पटना: बिहार में कोरोना की तीसरी लहर (Third Wave Of Corona In Bihar) में कई संक्रमित मरीज अबतक मिल चुके हैं. राजधानी पटना में भी कोरोना संक्रमितों की संख्या दिन प्रति दिन बढ़ रही थी. हालांकि, अब राज्य में संक्रमण की रफ्तार में थोड़ी कमी जरूर आई है. लेकिन राज्य सरकार कोरोना को लेकर अभी भी गंभीर है. इसी को लेकर अब पटना जंक्शन (Corona Test of Passengers At Patna Junction)पर एंटीजन किट के साथ-साथ यात्रियों की (RTPCR Test Of Passengers at Patna Junction)आरटीपीसीआर से भी जांच की जा रही है. साथ ही पटना जंक्शन पर पहले सिर्फ गेट नंबर 3 पर ही जांच की व्यवस्था थी लेकिन जिला प्रशासन के संज्ञान में आने के बाद अब गेट नंबर 2 पर भी कोविड-19 जांच की व्यवस्था कर दी गई है. कोरोना को लेकर रेलवे प्रशासन भी अलर्ट मोड पर काम कर रही है.
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बता दें कि, ट्रेन में सफर कर दूर-दराज या बाहर प्रदेशों से आने वाले यात्रियों की पटना जंक्शन पर कोविड जांच की जा रही है. पटना जंक्शन के गेट नंबर 2 से काफी संख्या में यात्री आवाजाही करते हैं. जिसको लेकर यात्रियों की भीड़ को देखते हुए पटना जंक्शन के गेट नंबर 2 पर भी कोविड-19 जांच की शुरुआत की गई है. वहीं, पटना जंक्शन पर पहले लगभग 300-400 यात्रियों की जांच हो पाती थी लेकिन अब पटना जंक्शन के एक काउंटर पर 1000 से 2000 कोविड-19 टेस्ट हो रही है. पटना जंक्शन पर कोरोना जांच के लिए गेट नंबर-3 पर एक काउंटर लगाया गया है. जबकि, गेट नंबर दो पर दो काउंटर लगाए गए हैं.
दरअसल, पटना जंक्शन पर प्रतिदिन लाखों यात्री पहुंचते हैं और स्टेशन पर उतरने वाले शत-प्रतिशत यात्रियों की कोरोना जांच अब तक सुनिश्चित नहीं हो सकी है. पटना जंक्शन पर विभिन्न शहरों से ट्रेन पहुंचती और गुजरती है. पटना जंक्शन पर जितने यात्री उतरते हैं, उन यात्रियों में से महज 10 प्रतिशत यात्रियों की ही जांच हो पाती है. जबकि, 90 प्रतिशत यात्री बगैर जांच कराए अपने गंतव्य तक पहुंच जाते हैं. इसको रोकने के लिए रेलवे प्रशासन को पटना जंक्शन के एक या दो गेट से ही यात्रियों की निकासी की व्यवस्था करनी होगी, तभी जाकर शत प्रतिशत जांच संभव हो पाएगा. साथ ही जांच करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों की संख्या भी बढ़ानी होगी.
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वहीं, पटना जंक्शन पर कोरोना जांच कर रहे स्वास्थ्य कर्मी नसीम ने बताया कि, पहले सिर्फ एंटीजन कीट के माध्यम से कोविड-19 का रेल यात्रियों की जांच की जा रही थी लेकिन अब आरटी पीसीआर सैंपल भी लिया जा रहा है. एंटीजन किट से 5 मिनट में रेल यात्रियों को रिपोर्ट की जानकारी मिल जाती है और RTPCR सैंपल लेने का मैसेज उनके मोबाइल पर चला जाता है. उन्होंने बताया कि, एक काउंटर पर प्रतिदिन हजार जांच हो पा रही है.
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