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लालू के ठिकानों पर CBI रेड, शिवानंद तिवारी बोले - छापेमारी कहीं नीतीश कुमार को चेतावनी तो नहीं? - आरजेडी नेता शिवानंद तिवारी

लालू-राबड़ी देवी के ठिकानों पर सीबीआई रेड (cbi raids on lalu yadav premises ) को RJD नेता शिवानंद तिवारी ने बिहार की सियासत से जोड़ दिया है. शिवानंद तिवारी ने छापेमारी पर सवाल उठाते हुए कहा है कि, रेलवे भर्ती घोटाले के इस पुराने मामले में हुई छापेमारी कहीं नीतीश कुमार को चेतावनी तो नहीं?. पढ़ें पूरी खबर

आरजेडी नेता शिवानंद तिवारी
आरजेडी नेता शिवानंद तिवारी
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Published : May 20, 2022, 1:57 PM IST

पटना: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व अध्यक्ष लालू प्रसाद के 17 ठिकानों पर शुक्रवार को सीबीआई की अलग-अलग टीमों की छापेमारी (CBI Raid At Lalu Yadav Patna Delhi Residence) से आरजेडी नेता और कार्यकर्ता गुस्से में हैं. आरजेडी कार्यकर्ताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास (CBI raid on Rabri Devi house) के सामने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. आरजेडी नेताओं ने सरकार पर लालू प्रसाद परिवार को परेशान करने का आरोप लगाया है. वहीं दूसरी तरफ सीबीआई की छापेमारी पर सवाल भी उठ रहे हैं.

ये भी पढ़ें : Big Breaking : राबड़ी आवास सहित लालू यादव के 17 ठिकानों पर CBI का छापा

शिवानंद तिवारी ने छापे की टाइमिंग पर उठाये सवाल : इस छापेमारी पर आरजेडी नेता शिवानंद तिवारी (RJD leader Shivanand Tiwari) ने कहा कि ''राबड़ी देवी के आवास सहित लालू यादव से जुड़े अन्य ठिकानों पर सीबीआई की छापेमारी कहीं नीतीश कुमार को चेतावनी (cbi raids on lalu a warning to nitish kumar ) तो नहीं है. जातीय जनगणना के मुद्दे पर नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच बढ़ती हुई नजदीकी बीजेपी को असहज कर रही है. छापेमारी के समय का चयन तो इसी ओर इशारा कर रहा है.''

''राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जातीय जनगणना के विरुद्ध है. जातीय जनगणना से ये सामने आ जाएगा कि किस जाति के लोग कितनी संख्या में हैं. उसके अनुपात में देश के संसाधनों का कौन कितना उपभोग कर रहा है. ये जानकारी बहुसंख्यक आबादी जो वंचित है, उसमें साधनों के बंटवारे की सशक्त और वैध मांग उठ सकती है. अन्यथा इतने पुराने मामले में अब तक नींद में सोई सीबीआई अचानक कैसे जाग गई! वह भी जब नीतीश कुमार जातीय जनगणना के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाने जा रहे हैं. लेकिन ऐसी कार्रवाई के द्वारा सच को कब तक दबा कर रखा जा सकता है?'' - शिवानंद तिवारी, आरजेडी नेता

CBI रेड पर भड़के RJD नेता : इधर, आरजेडी ने इस छापेमारी को लालू प्रसाद और उनके परिजन को परेशान करने का आरोप लगाया. आरजेडी के विधायक मुकेश रौशन ने कहा कि आरजेडी प्रमुख और उनके परिजन को परेशान किया जा रहा है. उन्होंने इसे बदले की कारवाई बताते हुए कहा कि तेजस्वी देश के बाहर हैं जबकि लालू प्रसाद दिल्ली में हैं. इस बीच, आरजेडी के नेता शक्ति यादव ने कहा कि विरोधी लालू और तेजस्वी की बढ़ती लोकप्रियता को पचा नहीं पा रहे हैं. इस कारण इस तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं.

