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Darbhanga Parcel Blast: इमरान-नासिर को 7 दिनों की NIA रिमांड - Patna update news

NIA की टीम आतंकी भाई को लेकर पटना पहुंची. दरभंगा पार्सल ब्लास्ट मामले में गिरफ्तार इमरान मलिक और नासिर मलिक को पटना स्थित NIA कोर्ट में पेश किया गया. पढ़ें पूरी खबर

Darbhanga Parcel Blast Case Live Update
Darbhanga Parcel Blast Case Live Update
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Published : Jul 2, 2021, 9:52 AM IST

Updated : Jul 2, 2021, 6:47 PM IST

पटना: एनआईए की टीम हैदराबाद से पटना ( Patna News ) पहुंची. दरभंगा पार्सल ब्लास्ट मामले में गिरफ्तार इमरान मलिक और नासिर मलिक ( Imran And Nasir Malik ) को पटना स्थित NIA कोर्ट में पेश किया गया.

लाइव अपडेट...

  • NIA कोर्ट की बढ़ाई गई सुरक्षा
  • इमरान और नासिर को कोर्ट में किया गया पेश
  • 7 दिनों की रिमांड पर भेजा गया
  • पेशी के बाद दोनों को लेकर बाहर निकली NIA की टीम
  • भारी संख्या में पुलिस बल तैनात
  • डॉग स्क्वायड टीम ने परिसर का लिया जायजा
  • ट्रांजिट रिमांड पर लेगी NIA की टीम
  • पटना स्थित NIA कोर्ट में दोनों की पेशी
    देखें वीडियो
  • इमरान और नासिर से ATS अधिकारियों ने की पूछताछ
  • NIA केर्ट में पेशी से पहले ATS मुख्यालय लाया गया
  • हैदराबाद से पटना पहुंची NIA की टीम
  • इमरान मलिक और नासिर मलिक को लेकर पटना पहुंची NIA की टीम
    देखें वीडियो

गौरतलब है कि दो दिन पहले एनआईए (NIA) ने दरभंगा ब्लास्ट ( Darbhanga Parcel Blast ) मामले में लश्कर-ए-तैयबा के संपर्क में रहे दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था. आरोपी मो. इमरान मलिक और नासिर मलिक को बुधवार को हैदराबाद से गिरफ्तार किया था.

गुरुवार को एनआईए ( NIA ) की टीम ने हैदराबाद स्थित इमरान मलिक और नासिर मलिक के ठिकाने पर की छापेमारी भी की थी. इस दौरान ब्लास्ट में यूज किये गए केमिकल के अंश भी बरामद किए गए थे, साथ ही ब्लास्ट से जुड़े कई अहम सामान भी मिले थे.

बताया जा रहा है कि दोनों सगे भाई हैं. पूर्व में सिमी के लिए काम कर चुके हैं. इसके लिये करोड़ों की फंडिंग आईएसआईएस (ISIS) के द्वारा की गई थी. इस मामले में शामली के कुछ नामी लेडीज सूट कारोबारी NIA के रडार पर हैं.

इसे भी पढे़ंः दरभंगा ब्लास्ट में अब तक कुल 3 गिरफ्तारी, कई राज्यों में चल रही छापेमारी

दो भाइयों को दी गई थी जिम्मेवारी
रडार पर आए लेडीज सूट कारोबारी कासिम उर्फ कफील और सलीम उर्फ टुइया से NIA और ATS की टीम ने पूछताछ की है. पूछताछ के दौरान कासिम उर्फ कफील और सलीम उर्फ टुइया ने कई खुलासे किए थे. जानकारी के अनुसार, कैराना से गिरफ्तार सलीम पाकिस्तान के इकबाल काना के संपर्क में था. सूत्र बताते हैं कि दरभंगा ब्लास्ट कराने की जिम्मेदारी आईएसआईएस (ISIS) से सलीम को मिली थी.

पाकिस्तान के आकाओं के निर्देश पर उठाते रहे कदम
NIA की जांच टीम द्वारा अपराध स्थल का दौरा करने और महत्वपूर्ण इनपुट लेने के बाद आरोपियों को हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया था. आरोपी व्यक्तियों की प्रारंभिक जांच हुई. जांच में वे प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ( एलईटी ) से जुड़े हुए पाए गए. आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने और जान-माल को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाने के लिए ये लोग साजिश रच रहे थे. यह एक अंतरराष्ट्रीय साजिश रच रहे थे. लश्कर-ए-तैयबा के पाकिस्तान स्थित आकाओं के निर्देशों पर इन दोनों ने कार्य किया था.

