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लालू के हनुमान भोला यादव पर CBI ने कसा शिकंजा तो लालू परिवार की बढ़ीं मुश्किलें

लालू यादव जब रेल मंत्री थे तो उस समय भोला यादव उनके ओएसडी हुआ करते थे. उसी दौरान हुए रेलवे भर्ती घोटाले की जांच चल रही है. जिसमें सीबीआई आरजेडी नेताओं के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है. कहा जा रहा है कि भोला यादव सीबीआई के लिए तुरुप का पत्ता साबित हो रहे है. ऐसे में लालू परिवार की मुश्किलें बढ़नी तय है.

लालू यादव के करीबी भोला यादव
लालू यादव के करीबी भोला यादव
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Published : Aug 25, 2022, 6:02 PM IST

पटना: आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद के हनुमान माने जाने वाले भोला यादव के सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद से ही तय माना जा रहा था कि आरजेडी की परेशानी बढ़ेगी. कहा जा रहा है कि सीबीआई ने नौकरी के बदले जमीन के मामले में बुधवार को बिहार से लेकर गुरुग्राम तक जो भी छापेमारी की है, वह भोला यादव के इनपुट पर ही किए गए (bhola yadav involvement in land for job scam ) हैं. सीबीआई ने जहां भी छापेमारी की है उनमें अधिकांश लालू के अत्यंत करीबी और पूंजीपति लोग बताए जा रहे हैं.

ये भी पढ़ेंः लालू के करीबी भोला यादव अरेस्ट, रेलवे भर्ती घोटाले में दिल्ली से हुई गिरफ्तारी

लालू के हनुमान भोला यादव पर CBI ने कसा शिकंजा : भोला यादव राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के ही नहीं, बल्कि उनके पूरे परिवार में विश्वासी हैं. ये भी कहा जा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद के सभी अच्छे और बुरे कार्यों में वे राजदार रहे हैं. सूत्रों का मानना है कि भोला यादव ने पूछताछ के दौरान ऐसे राज सीबीआई को बताए हैं जिससे सीबीआई अब तक अनभिज्ञ थी. भोला यादव को सीबीआई ने जुलाई महीने में गिरफ्तार किया था. आरजेडी के कई नेता अभी भी सीबीआई के रडार पर हैं.

RJD नेताओं के घर सीबीआई की छापेमारी: इससे पहले बुधवार को सीबीआई ने पटना, कटिहार, मधुबनी और गुरुग्राम में आरजेडी के कई नेताओं के ठिकानों पर छापे मारे. सीआरपीएफ जवानों के संरक्षण में सीबीआई की टीमों ने आरजेडी एमएलसी और बिस्कोमैन प्रमुख सुनील कुमार सिंह, राजद राज्यसभा सांसद असफाक करीम (कटिहार) और फैयाज अहमद (मधुबनी), पूर्व एमएलसी सुबोध राय और पूर्व विधायक अबू दुजाना के घरों और कार्यालयों पर छापेमारी की. सीबीआई की एक टीम ने गुरुग्राम (हरियाणा) के सेक्टर 71 स्थित अर्बन क्यूब्स मॉल में भी छापेमारी की.

ये भी पढ़ें: लालू-राबड़ी के 17 ठिकानों पर CBI छापे, रेलवे में नौकरी के बदले जमीन लेने का आरोप

CBI के आरोपों पर तेजस्वी का इनकार: सीबीआई का मानना है कि तेजस्वी यादव की मॉल में हिस्सेदारी है, हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया है कि उनका मॉल से कोई लेना-देना नहीं है. इसका स्वामित्व कृष्ण कुमार नाम के एक व्यक्ति के पास है और इसमें भाजपा के एक सांसद का निवेश है. इसके अलावा, मॉल का उद्घाटन हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने किया. तेजस्वी ने आगे कहा कि सीबीआई को मनोहर लाल खट्टर से मालिक के नाम का पता लगाने के लिए कहना चाहिए.

क्या है पूरा मामला : आरोप है कि लालू प्रसाद 2004 से 2009 तक जब रेल मंत्री थे. तब ग्रुप डी में नौकरी देने के नाम पर कई लोगों से संपत्ति अपने नाम करवाकर आर्थिक लाभ लिया है. पटना सहित कई इलाकों में रहने वाले लोगों को रेलवे के अलग अलग जोन में नौकरी दी गई थी. बुधवार के पहले भी सीबीआई इस मामले में राबड़ी आवास सहित विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी कर चुकी है.

कौन हैं भोला यादव ?: आखिर कौन है भोला यादव (Who is Bhola Yadav). दरअसल भोला यादव लालू यादव के बेहद करीबी हैं. 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में वह बहादुरपुर सीट विधायक चुने गए थे. हालांकि हालिया 2020 चुनाव में वे हायाघाट सीट से चुनाव हार गए हैं. उनको लालू का हनुमान कहा जाता है और तेजस्वी के भी काफी नजदीकी माने जाते हैं. लालू की बीमारी से लेकर जेल और कोर्ट-कचहरी हर जगह वो साया की तरह उनके साथ रहते हैं. अभी हाल में पारस अस्पताल से लेकर दिल्ली एम्स तक उनके साथ थे. भोला यादव को लालू प्रसाद यादव का बड़ा राजदार माना जाता है. उनकी पहुंच लालू यादव के रसोईं घर तक मानी जाती है. पिछले लगभग 20 सालों से वह लालू के निजी सहायक रहे हैं. लालू के वफादार माने जाने वाले भोला यादव मैथमेटिक्स से ग्रेजुएट हैं और लालू प्रसाद यादव की हर पसंद और नापसंद को समझते हैं.

