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भक्त चरण दास ने पूछा- 56 इंच के सीना वाले PM जातीय जनगणना कराने से डर क्यों रहे? - जातीय जनगणना

जातीय जनगणना पर बिहार की सियासत गर्म है. हर पार्टी अपने तरीके से राजनीति करने में जुटी है. अब कांग्रेस भी इस लड़ाई में उतर आयी है. भक्त चरण दास ने इस बहाने पीएम मोदी पर निशाना साधा. पढ़ें पूरी रिपोर्ट...

bhakt charan das
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Published : Aug 13, 2021, 6:14 PM IST

Updated : Aug 13, 2021, 7:13 PM IST

नई दिल्ली/पटना: बिहार कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास (Bhakt Charan Das) ने कहा कि बिहार में पिछड़े-अति पिछड़ी जातियों की आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति ठीक नहीं है. उनका विकास हो इसके लिए जरूरी है, जातीय जनगणना (Cast Census) कराई जाए. वास्तविक संख्या उन लोगों की कितनी है इसका पता किसी को नहीं है. इसलिए सरकार की योजनाएं उन तक नहीं पहुंच पाती है.


ये भी पढ़ें- जातिगत जनगणना की विपक्षी मुहिम को झटका: पसमांदा समाज की मांग, मुसलमानों में भी हो OBC-EBC की गणना

भक्त चरण दास ने कहा कि पिछड़े-अति पिछड़े, कमजोर वर्ग के उत्थान के लिए सबसे जरूरी है कि जातीय जनगणना हो. यह समय की मांग है. केंद्र सरकार इस पर राजनीति ना करे. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी का तो सीना 56 इंच (Modi 56 Inch Chest) का है, बीजेपी भी यह बताती है तो फिर जातीय जनगणना कराने से पीएम मोदी डर क्यों रहे हैं? इसको तुरंत कराया जाए. अगर जातीय जनगणना होगी तो अनुसूचित जाति एवं जनजाति के अलावा अन्य कमजोर वर्ग की जो जातियां हैं उनकी वास्तविक संख्या के आधार पर विकास के कार्यक्रम बनाने में मदद मिलेगी.

देखें वीडियो.

बिहार कांग्रेस प्रभारी ने बीजेपी पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी कहती है कि जातीय जनगणना होगी तो इससे समाज में तनाव फैल जाएगा. मैं कहना चाहता हूं कि समाज को बांटकर व नफरत फैलाकर ही तो बीजेपी देश भर में अपना विस्तार की. दो से 303 सीट का सफर लोकसभा में तय की, हिंदू-मुसलमान को लड़ा कर बीजेपी आगे बढ़ी. जातीय जनगणना से समाज में किसी भी तरह का तनाव नहीं फैलेगा.

ये भी पढ़ें- Caste Census: प्रधानमंत्री ने CM नीतीश को नहीं दिया वक्त, अब तेजस्वी ने लिखा नरेन्द्र मोदी को पत्र

बता दें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar), पीएम मोदी (PM Modi) को पत्र लिख चुके हैं. वह सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल लेकर पीएम मोदी से जातीय जनगणना के मुद्दे पर मिलना चाहते हैं. आरजेडी भी जातीय जनगणना की मांग कर रही है. तेजस्वी यादव ने भी इसके लिए पीएम मोदी को पत्र लिखा है. अब जदयू एवं राजद को कांग्रेस का इस मुद्दे पर समर्थन मिल गया है. भक्त चरण दास ने इसकी मांग कर दी है.

बता दें कि कुछ समय पहले केंद्र सरकार की तरफ से जवाब आया था कि 2021 के जनगणना में अनुसूचित जाति एवं जनजाति की ही गणना होगी. केंद्र सभी वर्ग के लोगों का विशेष ख्याल रख रही है. वहीं जानकारों का तर्क है कि जातीय जनगणना हुई तो जिनकी संख्या कम होगी वह संख्या बढ़ाने में लग जाएंगे. ऐसे में जनसंख्या नियंत्रण नहीं हो पाएगा, जिनकी संख्या ज्यादा होगी वह नए सिरे से आरक्षण की मांग करेंगे. इसलिए जातीय जनगणना से समाज में तनाव फैल सकता है. बीजेपी का भी कहना है कि समाज में तनाव हो सकता है.

