ETV Bharat / city

धनतेरस आज, जानें पूजा विधि और खरीदारी का शुभ मुहूर्त

धनतेरस यह पर्व कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है. इस दिन कुछ नया खरीदने की परंपरा है. विशेषकर पीतल व चांदी के बर्तन खरीदने का रिवाज है. तो आइए आपको बताते हैं पूजा विधि और खरीददारी का शुभ मुहूर्त.

धनतेरस
author img

By

Published : Oct 25, 2019, 7:10 AM IST

Updated : Oct 25, 2019, 7:50 AM IST

पटना: दीपावली का पहला दिन धनतेरस के रूप में पूरे भारतवर्ष में मनाया जाता है. धनतेरस के दिन भगवान कुबेर की पूजा होती है. कुबेर के वरदान से घर में अपार धन के भंडार लग सकते हैं. इनके पूजन के लिए धनतेरस के दिन कई उपाय भी किए जाते हैं.

धातुओं से बने बर्तन खरीदने का बड़ा महत्व
धनतेरस पर विभिन्न धातुओं से बने बर्तन, सोना, चांदी खरीदने का बड़ा महत्व होता है. इस दिन धातु का सामान खरीदना शुभ माना जाता है. ऐसी मान्यताएं हैं कि धनतेरस पर दिन के समय या संध्याकाल में अगर खरीदारी की जाए तो तमाम मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं.

dhanteras 2019
लाइटों से पटा बाजार

धनतेरस पूजा का शुभ मुहूर्त:
पूजन मुर्हुत : शाम 07:08 बजे से रात 08:14 बजे तक
प्रदोष काल : शाम 05:39 से रात 08:14 बजे तक
वृषभ काल : शाम 06:51 से रात 08:47 बजे तक
25 अक्टूबर 2019: त्रयोदशी तिथि प्रारंभ - सुबह 07:08 बजे से
26 अक्टूबर 2019: त्रयोदशी तिथि समाप्त - दोपहर 03:46 बजे
पूजा कि अवधि: 1 घंटा 06 मिनट

dhanteras 2019
चांदी की मूर्ति खरीदने की धूम

धनतेरस पर खरीददारी का शुभ मुहूर्त :
धनतेरस के दिन सूर्योदय से लेकर सुबह 10:40 मिनट तक.
दोपहर 12:05 से दोपहर 02:53 मिनट तक.
शाम 04:17 मिनट से शाम 05:42 मिनट तक.
रात 9 बजे से रात 10:30 तक धनतेरस की खरीददारी करें.

dhanteras 2019
सोने-चांदी के बर्तन और गहनों की सजी दुकानें

ऐसे करें धनतेरस पर पूजन:
ऐसी मान्यता है कि भगवान कुबेर को सफेद मिठाई और धनवंतरि को पीली मिठाई का भोग लगाना चाहिए.
फल, फूल, चावल, रोली, चंदन, धूप व दीप के साथ पूजन करना चाहिए.
धनतेरस की शाम को तिल के तेल से दीपक जलाएं.
शाम की पूजा में सबसे पहले गणेशजी की पूजा करें.
गणेशजी की पूजा के बाद लक्ष्मीजी की पूजा करें.
लक्ष्मीजी की पूजा के बाद भगवान धन्वन्तरि और यमराज जी की पूजा करें.
पूजा के बाद दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके यमराज को जल दें.

धनतेरस पर ईटीवी भारत की स्पेशल रिपोर्ट

धनतेरस के दिन क्या खरीदें?
कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन समुंद्र मंथन से धनवंतरि प्रकट हुए. धनवंतरि जब प्रकट हुए थे तो उनके हाथो में अमृत से भरा कलश था. इसलिए ही इस दिन बर्तन खरीदने की परंपरा है.
विशेषकर सोने या चांदी की चीज़ें खरीदने का महत्व है. धनतरेस के दिन बहुत से लोग लक्ष्मी-गणेश जी बने हुए सोने-चांदी के सिक्के खरीदते हैं, जो कि बहुत ही शुभ माने जाते हैं, लेकिन जो लोग ये नहीं खरीद सकते, वो स्टील, पीतल या तांबे आदि का बर्तन खरीद सकते हैं.

dhanteras 2019
गहनों की सजी दुकानें

झाडू खरीदने का वि‍धान:
धनतेरस से दीपावली की शुरूआत होती है तो इस दिन घर की साफ-सफाई करना जरूरी होता है. क्‍या आप जानते हैं धनतेरस पर झाडू खासतौर पर खरीदी जाती है. धनतेरस के दिन झाडू खरीदने का वि‍धान घर की साफ-सफाई से लिया जाता है.

पटना: दीपावली का पहला दिन धनतेरस के रूप में पूरे भारतवर्ष में मनाया जाता है. धनतेरस के दिन भगवान कुबेर की पूजा होती है. कुबेर के वरदान से घर में अपार धन के भंडार लग सकते हैं. इनके पूजन के लिए धनतेरस के दिन कई उपाय भी किए जाते हैं.