ये भी पढ़ें: 'लालू के हनुमान' को RJD से OUT करना चाहते हैं तेजप्रताप, कहा- 'भोला भाला बन पिताजी की सेवा का दिखावा कर रहा'

पटना: आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद के हनुमान माने जाने वाले भोला यादव के सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद से ही तय माना जा रहा था कि आरजेडी की परेशानी बढ़ेगी. कहा जा रहा है कि सीबीआई ने नौकरी के बदले जमीन के मामले में बुधवार को बिहार से लेकर गुरुग्राम तक जो भी छापेमारी की है, वह भोला यादव के इनपुट पर ही किए गए (bhola yadav involvement in land for job scam ) हैं. सीबीआई ने जहां भी छापेमारी की है उनमें अधिकांश लालू के अत्यंत करीबी और पूंजीपति लोग बताए जा रहे हैं.

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लालू के हनुमान भोला यादव पर CBI ने कसा शिकंजा : भोला यादव राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के ही नहीं, बल्कि उनके पूरे परिवार में विश्वासी हैं. ये भी कहा जा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद के सभी अच्छे और बुरे कार्यों में वे राजदार रहे हैं. सूत्रों का मानना है कि भोला यादव ने पूछताछ के दौरान ऐसे राज सीबीआई को बताए हैं जिससे सीबीआई अब तक अनभिज्ञ थी. भोला यादव को सीबीआई ने जुलाई महीने में गिरफ्तार किया था. आरजेडी के कई नेता अभी भी सीबीआई के रडार पर हैं.

RJD नेताओं के घर सीबीआई की छापेमारी: इससे पहले बुधवार को सीबीआई ने पटना, कटिहार, मधुबनी और गुरुग्राम में आरजेडी के कई नेताओं के ठिकानों पर छापे मारे. सीआरपीएफ जवानों के संरक्षण में सीबीआई की टीमों ने आरजेडी एमएलसी और बिस्कोमैन प्रमुख सुनील कुमार सिंह, राजद राज्यसभा सांसद असफाक करीम (कटिहार) और फैयाज अहमद (मधुबनी), पूर्व एमएलसी सुबोध राय और पूर्व विधायक अबू दुजाना के घरों और कार्यालयों पर छापेमारी की. सीबीआई की एक टीम ने गुरुग्राम (हरियाणा) के सेक्टर 71 स्थित अर्बन क्यूब्स मॉल में भी छापेमारी की.

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CBI के आरोपों पर तेजस्वी का इनकार: सीबीआई का मानना है कि तेजस्वी यादव की मॉल में हिस्सेदारी है, हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया है कि उनका मॉल से कोई लेना-देना नहीं है. इसका स्वामित्व कृष्ण कुमार नाम के एक व्यक्ति के पास है और इसमें भाजपा के एक सांसद का निवेश है. इसके अलावा, मॉल का उद्घाटन हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने किया. तेजस्वी ने आगे कहा कि सीबीआई को मनोहर लाल खट्टर से मालिक के नाम का पता लगाने के लिए कहना चाहिए.

क्या है पूरा मामला : आरोप है कि लालू प्रसाद 2004 से 2009 तक जब रेल मंत्री थे. तब ग्रुप डी में नौकरी देने के नाम पर कई लोगों से संपत्ति अपने नाम करवाकर आर्थिक लाभ लिया है. पटना सहित कई इलाकों में रहने वाले लोगों को रेलवे के अलग अलग जोन में नौकरी दी गई थी. बुधवार के पहले भी सीबीआई इस मामले में राबड़ी आवास सहित विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी कर चुकी है.

कौन हैं भोला यादव ?: आखिर कौन है भोला यादव (Who is Bhola Yadav). दरअसल भोला यादव लालू यादव के बेहद करीबी हैं. 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में वह बहादुरपुर सीट विधायक चुने गए थे. हालांकि हालिया 2020 चुनाव में वे हायाघाट सीट से चुनाव हार गए हैं. उनको लालू का हनुमान कहा जाता है और तेजस्वी के भी काफी नजदीकी माने जाते हैं. लालू की बीमारी से लेकर जेल और कोर्ट-कचहरी हर जगह वो साया की तरह उनके साथ रहते हैं. अभी हाल में पारस अस्पताल से लेकर दिल्ली एम्स तक उनके साथ थे. भोला यादव को लालू प्रसाद यादव का बड़ा राजदार माना जाता है. उनकी पहुंच लालू यादव के रसोईं घर तक मानी जाती है. पिछले लगभग 20 सालों से वह लालू के निजी सहायक रहे हैं. लालू के वफादार माने जाने वाले भोला यादव मैथमेटिक्स से ग्रेजुएट हैं और लालू प्रसाद यादव की हर पसंद और नापसंद को समझते हैं.

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