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'जो देगा सम्मान.. उसी को मिलेगा भूमिहार-ब्राह्मण समाज का समर्थन', आशुतोष का ऐलान

पटना में भूमिहार ब्राह्मण एकता सम्मेलन आयोजित हो रहा है. इसमें नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Leader of Opposition Tejashwi Yadav) के अलावा बीजेपी समेत अन्य दलों के नेता शामिल हो रहे है. हालांकि आयोजकों का कहना है कि यह राजनीतिक आयोजन नहीं है, सामाजिक व सांस्कृतिक आयोजन है. ऐसे आयोजन हों तो राजनीति के चश्मे को बाहर उतार कर जाना चाहिए. पढ़ें पूरी खबर.

भूमिहार ब्राह्मण एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशुतोष कुमार
भूमिहार ब्राह्मण एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशुतोष कुमार
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Published : May 3, 2022, 12:59 PM IST

Updated : May 3, 2022, 4:20 PM IST

पटना: राजधानी पटना में प्रदेश भर के भूमिहारों को एक मंच पर लाने के लिए बहुत बड़ी कवायद मंगलवार को हो रही है. दरअसल, भूमिहार ब्राह्मण एकता सम्मेलन (Bhumihar Brahmin Ekta sammelan in Patna) के बैनर तले राज्य के सभी हिस्सों से बड़ी संख्या में भूमिहार इसमें शामिल हो रहे हैं. सम्मेलन के प्रमुख कर्ताधर्ता व भूमिहार ब्राह्मण एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशुतोष कुमार (Ashutosh Kumar organizer Bhumihar Brahmin Ekta sammelan) का स्पष्ट कहना है कि यह एक राजनीतिक आयोजन नहीं है. ईटीवी भारत से विशेष बात करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि जो भूमिहार का सम्मान करेगा, भूमिहार उसके साथ होगा.

ये भी पढ़ें: जिन भूमिहारों का लालू से रहा छत्तीस का आंकड़ा, क्या सच में तेजस्वी के लिए बदल रहा उनका मन!

अन्य समाज के लोग भी होंगे शामिल: यह पूछे जाने पर कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य क्या है? आशुतोष कुमार ने कहा कि इसके पीछे कोई ठोस उद्देश्य नहीं है. जैसे देश में रामनवमी, श्रीकृष्णाष्टमी, महाशिवरात्रि मनाई जाती है, ठीक उसी प्रकार इसका भी आयोजन किया जा रहा है. आशुतोष ने यह भी कहा कि इस सम्मेलन में केवल भूमिहार ही नहीं है, बल्कि अन्य समाज के भी लोग हैं जो भगवान परशुराम (Parshuram Jayanti 2022) में अपनी आस्था रखते हैं. दरअसल, उन्होंने यह बातें इसलिए कहीं कि इस आयोजन में बीजेपी, आरजेडी के अलावा कांग्रेस के भी कई नेता शामिल होंगे.

देखें वीडियो

सामाजिक व सांस्कृतिक आयोजन: आशुतोष का कहना था कि यह कोई एक दिन का प्रयास नहीं है. इसके पीछे नौ साल की कड़ी मेहनत है. इसके बाद यह आयोजन किया जा रहा है. यह पूछे जाने पर कि इस आयोजन का कोई राजनीतिक उद्देश्य भी है, आशुतोष का कहना था कि यह सामाजिक व सांस्कृतिक आयोजन है. हमारे पूर्वजों का कहना है जब ऐसे आयोजन हो तो राजनीति के चश्मे को बाहर उतार कर जाना चाहिए.

भूमिहार और ब्राह्मण उसके साथ है जो उनका सम्मान करेगा: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के इस सम्मेलन में शामिल होने की बात पर आशुतोष ने कहा कि अगर वो भी इसमें शामिल हो रहे हैं तो लोगों को इसे अपने-अपन नजरिये से देखने की आजादी है. इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि इसका दूरगामी परिणाम जरूर देखने को मिलेगा. जो सांप्रदायिक ताकतें दो मजबूत वर्गों को लड़ा कर देश की सत्ता पर काबिज हैं, उनको एक जोरदार झटका जरूर लगेगा. उन्होंने कहा कि भूमिहार और ब्राह्मण उसके साथ है जो उनका सम्मान करेगा. जो हमें सम्मान देगा, हमारा समाज उसे सूद समेत उस सम्मान को उसे वापस करेगा.

