पटना: एसबीआई 1 अक्टूबर से ग्राहकों के लिए कई नए बदलाव कर रहा है. एसबीआई के ग्राहकों को मिनिमम बैलेंस मेंटेन नहीं रखने पर जुर्माने में 80 फीसदी की कमी का फायदा मिलेगा. नेफ्ट और आरटीजीएस के जरिए भी ट्रांजेक्शन सस्ता हो जाएगा. अर्बन शहरों में मिनिमन बैलेंस को 5 हजार रुपए से घटाकर 3 हजार रुपए कर दिया गया है.
मिनिमम बैलेंस नहीं रखने पर चार्ज
नए नियमों के तहत यदि कोई ग्राहक अपने खाते में 3 हजार रुपए नहीं रख पाता है, और उसकी रकम घटकर 15 सौ रुपए हो जाती है, तो उससे 10 रुपए+जीएसटी चार्ज किया जाएगा. वहीं, 75 फीसदी से ज्यादा बैलेंस मेनटेन करने पर 15 रुपए+जीएसटी चार्ज किया जाएगा, जो अभी 80 रुपए+जीएसटी है.
ये हैं एसबीआई के अन्य नए नियम-
- सेमी-अर्बन ब्रांच में मिनिमम बैलेंस 2 हजार रुपए मेंटेन करना होगा. वहीं, रूरल ब्रांच में 1 हजार रूपए मेंटेन करना होगा. सेमी-अर्बन ब्रांच में 50 फीसदी से कम बैलेंस मेंटेन करने पर 7.50 रुपए+जीएसटी, 50 से 75 फीसदी तक 10 रुपए+जीएसटी, और 75 फीसदी से अधिक पर 12 रुपए+जीएसटी का भुगतान करना होगा.
- ग्राहकों को 2 लाख से 5 लाख के बीच आरटीजीएस ट्रांसफर के लिए 20 रूपए, और 5 लाख से अधिक के ट्रांसफर के लिए 40 रुपए जीएसटी का भुगतान करना होगा.
- बचत खाते में 1 महीने में 3 बार तक जमा और निकासी मुफ्त होगा. उसके बाद प्रत्येक लेनदेन के लिए 50 रुपए+जीएसटी लगेगा.
- गैर होम ब्रांच में प्रतिदिन अधिकतम 2 लाख रुपए नकद जमा की जा सकती है. इसके बाद नकद की राशि उस ब्रांच का मैनेजर तय करेगा.
- 25 हजार रुपए की एवरेज मंथली बैलेंस वाले महीने में 2 बार मुफ्त निकासी कर सकते हैं. 25-50 हजार रुपए की एवरेज मंथली बैलेंस वाले 10 बार मुफ्त निकासी कर सकते हैं. 50 हजार-1 लाख रुपए वालों के लिए 15 रुपए+जीएसटी है. 1 लाख से अधिक वाले असीमित लेनदेन कर सकते हैं.