पटना: राजधानी में 102 एंबुलेंस सेवा कर्मियों की हड़ताल का सीधा असर आमजन पर देखने को मिल रहा है. हड़ताल के कारण बीमार मरीजों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, एंबुलेंसकर्मियों की हड़ताल का फायदा उठा रहे निजी वाहन चालक मरीजों को जमकर लूट रहे हैं.
जमकर हो रही लूट
एंबुलेंसकर्मियों की हड़ताल से मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, निजी वाहन चालक इस हड़ताल का जमकर फायदा उठा रहे हैं. मरीजों से एंबुलेंस के बदले मनमाना किराया वसूल कर रहे हैं.
7 दिन जारी रहेगी हड़ताल
राजधानी पटना के अस्पतालों में 102 एंबुलेंस सेवा की रफ्तार थम गई है. एंबुलेंसकर्मी अगले 7 दिनों तक हड़ताल पर रहेंगे. एंबुलेंसकर्मियों की हड़ताल के कारण मरीजों और उनके परिजनों का भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है. वहीं सूबे के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच में रोजाना तकरीबन हजारों मरीज इलाज के लिए आते हैं. लेकिन, एंबुलेंस सेवा ठप होने से मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
श्रम कानून का हो रहा उल्लंघन
एंबुलेंसकर्मियों का कहना है कि इस सेवा का संचालन आउटसोर्सिंग के जरिए किया जाता है. इसके पहले जिला स्वास्थ्य समिति ने करीब 3 साल से ज्यादा समय तक सेवा का संचालन किया. बाद में संचालन का जिम्मा निजी एजेंसी को दे दी गई. अब एजेंसी की ओर से कर्मियों को उचित मानदेय नहीं दिया जा रहा है. इसके अलावा श्रम कानूनों का भी अनुपालन नहीं हो रहा है. एजेंसी 8 घंटे के बदले 12 घंटे की सेवा ले रही है. मानदेय में 8 घंटे का ही दिया जा रहा है. जिसके कारण वे हड़ताल कर रहे हैं.