पटना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से 14,260 करोड़ रुपये की लागत से 350 कि.मी. लम्बी 9 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का शिलान्यास किया. इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर गांव में ऑप्टिकल फाइबर के माध्यम से इंटरनेट सुविधा दिए जाने का भी शुभारंभ किया. इस कार्यक्रम में राज्यपाल फागू चैहान के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए.
हर गांव में ऑप्टिकल फाइबर द्वारा इंटरनेट सुविधा की शुरुआत होने से मार्च 2021 तक बिहार के सभी 45,945 गांवों को इंटरनेट सुविधा मिलेगी. ‘भारत नेट’ ऑप्टिकल फाइबर से हर गांव को जोड़ा जाएगा. इस अवसर पर नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार के लिए विभिन्न योजनाओं के शुभारंभ और शिलान्यास के लिए मैं प्रधानमंत्री जी को धन्यवाद देता हूं. मुख्यमंत्री ने कहा कृषि के क्षेत्र में आपने जो नए दो कानून बनाये हैं, यह गांव और किसान के हित में है. किसान जहां चाहें अपनी उपज बेच सकते हैं. वर्ष 2006 में बिहार में हमलोगों ने एपीएमसी(कृषि उपज बाजार समिति) एक्ट को समाप्त किया था.
शिलान्यास और उद्घाटन के संबोधन में मुख्य बातें
- नीतीश जी के सुशासन में दृढ़ निश्चय के साथ आगे बढ़ते बिहार में योजनाओं पर और तेजी से काम होगा- प्रधानमंत्री
- 21वीं सदी का बिहार पुरानी कमियों को छोड़ते हुए आगे बढ़ रहा है- प्रधानमंत्री
- कल राज्य सभा में जो कुछ हुआ, वो गलत हुआ है, यह निंदनीय है- मुख्यमंत्री
- इस से संबंधित नया कानून किसान और देश हित में है। किसान जहां चाहे अपनी पैदावार बेच सकता है। इस कानून के पारित होने पर प्रधानमंत्री को बधाई देता हूं- मुख्यमंत्री
- हर गांव में ऑप्टिकल फाइबर द्वारा इंटरनेट सुविधा से लोगों को बहुत लाभ होगा- मुख्यमंत्री
- बिहार में सड़कों और पुलों के बेहतर रखरखाव हेतु मेंटेनेंस पॉलिसी बनाई गई है. इस पॉलिसी को लोक शिकायत निवारण अधिकार कानून से जोड़ा गया है- मुख्यमंत्री
‘राज्यसभा में जो कुछ हुआ वह बहुत गलत था’
मौके पर सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि राज्यसभा में रविवार को जो कुछ हुआ, वह बहुत ही गलत है. इसकी जितनी निंदा की जाए वो कम है. एपीएमसी से काफी दिक्कत थी. बिहार में एपीएमसी एक्ट हटाते वक्त बिहार विधानमंडल में भी विपक्ष ने कुछ ऐसा ही किया था. ये लोग चर्चा से भाग गए थे. आपने पूरे देश में एपीएमसी एक्ट को हटाया है, इससे किसान पूरे देश में कहीं पर और किसी को भी अपनी उपज बेच सकते हैं. नये कानून के तहत कांट्रैक्ट फार्मिंग से किसान लाभान्वित होंगे. ये काम आम लोगों के हक में हुआ है. इसका लाभ सभी लोगों को मिलेगा. लोगों की आमदनी बढ़ेगी. इसके लिए आपको बधाई देते हैं. बिहार में पैक्स (प्राइमरी एग्रीकल्चर कोआपरेटिव सोसाइटी) के माध्यम से अनाज खरीद का क्रियान्वयन किया जाता है.
एनडीए की सरकार बिहार में कर रही विकास
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में पीएम पैकेज के तहत 50 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा सड़क और पुलों के निर्माण पर खर्च किये जा रहे हैं. पैकेज के अतिरिक्त भी कुछ योजनाओं की आज शुरुआत की गई है. उन्होंने कहा कि आज हर गांव में ऑप्टिकल फाइबर योजना का शुभारंभ किया गया है. इससे बिहार के 45,945 गांवों तक इंटरनेट सुविधा उपलब्ध हो सकेगी. ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ने से कम्युनिकेशन का लाभ मिलेगा. इससे लोगों को काफी सुविधा होगी. बिहार में आठ करोड़ से अधिक लोगों के पास मोबाइल हैं. डिजिटल प्रगति का लाभ यहां सभी को मिलेगा.
तेजी से हो रहा पुलों का निर्माण
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि गंगा नदी पर विक्रमशिला सेतु का निर्माण वर्ष 2002 में पूर्ण हुआ था. विक्रमशिला सेतु पर वाहनों के ज्यादा आवागमन के कारण जाम लगा रहता था. उसके एप्रोच रोड को हमलोगों ने फोरलेन कराया. विक्रमशिला पुल के समानांतर एक नये फोरलेन पुल का शिलान्यास कराया जा रहा है. इससे लोगों को काफी सहूलियत होगी.
