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जानें.. ठंड में क्यों बढ़ जाते हैं ब्रेन हेमरेज के मामले, बरतें सावधानी

पीएमसीएच और आईआईएम जैसे संस्थानों में प्रतिदिन 5 से 8 मामले ब्रेन हेमरेज के आ रहे हैं. अधिकांश मामले हाई ब्लड प्रेशर की वजह से देखने को मिल रहे हैं. एक्सपर्ट ने बताया कि ठंड के मौसम में ब्रेन हेमरेज के मामले बढ़ जाते हैं.

ब्रेन हेमरेज
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Published : Nov 19, 2021, 7:35 PM IST

पटना: ठंड के मौसम में ब्रेन हेमरेज (Brain Hemorrhage) के मामले बढ़ जाते हैं. ब्रेन हेमरेज के सबसे ज्यादा मामले ठंड की शुरुआत में ही देखने को मिलते हैं. ठंड को लेकर लोग जरा सी लापरवाही बरतते हैं और यह खतरनाक साबित हो जाता है. वर्तमान समय में पीएमसीएच (PMCH) और आईआईएम जैसे संस्थान में प्रतिदिन 5 से 8 ब्रेन हेमरेज के मामले आ रहे हैं और इनमें से अधिकांश ब्रेन हेमरेज के मामले हाई ब्लड प्रेशर की वजह से देखने को मिल रहे हैं.


यह भी पढ़ें- विश्व हाइपरटेंशन डे : साइलेंट किलर है हाई ब्लड प्रेशर, हल्के में न लें

'ठंड के मौसम में प्रायः ब्रेन हेमरेज के मामले बढ़ जाते हैं. ठंड के मौसम में धमनियां सिकुड़ती हैं. जिन्हें हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत होती है और उनका अगर ब्लड प्रेशर बढ़ा हो तो कई बार ब्रेन का नस फट जाता है. इस वजह से ब्रेन हेमरेज हो जाता है. प्रदेश में लोग ब्लड प्रेशर की बीमारी को गंभीरता से नहीं लेते हैं. इसका असर यह होता है कि कई बार लोगों को पहले से ब्लड प्रेशर होता है और उन्हें पता नहीं होता है. ऐसे लोग थोड़ी लापरवाही बरतते हैं, जो ब्रेन स्ट्रोक के रूप में देखने को मिलता है. अस्पताल में आने पर पता चलता है हाई ब्लड प्रेशर की वजह से यह सब हुआ है.' -डॉ. ऋषिकांत सिंह, एसोसिएट प्रोफेसर, न्यूरोलॉजी विभाग पीएमसीएच

ठंड के मौसम में क्यों बढ़ जाते हैं ब्रेन हेमरेजके मामले, बता रहे हैं एक्सपर्ट...

डॉ. ऋषिकांत सिंह ने बताया कि गर्मियों के मौसम में लोग मेहनत करते हैं, तो शरीर से पसीना भी काफी निकलता है. ऐसे में शरीर का जो नमक होता है, वह पसीना से बाहर निकलता है. ब्लड प्रेशर काफी हद तक कंट्रोल में रहता है. लेकिन जब ठंड का मौसम आता है, तो उस समय शरीर से पसीना नहीं निकल पाता और इस वजह से शरीर का नमक भी नहीं निकल पाता है. ऐसे में जिन्हें ब्लड प्रेशर की शिकायत है उनका ब्लड प्रेशर काफी हाई हो जाता है. हाई ब्लड प्रेशर के वजह से ब्रेन हेमरेज कर जाता है.

उन्होंने बताया कि ठंड के मौसम में अधिकतर लोगों को पैरालिसिस का अटैक देखने को मिलता है. इसका मुख्य वजह होता है, ब्रेन स्ट्रोक. यदि किसी व्यक्ति के सिर के बाएं हिस्से में कोई नस फटता है या ब्रेन स्ट्रोक की वजह से डैमेज होता है तो शरीर का दायां हिस्सा काम करना बंद कर देता है. दाएं हिस्से में पैरालिसिस अटैक देखने को मिलता है. सिर के दाएं हिस्से में यदि ब्रेन स्ट्रोक की वजह से कोई नस डैमेज होता है, तो शरीर के बाएं हिस्से में इसका असर देखने को मिलता है. शरीर के बाएं हिस्से में अंग काम करना बंद कर देते हैं और पैरालिसिस का असर देखने को मिलता है.

प्रख्यात न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. ऋषिकांत सिंह ने कहा कि ठंड के मौसम में जरूरी है कि लोग अपने ब्लड प्रेशर को नियंत्रण में रखें. ब्लड प्रेशर की नियमित जांच कराते रहें. पहले ब्रेन हेमरेज के मामले 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में अधिक देखने को मिलते थे लेकिन अभी के जीवन शैली में हर उम्र के व्यस्क लोगों में यह समस्या देखने को मिल रही है. आधुनिक जीवनशैली में अनियमित खान-पान और अत्यधिक तनाव की वजह से 25-26 वर्ष के आयु वालों में भी ब्लड प्रेशर की शिकायत काफी देखने को मिल रही है. जिन्हें ब्लड प्रेशर की शिकायत है, वह नियमित रूप से ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने की दवा का सेवन करें, नियमित व्यायाम करें जिससे कि शरीर का पसीना निकले और ठंड के मौसम में खासकर नमक कम खाने का प्रयास करें.

यह भी पढ़ें- हाई-ब्लड प्रेशर, हाइपरटेंशन में वायु प्रदूषण का योगदान : शोध

पटना: ठंड के मौसम में ब्रेन हेमरेज (Brain Hemorrhage) के मामले बढ़ जाते हैं. ब्रेन हेमरेज के सबसे ज्यादा मामले ठंड की शुरुआत में ही देखने को मिलते हैं. ठंड को लेकर लोग जरा सी लापरवाही बरतते हैं और यह खतरनाक साबित हो जाता है. वर्तमान समय में पीएमसीएच (PMCH) और आईआईएम जैसे संस्थान में प्रतिदिन 5 से 8 ब्रेन हेमरेज के मामले आ रहे हैं और इनमें से अधिकांश ब्रेन हेमरेज के मामले हाई ब्लड प्रेशर की वजह से देखने को मिल रहे हैं.


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'ठंड के मौसम में प्रायः ब्रेन हेमरेज के मामले बढ़ जाते हैं. ठंड के मौसम में धमनियां सिकुड़ती हैं. जिन्हें हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत होती है और उनका अगर ब्लड प्रेशर बढ़ा हो तो कई बार ब्रेन का नस फट जाता है. इस वजह से ब्रेन हेमरेज हो जाता है. प्रदेश में लोग ब्लड प्रेशर की बीमारी को गंभीरता से नहीं लेते हैं. इसका असर यह होता है कि कई बार लोगों को पहले से ब्लड प्रेशर होता है और उन्हें पता नहीं होता है. ऐसे लोग थोड़ी लापरवाही बरतते हैं, जो ब्रेन स्ट्रोक के रूप में देखने को मिलता है. अस्पताल में आने पर पता चलता है हाई ब्लड प्रेशर की वजह से यह सब हुआ है.' -डॉ. ऋषिकांत सिंह, एसोसिएट प्रोफेसर, न्यूरोलॉजी विभाग पीएमसीएच

ठंड के मौसम में क्यों बढ़ जाते हैं ब्रेन हेमरेजके मामले, बता रहे हैं एक्सपर्ट...

डॉ. ऋषिकांत सिंह ने बताया कि गर्मियों के मौसम में लोग मेहनत करते हैं, तो शरीर से पसीना भी काफी निकलता है. ऐसे में शरीर का जो नमक होता है, वह पसीना से बाहर निकलता है. ब्लड प्रेशर काफी हद तक कंट्रोल में रहता है. लेकिन जब ठंड का मौसम आता है, तो उस समय शरीर से पसीना नहीं निकल पाता और इस वजह से शरीर का नमक भी नहीं निकल पाता है. ऐसे में जिन्हें ब्लड प्रेशर की शिकायत है उनका ब्लड प्रेशर काफी हाई हो जाता है. हाई ब्लड प्रेशर के वजह से ब्रेन हेमरेज कर जाता है.

उन्होंने बताया कि ठंड के मौसम में अधिकतर लोगों को पैरालिसिस का अटैक देखने को मिलता है. इसका मुख्य वजह होता है, ब्रेन स्ट्रोक. यदि किसी व्यक्ति के सिर के बाएं हिस्से में कोई नस फटता है या ब्रेन स्ट्रोक की वजह से डैमेज होता है तो शरीर का दायां हिस्सा काम करना बंद कर देता है. दाएं हिस्से में पैरालिसिस अटैक देखने को मिलता है. सिर के दाएं हिस्से में यदि ब्रेन स्ट्रोक की वजह से कोई नस डैमेज होता है, तो शरीर के बाएं हिस्से में इसका असर देखने को मिलता है. शरीर के बाएं हिस्से में अंग काम करना बंद कर देते हैं और पैरालिसिस का असर देखने को मिलता है.

प्रख्यात न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. ऋषिकांत सिंह ने कहा कि ठंड के मौसम में जरूरी है कि लोग अपने ब्लड प्रेशर को नियंत्रण में रखें. ब्लड प्रेशर की नियमित जांच कराते रहें. पहले ब्रेन हेमरेज के मामले 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में अधिक देखने को मिलते थे लेकिन अभी के जीवन शैली में हर उम्र के व्यस्क लोगों में यह समस्या देखने को मिल रही है. आधुनिक जीवनशैली में अनियमित खान-पान और अत्यधिक तनाव की वजह से 25-26 वर्ष के आयु वालों में भी ब्लड प्रेशर की शिकायत काफी देखने को मिल रही है. जिन्हें ब्लड प्रेशर की शिकायत है, वह नियमित रूप से ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने की दवा का सेवन करें, नियमित व्यायाम करें जिससे कि शरीर का पसीना निकले और ठंड के मौसम में खासकर नमक कम खाने का प्रयास करें.

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