ये भी पढ़ें- 'जातिगत जनगणना' और 'जनसंख्या नियंत्रण' पर रार, BJP और JDU में छिड़ा शीत युद्ध

ये भी पढ़ें- जातीय जनगणना पर 'विशाल प्रदर्शन' बुलाकर खुद दूर रहा लालू परिवार, RJD ने दी ये सफाई

नई दिल्ली/पटना: बिहार कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास (Bhakt Charan Das) ने कहा कि बिहार में पिछड़े-अति पिछड़ी जातियों की आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति ठीक नहीं है. उनका विकास हो इसके लिए जरूरी है, जातीय जनगणना (Cast Census) कराई जाए. वास्तविक संख्या उन लोगों की कितनी है इसका पता किसी को नहीं है. इसलिए सरकार की योजनाएं उन तक नहीं पहुंच पाती है.


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भक्त चरण दास ने कहा कि पिछड़े-अति पिछड़े, कमजोर वर्ग के उत्थान के लिए सबसे जरूरी है कि जातीय जनगणना हो. यह समय की मांग है. केंद्र सरकार इस पर राजनीति ना करे. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी का तो सीना 56 इंच (Modi 56 Inch Chest) का है, बीजेपी भी यह बताती है तो फिर जातीय जनगणना कराने से पीएम मोदी डर क्यों रहे हैं? इसको तुरंत कराया जाए. अगर जातीय जनगणना होगी तो अनुसूचित जाति एवं जनजाति के अलावा अन्य कमजोर वर्ग की जो जातियां हैं उनकी वास्तविक संख्या के आधार पर विकास के कार्यक्रम बनाने में मदद मिलेगी.

देखें वीडियो.

बिहार कांग्रेस प्रभारी ने बीजेपी पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी कहती है कि जातीय जनगणना होगी तो इससे समाज में तनाव फैल जाएगा. मैं कहना चाहता हूं कि समाज को बांटकर व नफरत फैलाकर ही तो बीजेपी देश भर में अपना विस्तार की. दो से 303 सीट का सफर लोकसभा में तय की, हिंदू-मुसलमान को लड़ा कर बीजेपी आगे बढ़ी. जातीय जनगणना से समाज में किसी भी तरह का तनाव नहीं फैलेगा.

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बता दें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar), पीएम मोदी (PM Modi) को पत्र लिख चुके हैं. वह सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल लेकर पीएम मोदी से जातीय जनगणना के मुद्दे पर मिलना चाहते हैं. आरजेडी भी जातीय जनगणना की मांग कर रही है. तेजस्वी यादव ने भी इसके लिए पीएम मोदी को पत्र लिखा है. अब जदयू एवं राजद को कांग्रेस का इस मुद्दे पर समर्थन मिल गया है. भक्त चरण दास ने इसकी मांग कर दी है.

बता दें कि कुछ समय पहले केंद्र सरकार की तरफ से जवाब आया था कि 2021 के जनगणना में अनुसूचित जाति एवं जनजाति की ही गणना होगी. केंद्र सभी वर्ग के लोगों का विशेष ख्याल रख रही है. वहीं जानकारों का तर्क है कि जातीय जनगणना हुई तो जिनकी संख्या कम होगी वह संख्या बढ़ाने में लग जाएंगे. ऐसे में जनसंख्या नियंत्रण नहीं हो पाएगा, जिनकी संख्या ज्यादा होगी वह नए सिरे से आरक्षण की मांग करेंगे. इसलिए जातीय जनगणना से समाज में तनाव फैल सकता है. बीजेपी का भी कहना है कि समाज में तनाव हो सकता है.

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Last Updated : Aug 13, 2021, 7:13 PM IST
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