उन्होंने कहा कि बख्तियारपुर-रजौली फोरलेन के निर्माण से पटना से रांची का आवागमन और सुगम होगा. आरा-मोहनियां फोरलेन सड़क का निर्माण भी किया जा रहा है. नरेनपुर-पूर्णिया फोरलेन के निर्माण से झारखंड और बिहार के बीच आवागमन और आसान होगा. गंगा नदी पर पटना में महात्मा गांधी सेतु के समानांतर नये फोरलेन पुल का निर्माण कराया जा रहा है. कोसी नदी पर बिहपुर से वीरपुर के बीच फुलौत घाट पर पुल का निर्माण कराया जा रहा है. इससे भी लोगों को आवागमन में काफी सुविधा होगी. उन्होंने कहा कि पटना में रिंग रोड बनाने की शुरुआत हो गई है. ये बहुत ही उपयोगी है. इसका एक हिस्सा रामनगर से कन्हौली तक 6 लेन के निर्माण की आज शुरुआत हो गयी है.
गांधी सेतु का कार्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि जुलाई के अंत में गांधी सेतु का एक सिरा बना कर तैयार हुआ था. उस समय माननीय मंत्री नितिन गडकरी जी से अनुरोध किया गया था कि एनएच 80 मोकामा से लखीसराय होते हुए मुंगेर तक को फोरलेन में, मुजफ्फरपुर से बरौनी तक एनएच 28 को फोरलेन में, खगड़िया से पूर्णिया तक की सड़क को फोरलेन में और मुजफ्फरपुर से सीतामढ़ी-सोनवर्षा एनएच 77 को फोरलेन में परिवर्तित किया जाए. मुझे खुशी है कि इसकी भी स्वीकृति हो गई है.
आठ लेन सड़क को बक्सर से जोड़ने का आग्रह
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि मेरा निवेदन है कि दिल्ली से लखनऊ होते हुए गाजीपुर तक बनने वाली 8 लेन सड़क को बक्सर से जोड़ दिया जाए. गाजीपुर से बक्सर की दूरी सिर्फ 16 से 17 किमी ही है. इससे बिहार को काफी फायदा हो जाएगा. इससे दिल्ली और लखनऊ के लिए बिहार को एक और वैकल्पिक सड़क मिल जायेगी. उन्होंने कहा कि भारत-नेपाल सीमा पर 7 मीटर की चैड़ी सड़क बनाई जा रही है. मेरा आग्रह है कि इसे भी फोरलेन बनाया जाए, इससे काफी फायदा होगा.
बनाई जा रही पॉलिसी
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के किसी भी हिस्से से 6 घंटे में राजधानी पटना पहुंचने के लक्ष्य को प्राप्त कर लिया गया है. अब हमलोगों ने 5 घंटे में पटना पहुंचने का लक्ष्य निर्धारित किया है. हमलोगों ने सड़कों और पुलों के बेहतर निर्माण के साथ-साथ उसके रखरखाव के लिए मेंटेनेंस की पॉलिसी बनाई है. इस मेंटेनेंस पॉलिसी को लोक शिकायत निवारण अधिकार कानून से जोड़ा गया है. सड़कों एवं पुलों के मेंटनेंस के लिए जो भी जिम्मेवार होंगे, अगर वे अपना दायित्व नहीं निभाएंगे तो इसके तहत उन पर कार्रवाई होगी.
केंद्र सरकार ने सड़क निर्माण के क्षेत्र में भी काफी काम किया है. इससे आवागमन में लोगों को सुविधा होने के साथ-साथ बड़ी संख्या में लोगों को काम मिल रहा है. हमलोग हर गांव को सड़क से जोड़ चुके हैं. बिहार में 89 प्रतिशत लोग गांव में निवास करते हैं और 76 प्रतिशत आबादी कृषि पर निर्भर है. बिहार की तीन चैथाई आबादी को बेहतर सड़क के कारण अपने सामानों को कहीं पर भी बेचने में आसानी होगी. पूरे देश में किसान अपना सामान बेच सकेंगे.
वृक्षारोपण के लिए प्रतिधद्ध है सरकार
पर्यावरण संरक्षण के प्रति हम सजग हैं. पिछले दो महीने के अंदर 3 करोड़ 47 लाख वृक्ष लगाये गये हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि जिन योजनाओं को शुरू किया गया है वे समय पर पूर्ण हो जाएंगी. मैं बिहार के तमाम लोगों की तरफ से सड़कों एवं पुलों के शिलान्यास के साथ-साथ ऑप्टिकल फाइबर से गांवों को जोड़ने के लिए आपको धन्यवाद देता हूं. बिहार में जिस प्रकार से विकास का काम हो रहा है उसके चलते लोगों के मन में प्रसन्नता का भाव है. लोगों को भरोसा है कि उनका एवं आने वाली पीढ़ी का भविष्य उज्ज्वल होगा.
14,260 करोड़ रुपये की लागत से 350 किलोमीटर लंबी 9 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं के शिलान्यास के अंतर्गत फोरलेन बख्तियारपुर -रजौली सड़क (पैकेज-2), फोरलेन बख्तियारपुर-रजौली सड़क (पैकेज -3), फोरलेन आरा-परारिया सड़क फोरलेन परारिया-मोहनिया सड़क, फोरलेन नरेनपुर-पूर्णिया सड़क, 6-लेन रामनगर-कन्हौली (पटना रिंग रोड ) सड़क, महात्मा गांधी सेतु के समानांतर नए फोरलेन पुल का निर्माण, कोसी नदी पर नए फोरलेन पुल का निर्माण और गंगा नदी पर विक्रमशिला सेतु के समानांतर नए फोरलेन पुल का निर्माण की योजनाएं शामिल हैं.