नालंदा: जिले में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं. आए दिन होती घटनाओं ने पुलिस की सक्रियता की पोल खोली दी है. शुक्रवार को नगरनौसा थाना क्षेत्र के तीना गांव के बोखरा पुल के पास बाइक सवार अपराधियों ने युवक की गोली मारकर हत्या कर दी.
वहीं, बीते 27 अक्टूबर को अपराधियों की गोली से घायल हुए युवक की इलाज के दौरान मौत हो गई. इससे इलाके के लोगों में पुलिस के खिलाफ काफी गुस्सा है.
दुकान पर आकर मारी थी गोली
गौरतलब है कि बीते 27 अक्टूबर को बेखौफ अपराधियों ने सोहसराय थाना क्षेत्र निवासी अमन कुमार उर्फ टीटू रजक को गोली मार दी थी. जिससे वह बुरी तरह घायल हो गया था. परिजनों ने बताया कि घटना के वक्त अमन अपनी दुकान पर बैठा हुआ था. आरोप है कि इसी बीच नंदू पासवान और उसके चार बेटों ने दुकान पर आकर उसको दो गोली मार दी थी. वह बुरी तरह जख्मी हो गया था. उसको इलाज के लिए पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया. परिजनों ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में दो लोगों की गिरफ्तार भी किया था. आरोप है कि घटना में शामिल एक युवक को छोड़ भी दिया गया था. वहीं, अमन की मौत के बाद इलाके के लोगों में पुलिस के खिलाफ काफी गुस्सा है.
मुआवजे और सख्त कार्रवाई की मांग
अमन की मौत के बाद भड़के लोगों ने पुलिस प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा काटा. इस दौरान लोगों ने 'पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद' के नारे भी लगाए. इसके बाद लोगों ने पटना-बिहारशरीफ मुख्य मार्ग जामकर आगजनी भी की. वहीं, लोगों ने जिला प्रशासन से मुआवजे और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है. वहीं, हंगामे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने उचित कार्रवाई का आश्वासन देकर लोगों को शांत कराया.
गोली मारकर हत्या
जिले के नगरनौसा थाना क्षेत्र के तीना गांव के बोखरा पुल के पास बाइक सवार अपराधियों ने शिवचरण प्रसाद (30) की युवक की गोली मारकर हत्या कर दी. मृतक विधायक के भाई का ड्राइवर बताया जाता है. हादसे के बाद नाराज लोगों ने जमकर बवाल किया. घटनास्थल के पास एक होटल को फूंक दिया. इस दौरान घंटों सड़क जाम रहा. हंगामे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन देकर लोगों को शांत कराया.