धातुओं से बने बर्तन खरीदने का बड़ा महत्व
धनतेरस पर विभिन्न धातुओं से बने बर्तन, सोना, चांदी खरीदने का बड़ा महत्व होता है. इस दिन धातु का सामान खरीदना शुभ माना जाता है. ऐसी मान्यताएं हैं कि धनतेरस पर दिन के समय या संध्याकाल में अगर खरीदारी की जाए तो तमाम मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं.

dhanteras 2019
लाइटों से पटा बाजार

धनतेरस पूजा का शुभ मुहूर्त:
पूजन मुर्हुत : शाम 07:08 बजे से रात 08:14 बजे तक
प्रदोष काल : शाम 05:39 से रात 08:14 बजे तक
वृषभ काल : शाम 06:51 से रात 08:47 बजे तक
25 अक्टूबर 2019: त्रयोदशी तिथि प्रारंभ - सुबह 07:08 बजे से
26 अक्टूबर 2019: त्रयोदशी तिथि समाप्त - दोपहर 03:46 बजे
पूजा कि अवधि: 1 घंटा 06 मिनट

dhanteras 2019
चांदी की मूर्ति खरीदने की धूम

धनतेरस पर खरीददारी का शुभ मुहूर्त :
धनतेरस के दिन सूर्योदय से लेकर सुबह 10:40 मिनट तक.
दोपहर 12:05 से दोपहर 02:53 मिनट तक.
शाम 04:17 मिनट से शाम 05:42 मिनट तक.
रात 9 बजे से रात 10:30 तक धनतेरस की खरीददारी करें.

dhanteras 2019
सोने-चांदी के बर्तन और गहनों की सजी दुकानें

ऐसे करें धनतेरस पर पूजन:
ऐसी मान्यता है कि भगवान कुबेर को सफेद मिठाई और धनवंतरि को पीली मिठाई का भोग लगाना चाहिए.
फल, फूल, चावल, रोली, चंदन, धूप व दीप के साथ पूजन करना चाहिए.
धनतेरस की शाम को तिल के तेल से दीपक जलाएं.
शाम की पूजा में सबसे पहले गणेशजी की पूजा करें.
गणेशजी की पूजा के बाद लक्ष्मीजी की पूजा करें.
लक्ष्मीजी की पूजा के बाद भगवान धन्वन्तरि और यमराज जी की पूजा करें.
पूजा के बाद दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके यमराज को जल दें.

धनतेरस पर ईटीवी भारत की स्पेशल रिपोर्ट

धनतेरस के दिन क्या खरीदें?
कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन समुंद्र मंथन से धनवंतरि प्रकट हुए. धनवंतरि जब प्रकट हुए थे तो उनके हाथो में अमृत से भरा कलश था. इसलिए ही इस दिन बर्तन खरीदने की परंपरा है.
विशेषकर सोने या चांदी की चीज़ें खरीदने का महत्व है. धनतरेस के दिन बहुत से लोग लक्ष्मी-गणेश जी बने हुए सोने-चांदी के सिक्के खरीदते हैं, जो कि बहुत ही शुभ माने जाते हैं, लेकिन जो लोग ये नहीं खरीद सकते, वो स्टील, पीतल या तांबे आदि का बर्तन खरीद सकते हैं.

dhanteras 2019
गहनों की सजी दुकानें

झाडू खरीदने का वि‍धान:
धनतेरस से दीपावली की शुरूआत होती है तो इस दिन घर की साफ-सफाई करना जरूरी होता है. क्‍या आप जानते हैं धनतेरस पर झाडू खासतौर पर खरीदी जाती है. धनतेरस के दिन झाडू खरीदने का वि‍धान घर की साफ-सफाई से लिया जाता है.

Intro:राजधानी पटना में धनतेरस का बाजार अपने पूरे शबाब पर है और इसी कड़ी में राजधानी पटना के सर्राफा व्यापारियों ने धनतेरस को लेकर तैयारियां पूरी कर ली है हालांकि धनतेरस से पूर्व बाजार में लोगों की भीड़ खरीदारी के लिए उमड़ पड़ी है अगर हम बात करें राजधानी पटना के सर्राफा बाजारों की तो वहां की रौनक देखते ही बन पड़ रही है....


Body:राजधानी पटना के सर्राफा बाजारों मैं दुकानदारों ने ग्राहकों को रिझाने के लिए कई एंटीक पीस सूरत और अन्य राज्यों से मंगाई है इसकी जानकारी देते हुए पटना डाक बंगला पर स्थित अलंकार ज्वेलर्स के प्रोपराइटर अलका कुमारी ने बताया कि धनतेरस के बाजार को लेकर उन लोगों ने भी पूरी तैयारियां कर ली है और कई एंटीक पीस ग्राहकों को रिझाने के लिए कई राज्यों से मंगाए हैं और लोग बरबस ही धनतेरस से पूर्व सर्राफा बाजार में खरीददारी से पूर्व ही सामानों और सोने चांदी के गहनों की जानकारी लेने पहुच रहे हैं....


Conclusion:आपको बताते चलें कि धनतेरस को लेकर राजधानी पटना का सर्राफा बाजार पूरी तरह से तैयार है और दुकानदार यह कहते दिख रहे हैं उन्होंने तैयारियां तो पूरी की है अब बस उन्हें इंतजार है तो बस ग्राहकों का....
Last Updated : Oct 25, 2019, 7:50 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.