पटना: भाकपा-माले ने बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के लिए राज्य के कुल 30 विधानसभा क्षेत्रों के नाम समेत अपने सीटों की पहली सूची जारी कर दी है. राज्य सचिव कुणाल ने कहा कि जनभावना का सम्मान करते हुए विपक्ष के बीच कारगर गठबंधन और समझौता समय की मांग है. तमाम कोशिशों के बाद भी ऐसा नहीं हो सका है. काफी इंतजार के बाद हमने नामांकन के एक दिन पहले सीटों की घोषणा कर दी है.
संपूर्ण तालमेल की कोई संभावना नहीं बनी
कुणाल ने कहा कि विधानसभा चुनाव में सीटों के तालमेल को लेकर भाकपा-माले और आरजेडी के बीच राज्य स्तर पर कई राउंड की बातचीत चली. एनडीए विरोधी मतों को समेटने की पुरजोर कोशिश करना समय की मांग है. लेकिन, अबतक ऐसा संभव नहीं हो पाना बेहद दुःखद है. अब भी अगर संपूर्ण तालमेल की कोई संभावना बनती है तो हम उस पर विचार करेंगे.
आरजेडी पर मांगों की अनदेखी का आरोप
भाकपा-माले नेता ने आरजेडी पर मांगों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि संपूर्ण तालमेल की स्थिति में अपनी प्रमुख 30 सीटों में से भी 10 सीटें और भी कम करते हुए हमने 20 प्रमुख सीटों पर दावेदारी स्वीकार कर लेने का प्रस्ताव रखा था. लेकिन आरजेडी की ओर से हमारे लिए जो सीटें प्रस्तावित की गईं हैं, उनमें हमारे सघन कामकाज, आंदोलन और पहचान के जिले शामिल नहीं है. पटना, औरंगाबाद, जहानाबाद, गया, बक्सर, नालंदा जैसे जिलों की एक भी सीट हमें नहीं दी गई. ऐसे में जब पहले चरण के नामांकन का दौर शुरू ही होनेवाला है, हम अपने सीटों की यह पहली सूची जारी कर रहे हैं.
सीटों की पहली सूची
तरारी | जिरादेई | काराकाट | कुर्था | औराई |
अगिआंव | रघुनाथपुर | ओबरा | जहानाबाद | गायघाट |
जगदीशपुर | बलरामपुर | घोषी | हिलसा | बेनीपट्टी |
संदेश | पालीगंज | अरवल | इस्लामुपर | शेरघाटी |
आरा | मसौढ़ी | सिकटा | हायाघाट | डुमरांव |
दरौली | फुलवारीशरीफ | भोरे | वारिसनगर | चैनपुर |