गुप्त रूप से साधता था लश्कर-ए-तैयबा से संपर्क
जानकारी के अनुसार, गिरफ्तार आरोपी मोहम्मद नासिर खान और उसके भाई इमरान मलिक ने आग लगाने वाला आईईडी बनाया और उसे कपड़े के एक पार्सल में पैक किया. पार्सल को सिकंदराबाद से दरभंगा तक लंबी दूरी की ट्रेन में बुक किया. इसका उद्देश्य एक चलती हुई यात्री ट्रेन में विस्फोट कराना और आग लगाना था. जिससे जान-माल का भारी नुकसान होता.

गिरफ्तार आरोपी मोहम्मद नासिर मलिक ने वर्ष 2012 में पाकिस्तान का दौरा किया था. स्थानीय रूप से उपलब्ध रसायनों से आईईडी बनाने में लश्कर के संचालकों से प्रशिक्षण प्राप्त किया था. वह अपने भाई इमरान के साथ एन्क्रिप्टेड कम्यूनिकेशन प्लेटफॉर्मों पर लश्कर-ए-तैयबा के पाकिस्तान स्थित आकाओं के संपर्क में था.

इसे भी पढे़ंः दरभंगा स्टेशन पर अचानक से आने लगी तेज आवाज, मची अफरा-तफरी तो ACTION में आया बम निरोधक दस्ता

पुणे एफएसएल की टीम करेगी जांच
दरभंगा ब्लास्ट मामले में भेजे गए सैंपल की जांच कोलकाता एफएसएल लैबोरेट्री में पुणे एफएसएल की टीम करेगी. इधर, इस ब्लास्ट के तार जिन क्षेत्रों में जुड़ रहे हैं, उन सभी क्षेत्रों के संगठनों की हिस्ट्री खंगाली जा रही है. एनआईए के विशेष सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार दरभंगा ब्लास्ट मामले में एनआईए के द्वारा उच्चस्तर पर जांच शुरू कर दी गई थी.

दरभंगा ब्लास्ट की बड़ी बातें
बता दें कि बीते 17 जून को दरभंगा स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर ट्रेन से पार्सल उतारने के क्रम में ब्लास्ट हो गया था. इसके बाद से ही हमले के आतंकी कनेक्शन को खंगाले जाने लगे थे. अब तक इस मामले में यूपी एटीएस ने शामली से पिता-पुत्र दो संदिग्ध को गिरफ्तार किया था, वहीं आईएसआईएस के लिए काम करने वाले एक शख्स को तेलंगाना एटीएस ने गिरफ्तार किया था. फिलहाल एनआईए इस पूरे मामले की जांच कर रही है.

इसे भी पढे़ंः Darbhanga Blast: अब तक का सबसे बड़ा खुलासा, पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी का है हाथ!

पटना: एनआईए की टीम हैदराबाद से पटना ( Patna News ) पहुंची. दरभंगा पार्सल ब्लास्ट मामले में गिरफ्तार इमरान मलिक और नासिर मलिक ( Imran And Nasir Malik ) को पटना स्थित NIA कोर्ट में पेश किया गया.

लाइव अपडेट...

  • NIA कोर्ट की बढ़ाई गई सुरक्षा
  • इमरान और नासिर को कोर्ट में किया गया पेश
  • 7 दिनों की रिमांड पर भेजा गया
  • पेशी के बाद दोनों को लेकर बाहर निकली NIA की टीम
  • भारी संख्या में पुलिस बल तैनात
  • डॉग स्क्वायड टीम ने परिसर का लिया जायजा
  • ट्रांजिट रिमांड पर लेगी NIA की टीम
  • पटना स्थित NIA कोर्ट में दोनों की पेशी
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  • इमरान और नासिर से ATS अधिकारियों ने की पूछताछ
  • NIA केर्ट में पेशी से पहले ATS मुख्यालय लाया गया
  • हैदराबाद से पटना पहुंची NIA की टीम
  • इमरान मलिक और नासिर मलिक को लेकर पटना पहुंची NIA की टीम
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गौरतलब है कि दो दिन पहले एनआईए (NIA) ने दरभंगा ब्लास्ट ( Darbhanga Parcel Blast ) मामले में लश्कर-ए-तैयबा के संपर्क में रहे दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था. आरोपी मो. इमरान मलिक और नासिर मलिक को बुधवार को हैदराबाद से गिरफ्तार किया था.

गुरुवार को एनआईए ( NIA ) की टीम ने हैदराबाद स्थित इमरान मलिक और नासिर मलिक के ठिकाने पर की छापेमारी भी की थी. इस दौरान ब्लास्ट में यूज किये गए केमिकल के अंश भी बरामद किए गए थे, साथ ही ब्लास्ट से जुड़े कई अहम सामान भी मिले थे.

बताया जा रहा है कि दोनों सगे भाई हैं. पूर्व में सिमी के लिए काम कर चुके हैं. इसके लिये करोड़ों की फंडिंग आईएसआईएस (ISIS) के द्वारा की गई थी. इस मामले में शामली के कुछ नामी लेडीज सूट कारोबारी NIA के रडार पर हैं.

इसे भी पढे़ंः दरभंगा ब्लास्ट में अब तक कुल 3 गिरफ्तारी, कई राज्यों में चल रही छापेमारी

दो भाइयों को दी गई थी जिम्मेवारी
रडार पर आए लेडीज सूट कारोबारी कासिम उर्फ कफील और सलीम उर्फ टुइया से NIA और ATS की टीम ने पूछताछ की है. पूछताछ के दौरान कासिम उर्फ कफील और सलीम उर्फ टुइया ने कई खुलासे किए थे. जानकारी के अनुसार, कैराना से गिरफ्तार सलीम पाकिस्तान के इकबाल काना के संपर्क में था. सूत्र बताते हैं कि दरभंगा ब्लास्ट कराने की जिम्मेदारी आईएसआईएस (ISIS) से सलीम को मिली थी.

पाकिस्तान के आकाओं के निर्देश पर उठाते रहे कदम
NIA की जांच टीम द्वारा अपराध स्थल का दौरा करने और महत्वपूर्ण इनपुट लेने के बाद आरोपियों को हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया था. आरोपी व्यक्तियों की प्रारंभिक जांच हुई. जांच में वे प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ( एलईटी ) से जुड़े हुए पाए गए. आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने और जान-माल को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाने के लिए ये लोग साजिश रच रहे थे. यह एक अंतरराष्ट्रीय साजिश रच रहे थे. लश्कर-ए-तैयबा के पाकिस्तान स्थित आकाओं के निर्देशों पर इन दोनों ने कार्य किया था.

गुप्त रूप से साधता था लश्कर-ए-तैयबा से संपर्क
जानकारी के अनुसार, गिरफ्तार आरोपी मोहम्मद नासिर खान और उसके भाई इमरान मलिक ने आग लगाने वाला आईईडी बनाया और उसे कपड़े के एक पार्सल में पैक किया. पार्सल को सिकंदराबाद से दरभंगा तक लंबी दूरी की ट्रेन में बुक किया. इसका उद्देश्य एक चलती हुई यात्री ट्रेन में विस्फोट कराना और आग लगाना था. जिससे जान-माल का भारी नुकसान होता.

गिरफ्तार आरोपी मोहम्मद नासिर मलिक ने वर्ष 2012 में पाकिस्तान का दौरा किया था. स्थानीय रूप से उपलब्ध रसायनों से आईईडी बनाने में लश्कर के संचालकों से प्रशिक्षण प्राप्त किया था. वह अपने भाई इमरान के साथ एन्क्रिप्टेड कम्यूनिकेशन प्लेटफॉर्मों पर लश्कर-ए-तैयबा के पाकिस्तान स्थित आकाओं के संपर्क में था.

इसे भी पढे़ंः दरभंगा स्टेशन पर अचानक से आने लगी तेज आवाज, मची अफरा-तफरी तो ACTION में आया बम निरोधक दस्ता

पुणे एफएसएल की टीम करेगी जांच
दरभंगा ब्लास्ट मामले में भेजे गए सैंपल की जांच कोलकाता एफएसएल लैबोरेट्री में पुणे एफएसएल की टीम करेगी. इधर, इस ब्लास्ट के तार जिन क्षेत्रों में जुड़ रहे हैं, उन सभी क्षेत्रों के संगठनों की हिस्ट्री खंगाली जा रही है. एनआईए के विशेष सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार दरभंगा ब्लास्ट मामले में एनआईए के द्वारा उच्चस्तर पर जांच शुरू कर दी गई थी.

दरभंगा ब्लास्ट की बड़ी बातें
बता दें कि बीते 17 जून को दरभंगा स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर ट्रेन से पार्सल उतारने के क्रम में ब्लास्ट हो गया था. इसके बाद से ही हमले के आतंकी कनेक्शन को खंगाले जाने लगे थे. अब तक इस मामले में यूपी एटीएस ने शामली से पिता-पुत्र दो संदिग्ध को गिरफ्तार किया था, वहीं आईएसआईएस के लिए काम करने वाले एक शख्स को तेलंगाना एटीएस ने गिरफ्तार किया था. फिलहाल एनआईए इस पूरे मामले की जांच कर रही है.

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Last Updated : Jul 2, 2021, 6:47 PM IST
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