पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (cm nitish kumar) ने राज्य में कृषि विकास के लिए उनकी सरकार की ओर से किए गए प्रयासों और इस क्षेत्र में प्राप्त उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए आज कहा कि कृषि रोडमैप के कारण प्रदेश में चावल, गेहूं, मक्का और दूध का उत्पादन बढ़ा है. मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को पटना में देश के पहले पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के 889 करोड़ के भवन परिसर की आधारशिला रखने और कार्यारंभ करने के बाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.
ये भी पढ़ें : 2000 करोड़ से अधिक के विभिन्न विभागों के भवनों का CM ने किया उद्घाटन
देश के पहले पशु विज्ञान विश्वविद्यालय का शिलान्यास : नीतीश कुमार ने शुक्रवार को बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय परिसर में 889.26 करोड़ रुपये की लागत वाले देश के पहले पशु विज्ञान विश्वविद्यालय (country first animal science university in Bihar) के भवन की आधारशिला भी रखी. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि रोडमैप के कारण राज्य में चावल, गेहूं, मक्का और दूध का उत्पादन बढ़ा है. अंडा का उत्पादन लगभग ढाई गुना हो गया है. उन्होंने बताया कि मांस का उत्पादन दुगुना से भी ज्यादा हो गया.
मुख्यमंत्री ने बताया कि कि मछली उत्पादन का लक्ष्य आठ लाख मीट्रिक टन का रखा था, जिसमें से सात लाख 61 हजार मीट्रिक टन मछली का उत्पादन हो रहा है. बिहार में बाहर से मछली न के बराबर आती है. अब मछली बिहार से बाहर भी भेजी जा रही है. उन्होंने कहा कि सब्जी का उत्पादन भी बढ़ा है. शराबबंदी के कारण सब्जी की अधिक खपत हो रही है और लोग बेहतर खाना खा रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश में महिलाओं के विकास के लिये कई काम किये गये हैं.
हर 8-10 पंचायत पर पशु अस्पताल बनेगा: मुख्यमंत्री ने कहा कि सात निश्चय-2 के तहत आठ से 10 पंचायतों के लिये एक पशु अस्पताल बनाने का निर्णय लिया गया है ताकि पशुओं को किसी प्रकार की समस्या न हो. पशुओं के लिए चिकित्सा सुविधा, टीकाकरण, कृत्रिम गर्भाधान, कृमिनाशन, डोर स्टेप डिलीवरी आदि कार्यों की व्यवस्था की जा रही है. उनकी सरकार का उद्देश्य है कि सही मायने में लोगों का स्वास्थ्य बेहतर हो, स्वभाव बेहतर हो, बिहार का विकास हो.
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP