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BJP ने कांग्रेस को बताया सिद्धांत विहीन पार्टी, कांग्रेस का पलटवार- नीतीश के 'पिछलग्गू' हैं आप

बिहार विधानमंडल का शीतकालीन सत्र तो खत्म हो चुका है लेकिन बिहार की सियासत ( Bihar Politics ) में अभी भी शीत युद्ध चल रहा है. सत्र के दौरान की बातों पर बयानबाजी हो रही है. अब कांग्रेस और भाजपा में जंग छिड़ा है. पढ़ें रिपोर्ट..

कांग्रेस बीजेपी का चुनाव चिन्ह
कांग्रेस बीजेपी का चुनाव चिन्ह
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Published : Dec 4, 2021, 6:29 PM IST

Updated : Dec 4, 2021, 7:52 PM IST

पटनाः बिहार विधानमंडल का शीतकालीन सत्र ( Bihar Legislature Winter Session ) शुक्रवार को समाप्त हो गया. 5 दिनों के इस सत्र के दौरान महागठबंधन नेताओं के साथ कांग्रेस पार्टी दिखी थी. इसको लेकर बिहार में सियासी बयानबाजी तेज हो गई है. बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने है.

यह भी पढ़ें- तेजस्वी ने पूछा- बिहार विधानसभा के अंदर शराब की बोतल कहां से आई?

'हम लोग शुरू से कहते रहते थे कि कांग्रेस हाशिए पर आ गई है. पूरे देश में कांग्रेस कहीं भी नहीं है. निश्चित तौर पर बिहार विधानसभा में ऐसा ही दिखा. सत्र शुरू होने से पहले कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि कांग्रेस अकेले ही जनता की बातों को सदन में उठाएगी. लेकिन 2 दिन के बाद ही कांग्रेस के नेता राजद और माले के नेताओं से गलबहियां करते दिखे. बिहार में कांग्रेस का कोई वजूद नहीं है. वह राजद की पिछलग्गू पार्टी है. यही कारण है कि जिस तरह पहले बिहार में कांग्रेस थी, फिर से उसी तरह कांग्रेस के नेता राजद के पीछे-पीछे चलेंगे. सिद्धांत विहीन पार्टी का क्या हाल जनता ने किया, ये भी सब देख रहे हैं.' -अजफर शम्सी, बीजेपी प्रवक्ता

बीजेपी और कांग्रेस में बयानबाजी

वहीं बीजेपी प्रवक्ता के बयान पर कांग्रेस नेता ने भी पलटवार किया है. प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय कांग्रेस पार्टी का अपना सिद्धांत है. पार्टी अपने सिद्धांत पर चलती है. भाजपा क्या कर रही है, जनता देख रही है.

'भारतीय कांग्रेस पार्टी का अपना सिद्धांत है. पार्टी अपने सिद्धांत पर चलती है लेकिन भाजपा क्या कर रही है. बिहार में जनता सब देख रही है. निश्चित तौर पर नीतीश कुमार की सरकार बिहार में लगातार भ्रष्टाचार बढ़ा रही है. बावजूद इसके भाजपा के लोग नीतीश कुमार से चिपके हैं. जबकि इस बार जो विधानसभा सत्र चला, मंत्री तक को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नहीं बख्शा. कहीं ना कहीं भाजपा के नेताओं की लगातार फजीहत हो रही है. भाजपा को पहले अपने बारे में सोचना चाहिए फिर कांग्रेस के बारे में बोलना चाहिए. किस मुंह से बिहार की जनता के सामने बीजेपी के नेता बोल रहे है ये समझ में नहीं आ रहा है. जवाब तो उनको जनता को देना होगा कि किस मजबूरी से वो नीतीश कुमार के साथ हैं. जबकि खुलेआम जदयू के नेता बीजेपी के नेताओं और मंत्रियों की धज्जियां उड़ा रहे हैं.' -राजेश राठौर, कांग्रेस प्रवक्ता

ये भी पढ़ें: विधानसभा में शिक्षा मंत्री का बड़ा ऐलान- पंचायत चुनाव के बाद होगी सवा लाख शिक्षकों की बहाली

नोट: ऐसी ही विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

पटनाः बिहार विधानमंडल का शीतकालीन सत्र ( Bihar Legislature Winter Session ) शुक्रवार को समाप्त हो गया. 5 दिनों के इस सत्र के दौरान महागठबंधन नेताओं के साथ कांग्रेस पार्टी दिखी थी. इसको लेकर बिहार में सियासी बयानबाजी तेज हो गई है. बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने है.

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'हम लोग शुरू से कहते रहते थे कि कांग्रेस हाशिए पर आ गई है. पूरे देश में कांग्रेस कहीं भी नहीं है. निश्चित तौर पर बिहार विधानसभा में ऐसा ही दिखा. सत्र शुरू होने से पहले कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि कांग्रेस अकेले ही जनता की बातों को सदन में उठाएगी. लेकिन 2 दिन के बाद ही कांग्रेस के नेता राजद और माले के नेताओं से गलबहियां करते दिखे. बिहार में कांग्रेस का कोई वजूद नहीं है. वह राजद की पिछलग्गू पार्टी है. यही कारण है कि जिस तरह पहले बिहार में कांग्रेस थी, फिर से उसी तरह कांग्रेस के नेता राजद के पीछे-पीछे चलेंगे. सिद्धांत विहीन पार्टी का क्या हाल जनता ने किया, ये भी सब देख रहे हैं.' -अजफर शम्सी, बीजेपी प्रवक्ता

बीजेपी और कांग्रेस में बयानबाजी

वहीं बीजेपी प्रवक्ता के बयान पर कांग्रेस नेता ने भी पलटवार किया है. प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय कांग्रेस पार्टी का अपना सिद्धांत है. पार्टी अपने सिद्धांत पर चलती है. भाजपा क्या कर रही है, जनता देख रही है.

'भारतीय कांग्रेस पार्टी का अपना सिद्धांत है. पार्टी अपने सिद्धांत पर चलती है लेकिन भाजपा क्या कर रही है. बिहार में जनता सब देख रही है. निश्चित तौर पर नीतीश कुमार की सरकार बिहार में लगातार भ्रष्टाचार बढ़ा रही है. बावजूद इसके भाजपा के लोग नीतीश कुमार से चिपके हैं. जबकि इस बार जो विधानसभा सत्र चला, मंत्री तक को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नहीं बख्शा. कहीं ना कहीं भाजपा के नेताओं की लगातार फजीहत हो रही है. भाजपा को पहले अपने बारे में सोचना चाहिए फिर कांग्रेस के बारे में बोलना चाहिए. किस मुंह से बिहार की जनता के सामने बीजेपी के नेता बोल रहे है ये समझ में नहीं आ रहा है. जवाब तो उनको जनता को देना होगा कि किस मजबूरी से वो नीतीश कुमार के साथ हैं. जबकि खुलेआम जदयू के नेता बीजेपी के नेताओं और मंत्रियों की धज्जियां उड़ा रहे हैं.' -राजेश राठौर, कांग्रेस प्रवक्ता

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Last Updated : Dec 4, 2021, 7:52 PM IST
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