पटना: मसौढ़ी सिविल कोर्ट (Masaurhi Civil Court) समेत पटना जिला के तमाम व्यवहार न्यायालय (All Civil Courts of Patna) में पिछले 13 दिनों से सभी अधिवक्ताओं का आक्रोश और आंदोलन चल रहा है. पिछले 14 दिनों से सभी न्यायालय के कामकाज ठप हैं. ऐसे में मसौढ़ी सिविल कोर्ट में 11 दिसंबर को होने जा रहे राष्ट्रीय लोक अदालत का बहिष्कार करने का अधिवक्ताओं ने निर्णय लिया है.
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मसौढ़ी सिविल कोर्ट में 11 दिसंबर को होने जा रहे राष्ट्रीय लोक अदालत का बहिष्कार करने का अधिवक्ताओं के निर्णय पर शुक्रवार को मसौढ़ी सिविल कोर्ट के प्रथम सत्र न्यायाधीश बीएन त्रिपाठी ने कहा कि हम सभी अधिवक्ताओं से गुजारिश करते हैं कि राष्ट्रीय लोक अदालत को सुचारू रूप से चलाने में मदद करें.
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मसौढ़ी सिविल कोर्ट के प्रथम सत्र न्यायाधीश बीएन त्रिपाठी ने आंदोलनरत सभी अधिवक्ताओं से कहा कि
'राष्ट्रीय लोक अदालत में अपनी सहभागिता प्रदान करें और आम अवाम की समस्याओं के निष्पादन का प्रयास करें. आपकी जो भी 5 सूत्री मांग है उस पर विचार किया जा रहा है. लेकिन अपने न्यायिक कार्य का बहिष्कार के दौरान राष्ट्रीय लोक अदालत में अपनी सहभागिता प्रदान करें. साल में सिर्फ एक बार ऐसा मौका आता है कि राष्ट्रीय लोक अदालत में कई तरह के मुकदमों का फैसला ऑन द स्पॉट होता है. ऐसे में यह मौका मुवक्किलों का छूट न जाए, ऐसे में सभी अधिवक्ताओं से नम्र निवेदन है कि आम अवाम की समस्याओं के लिए आगे आएं.' - बीएन त्रिपाठी, प्रथम सत्र न्यायाधीश, मसौढ़ी सिविल कोर्ट
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