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मसौढ़ी अनुमंडल में पराली जलाने वाले 72 किसानों पर कार्रवाई, सरकारी योजनाओं से किए गए वंचित - Patna Latest News

राजधानी पटना के पास ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों द्वारा पराली जलाने के लगातार मामले सामने आ रहे हैं. कृषि विभाग की ओर से (Awareness Campaign by Agriculture Department) लगातार जागरुकता अभियान चलाने के बाद भी मसौढ़ी अनुमंडल में किसान अपनी मनमानी कर रहे हैं. इसी को लेकर मसौढ़ी अनुमंडल के 72 किसानों पर पराली जलाने को लेकर कार्रवाई की गई है. आगे पढ़िए पूरी खबर...

पराली जलाने वाले किसानों पर कार्रवाई
पराली जलाने वाले किसानों पर कार्रवाई
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Published : Dec 8, 2021, 10:50 AM IST

पटना: राजधानी पटना से सटे ग्रामीण इलाकों में लगातार पराली नहीं जलाने को लेकर कृषि विभाग (Awareness Campaign by Agriculture Department) द्वारा जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है. वहीं किसान सलाहकार के माध्यम से भी किसानों के बीच पराली नहीं जलाने की अपील की जा रही है. वहीं पराली जलाने के मामले में अब तक पूरे मसौढ़ी अनुमंडल में 72 किसानों पर कार्रवाई की गई है, और इन किसानों को 3 साल तक सरकार की विभिन्न योजनाओं से वंचित कर दिया गया है. वहीं पूरे जिले भर में पुनपुन प्रखंड और दनियावां प्रखंड पराली जलाने वाले मामलों में टॉप पर है.

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बताएं कि मसौढ़ी अनुमंडल के मसौढ़ी, धनरूआ एवं पुनपुन प्रखंड में लगातार खेतों में पराली जलाने की शिकायत मिल रही है, ऐसे में अब तक पूरे अनुमंडल में 72 किसानों पर कार्रवाई की गई है, और उन्हें 3 साल तक सरकार की विभिन्न योजनाओं से वंचित कर दिया गया है. किसानों का रजिस्ट्रेशन को भी कैंसिल कर दिया गया है. अब वे सभी किसान सरकार के किसी भी योजना का फायदा नहीं उठा पाएंगे, बावजूद अभी भी कई जगहों पर लगातार खेतों में पराली जलाया जा रहा है. मसौढ़ी प्रखंड में 20, पुनपुन में 25 और धनरूआ में 27 किसानों पर कार्रवाई की गई है.


दरअसल, पराली जलाने से न केवल खेतों में मिट्टी की उर्वरा शक्ति कम होती है, बल्कि वायुमंडल में प्रदूषण का खतरा भी बढ़ जाता है. ऐसे में सरकार द्वारा लगातार उन सभी किसानों के बीच जागरूकता चलाया जा रहा है और सख्त कार्रवाई भी की जा रही है. ऐसे में पराली जलाने वाले किसानों पर 3 सालों के लिए सभी सरकारी योजनाओं से वंचित कर दिया गया है. वहीं पूरे पटना जिला में पुनपुन और दनियावां प्रखंड पराली जलाने के मामले में टॉप माना जा रहा है. इन दोनों प्रखंड में सबसे ज्यादा किसानों को ब्लैक लिस्टेड किया गया है. वहीं पूरे मसौढ़ी अनुमंडल में अब तक 72 किसानों पर कार्रवाई की गई है.

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वहीं, खेतों में पराली जलाने वाले सभी किसानों को लगातार कृषि सलाहकार और कृषि समन्वयक द्वारा जागरूक किया जा रहा है, और नहीं मानने वाले किसानों का रजिस्ट्रेशन रद्द करते हुए ब्लॉक करने की कार्रवाई लगातार चल रही है. सेटेलाइट के माध्यम से सभी पर निगरानी रखी जा रही है, पूरे पटना में सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि किसानों को पराली जलाने से रोका जाए और नहीं मानने वालों पर कार्रवाई का निर्देश दिया गया है.

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पटना: राजधानी पटना से सटे ग्रामीण इलाकों में लगातार पराली नहीं जलाने को लेकर कृषि विभाग (Awareness Campaign by Agriculture Department) द्वारा जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है. वहीं किसान सलाहकार के माध्यम से भी किसानों के बीच पराली नहीं जलाने की अपील की जा रही है. वहीं पराली जलाने के मामले में अब तक पूरे मसौढ़ी अनुमंडल में 72 किसानों पर कार्रवाई की गई है, और इन किसानों को 3 साल तक सरकार की विभिन्न योजनाओं से वंचित कर दिया गया है. वहीं पूरे जिले भर में पुनपुन प्रखंड और दनियावां प्रखंड पराली जलाने वाले मामलों में टॉप पर है.

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बताएं कि मसौढ़ी अनुमंडल के मसौढ़ी, धनरूआ एवं पुनपुन प्रखंड में लगातार खेतों में पराली जलाने की शिकायत मिल रही है, ऐसे में अब तक पूरे अनुमंडल में 72 किसानों पर कार्रवाई की गई है, और उन्हें 3 साल तक सरकार की विभिन्न योजनाओं से वंचित कर दिया गया है. किसानों का रजिस्ट्रेशन को भी कैंसिल कर दिया गया है. अब वे सभी किसान सरकार के किसी भी योजना का फायदा नहीं उठा पाएंगे, बावजूद अभी भी कई जगहों पर लगातार खेतों में पराली जलाया जा रहा है. मसौढ़ी प्रखंड में 20, पुनपुन में 25 और धनरूआ में 27 किसानों पर कार्रवाई की गई है.


दरअसल, पराली जलाने से न केवल खेतों में मिट्टी की उर्वरा शक्ति कम होती है, बल्कि वायुमंडल में प्रदूषण का खतरा भी बढ़ जाता है. ऐसे में सरकार द्वारा लगातार उन सभी किसानों के बीच जागरूकता चलाया जा रहा है और सख्त कार्रवाई भी की जा रही है. ऐसे में पराली जलाने वाले किसानों पर 3 सालों के लिए सभी सरकारी योजनाओं से वंचित कर दिया गया है. वहीं पूरे पटना जिला में पुनपुन और दनियावां प्रखंड पराली जलाने के मामले में टॉप माना जा रहा है. इन दोनों प्रखंड में सबसे ज्यादा किसानों को ब्लैक लिस्टेड किया गया है. वहीं पूरे मसौढ़ी अनुमंडल में अब तक 72 किसानों पर कार्रवाई की गई है.

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वहीं, खेतों में पराली जलाने वाले सभी किसानों को लगातार कृषि सलाहकार और कृषि समन्वयक द्वारा जागरूक किया जा रहा है, और नहीं मानने वाले किसानों का रजिस्ट्रेशन रद्द करते हुए ब्लॉक करने की कार्रवाई लगातार चल रही है. सेटेलाइट के माध्यम से सभी पर निगरानी रखी जा रही है, पूरे पटना में सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि किसानों को पराली जलाने से रोका जाए और नहीं मानने वालों पर कार्रवाई का निर्देश दिया गया है.

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