लालू यादव के 17 ठिकानों पर CBI का छापा : बता दें कि लालू प्रसाद के पटना, दिल्ली और गोपालगंज समेत 17 परिसरों पर एक साथ छापेमारी की गई है. बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर भी सीबीआई की टीम ने छापेमारी की है. राबड़ी देवी आवास में ही हैं. सीबीआई सूत्रों का कहना है कि यह मामला लालू प्रसाद के रेल मंत्री रहते सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर कथित रूप से रिश्वत लेने, जमीन और संपत्ति लेने के मामले (land for job scam case) से जुड़ा है. इसकी जांच के सिलसिले में छापेमारी की गई है.

ये भी पढ़ें : राबड़ी आवास पर सीबीआई की रेड, RJD विधायक ने कहा- 'गलत हो रहा है'

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पटना: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व अध्यक्ष लालू प्रसाद के 17 ठिकानों पर शुक्रवार को सीबीआई की अलग-अलग टीमों की छापेमारी (CBI Raid At Lalu Yadav Patna Delhi Residence) से आरजेडी नेता और कार्यकर्ता गुस्से में हैं. आरजेडी कार्यकर्ताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास (CBI raid on Rabri Devi house) के सामने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. आरजेडी नेताओं ने सरकार पर लालू प्रसाद परिवार को परेशान करने का आरोप लगाया है. वहीं दूसरी तरफ सीबीआई की छापेमारी पर सवाल भी उठ रहे हैं.

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शिवानंद तिवारी ने छापे की टाइमिंग पर उठाये सवाल : इस छापेमारी पर आरजेडी नेता शिवानंद तिवारी (RJD leader Shivanand Tiwari) ने कहा कि ''राबड़ी देवी के आवास सहित लालू यादव से जुड़े अन्य ठिकानों पर सीबीआई की छापेमारी कहीं नीतीश कुमार को चेतावनी (cbi raids on lalu a warning to nitish kumar ) तो नहीं है. जातीय जनगणना के मुद्दे पर नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच बढ़ती हुई नजदीकी बीजेपी को असहज कर रही है. छापेमारी के समय का चयन तो इसी ओर इशारा कर रहा है.''

''राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जातीय जनगणना के विरुद्ध है. जातीय जनगणना से ये सामने आ जाएगा कि किस जाति के लोग कितनी संख्या में हैं. उसके अनुपात में देश के संसाधनों का कौन कितना उपभोग कर रहा है. ये जानकारी बहुसंख्यक आबादी जो वंचित है, उसमें साधनों के बंटवारे की सशक्त और वैध मांग उठ सकती है. अन्यथा इतने पुराने मामले में अब तक नींद में सोई सीबीआई अचानक कैसे जाग गई! वह भी जब नीतीश कुमार जातीय जनगणना के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाने जा रहे हैं. लेकिन ऐसी कार्रवाई के द्वारा सच को कब तक दबा कर रखा जा सकता है?'' - शिवानंद तिवारी, आरजेडी नेता

CBI रेड पर भड़के RJD नेता : इधर, आरजेडी ने इस छापेमारी को लालू प्रसाद और उनके परिजन को परेशान करने का आरोप लगाया. आरजेडी के विधायक मुकेश रौशन ने कहा कि आरजेडी प्रमुख और उनके परिजन को परेशान किया जा रहा है. उन्होंने इसे बदले की कारवाई बताते हुए कहा कि तेजस्वी देश के बाहर हैं जबकि लालू प्रसाद दिल्ली में हैं. इस बीच, आरजेडी के नेता शक्ति यादव ने कहा कि विरोधी लालू और तेजस्वी की बढ़ती लोकप्रियता को पचा नहीं पा रहे हैं. इस कारण इस तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं.

लालू यादव के 17 ठिकानों पर CBI का छापा : बता दें कि लालू प्रसाद के पटना, दिल्ली और गोपालगंज समेत 17 परिसरों पर एक साथ छापेमारी की गई है. बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर भी सीबीआई की टीम ने छापेमारी की है. राबड़ी देवी आवास में ही हैं. सीबीआई सूत्रों का कहना है कि यह मामला लालू प्रसाद के रेल मंत्री रहते सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर कथित रूप से रिश्वत लेने, जमीन और संपत्ति लेने के मामले (land for job scam case) से जुड़ा है. इसकी जांच के सिलसिले में छापेमारी की गई है.

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