे?
जवाब: हर खिलाड़ी, चाहे वह जो भी खेल खेलते हैं, पूरे लगन के साथ खेलें. अगर आपको लगता है कि खेल के जरिए बहुत ऊपर जा सकते हैं, तो इसमें ज्यादा समय दें. इससे एक समय देश को भी रिप्रेजेंट कर सकेंगे.
सवाल: हॉकी हमारे देश का राष्ट्रीय खेल है. क्या लगता है कि सरकार ने हॉकी के साथ न्याय किया है?
जवाब: हॉकी राष्ट्रीय खेल है और राष्ट्रीय खेल ही रहेगा. भारतीय हॉकी टीम ने 8 बार ओलंपिक में जीत हासिल की है. हमारी टीम ने एशियन गेम सहित वर्ल्ड कप भी जीता है. मुझे लगता है कि हॉकी को ऊपर लाने के लिए कंपटीशन के अलावा जो चीजें की जा सकती है, उनपर ध्यान देना होगा. वर्तमान समय में हॉकी इंडिया बहुत अच्छा काम कर रहा है. खिलाड़ियों को अच्छी सुविधा मिल रही है. खिलाड़ियों को भी अपनी जिम्मेदारी समझ लेनी चाहिए कि जब वह देश के लिए खेल रहे हैं, तो पूरी मेहनत के साथ एकजुट होकर खेलें और देश का नाम ऊंचा करें.