पटनाः केंद्र सरकार (Central Government) स्कूली बच्चों के शिक्षा का स्तर जांचने के लिए राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण (National Achievement Survey) का आयोजन 12 नवंबर को कर रहा है. क्लास 3,5,8 और 10 के बच्चों का लर्निंग लेवल जांचने के लिए जिम्मेदारी सीबीएसई को दी गई है. बिहार के करीब 5700 स्कूलों समेत देशभर के करीब सवा लाख स्कूल इस उपलब्धि सर्वेक्षण 2021 में भाग ले रहे हैं.
इसे भी पढ़ें-कक्षा 12वीं परीक्षा : मूल्यांकन योजना का विधिवत पालन किया गया है: सीबीएसई ने न्यायालय को बताया
केंद्र सरकार ने 12 नवंबर को देशभर के स्कूलों का अचीवमेंट सर्वे कराने का निर्णय लिया है. इसके तहत कक्षा 3, कक्षा 5, कक्षा आठ और कक्षा 10 के विद्यार्थियों का लर्निंग लेवल की जांच होगी. उनके लर्निंग लेवल को जांचने के बाद सरकार उनके लिए बेहतर कार्य योजना तैयार कर पाएगी.
बिहार में इसे लेकर शिक्षा विभाग ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश जारी किया है कि 12 नवंबर को स्कूल समय खुलेंगे और सभी शिक्षक छात्र और कर्मचारी भी समय से उपस्थित रहेंगे. नेशनल अचीवमेंट सर्वे यानी राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण में इस वर्ष 36 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के 733 जिलों में 1.23 लाख स्कूल भाग ले रहे हैं.
इसे भी पढ़ें-CBSE : नवंबर-दिसंबर में होगी 10वीं, 12वीं कक्षा की टर्म 1 परीक्षा
एनसीईआरटी ने छात्रों के सीखने के परिणाम और उनकी क्षमता का आकलन करने के लिए एक असेसमेंट स्ट्रक्चर तैयार किया है. नेशनल लेवल पर इस सर्वे की जिम्मेदारी सीबीएसई को दी गई है. इस सर्वेक्षण के जरिए छात्रों के सीखने के नतीजे के आधार पर राष्ट्रीय मानक तय करने में आसानी होगी.
जानकारी के मुताबिक राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण 2021 के जरिए छात्रों में सीखने से जुड़ी कमियों का पता लगाने और उसके अनुरूप शिक्षा नीति में जरूरी उपाय करने में मदद मिलेगी. इस सर्वेक्षण में ना सिर्फ सरकारी बल्कि सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल और प्राइवेट स्कूल भी शामिल होंगे. पटना के करीब 190 सरकारी और निजी स्कूल इस में भाग ले रहे हैं जबकि बिहार के 5700 से ज्यादा सरकारी और निजी स्कूल इस सर्वेक्षण में भाग ले रहे हैं.