ये भी पढ़ें: 3 मई को धूमधाम से मनाई जाएगी परशुराम जयंती, भूमिहार ब्राह्मण समाज की ताकत दिखाने की तैयारी

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पटना: राजधानी पटना में प्रदेश भर के भूमिहारों को एक मंच पर लाने के लिए बहुत बड़ी कवायद मंगलवार को हो रही है. दरअसल, भूमिहार ब्राह्मण एकता सम्मेलन (Bhumihar Brahmin Ekta sammelan in Patna) के बैनर तले राज्य के सभी हिस्सों से बड़ी संख्या में भूमिहार इसमें शामिल हो रहे हैं. सम्मेलन के प्रमुख कर्ताधर्ता व भूमिहार ब्राह्मण एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशुतोष कुमार (Ashutosh Kumar organizer Bhumihar Brahmin Ekta sammelan) का स्पष्ट कहना है कि यह एक राजनीतिक आयोजन नहीं है. ईटीवी भारत से विशेष बात करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि जो भूमिहार का सम्मान करेगा, भूमिहार उसके साथ होगा.

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अन्य समाज के लोग भी होंगे शामिल: यह पूछे जाने पर कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य क्या है? आशुतोष कुमार ने कहा कि इसके पीछे कोई ठोस उद्देश्य नहीं है. जैसे देश में रामनवमी, श्रीकृष्णाष्टमी, महाशिवरात्रि मनाई जाती है, ठीक उसी प्रकार इसका भी आयोजन किया जा रहा है. आशुतोष ने यह भी कहा कि इस सम्मेलन में केवल भूमिहार ही नहीं है, बल्कि अन्य समाज के भी लोग हैं जो भगवान परशुराम (Parshuram Jayanti 2022) में अपनी आस्था रखते हैं. दरअसल, उन्होंने यह बातें इसलिए कहीं कि इस आयोजन में बीजेपी, आरजेडी के अलावा कांग्रेस के भी कई नेता शामिल होंगे.

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सामाजिक व सांस्कृतिक आयोजन: आशुतोष का कहना था कि यह कोई एक दिन का प्रयास नहीं है. इसके पीछे नौ साल की कड़ी मेहनत है. इसके बाद यह आयोजन किया जा रहा है. यह पूछे जाने पर कि इस आयोजन का कोई राजनीतिक उद्देश्य भी है, आशुतोष का कहना था कि यह सामाजिक व सांस्कृतिक आयोजन है. हमारे पूर्वजों का कहना है जब ऐसे आयोजन हो तो राजनीति के चश्मे को बाहर उतार कर जाना चाहिए.

भूमिहार और ब्राह्मण उसके साथ है जो उनका सम्मान करेगा: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के इस सम्मेलन में शामिल होने की बात पर आशुतोष ने कहा कि अगर वो भी इसमें शामिल हो रहे हैं तो लोगों को इसे अपने-अपन नजरिये से देखने की आजादी है. इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि इसका दूरगामी परिणाम जरूर देखने को मिलेगा. जो सांप्रदायिक ताकतें दो मजबूत वर्गों को लड़ा कर देश की सत्ता पर काबिज हैं, उनको एक जोरदार झटका जरूर लगेगा. उन्होंने कहा कि भूमिहार और ब्राह्मण उसके साथ है जो उनका सम्मान करेगा. जो हमें सम्मान देगा, हमारा समाज उसे सूद समेत उस सम्मान को उसे वापस करेगा.

ये भी पढ़ें: 3 मई को धूमधाम से मनाई जाएगी परशुराम जयंती, भूमिहार ब्राह्मण समाज की ताकत दिखाने की तैयारी

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Last Updated : May 3, 2022, 4:20 PM IST

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