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छा गया होनहार सोनू! 30 बच्चों को पढ़ता है ट्यूशन, लेता है 100 रुपए फीस

बिहार के नालंदा जिले के नीमा कोल के रहने वाले रणविजय यादव का 12 वर्षीय पुत्र सोनू (Bihar Boy Sonu Kumar) आजकल सुर्खियों में है. सोनू का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पढ़ाई करने के लिए मदद की गुहार (Sonu appealed Bihar CM for education) लगाने वाला वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. पढ़ें पूरी खबर

नीतीश से पढ़ाई की मदद मांगता सोनू
नीतीश से पढ़ाई की मदद मांगता सोनू
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Published : May 17, 2022, 7:55 PM IST

नालंदा (बिहारशरीफ) : बिहार में नालंदा जिले के नीमा कौल गांव का रहने वाला सोनू नाम का बच्चा इन दिनों सुर्खियों में है. क्योंकि उसने सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के सामने अपनी पढ़ाई (Sonu pleaded for his education) और शराबबंदी के बावजूद पिता के शराब पीने की बात उठाई. 5वीं क्लास में पढ़ने वाला सोनू पढ़-लिखकर आईएएस बनना चाहता है लेकिन घर की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं कि वह प्राइवेट स्कूल में पढ़ सके. वैसे, सोनू की पढ़ाई के प्रति दिलचस्पी को इससे भी समझा जा सकता है कि वह गांव में ही अपने हमउम्र को पढ़ाता भी है.

ये भी पढ़ें: CM नीतीश से बच्चे की गुहार- 'हमको पढ़ना है सर! सरकारी स्कूल में पढ़ाई नहीं होती, मेरे पापा शराब पी जाते हैं'

सोनू की मदद को आगे आईं गौहर खान : किसी भी सवाल का बेझिझक जवाब देने वाले सोनू के वीडियो को देखने के बाद कई लोग उसकी मदद के लिए सामने आ रहे हैं. सोनू की इस गुहार के बाद बॉलीवुड (Bollywood Come For Help of Sonu) की हस्तियां उसकी मदद के लिए आगे आई हैं. एक्ट्रेस और मॉडल गौहर खान ने कहा कि सोनू एक उज्जवल और होनहार बच्चा है जिसके पास एक विजन है. गौहर खान ने सोनू की मदद करने की बात करते हुए कहा कि हमलोगों को इसकी मदद (gauhar khan came forward to help sonu) करनी चाहिये. उन्होंने सोनू की मदद के लिये ट्विटर पर लोगों से उसके बारे में जानकारी मांगी है.

एक्ट्रेस पूजा भट्ट ने लिखा : यही नहीं, सोनू की मदद के लिए कई निजी संस्थाएं भी सामने आई हैं. उन्होंने सोनू की पढ़ाई-लिखाई का खर्च उठाने की बात कही है. एक्ट्रेस पूजा भट्ट ने अपने सोशल मीडिया (Social Media) पर वीडियो पोस्ट कर कहा कि जब कोई बच्चा टूटी व्यवस्था को समझने की कोशिश करता है और ऐसी विकट परिस्थितियों से गुजरता है तो वो तबाह हो जाता है. सिंगर विशाल ददलानी ने अपने ट्विटर अकाउंट से बच्चे की डिटेल्स मांगी. अपने पोस्ट में विशाल ने कहा कि इस बच्चे की शिक्षा के लिए वो बेहतर व्यवस्था करेंगे.

CM नीतीश से लगाई थी पढ़ाई के लिए मदद की गुहार : दरअसल, सीएम नीतीश कुमार शनिवार को अपनी दिवंगत पत्नी मंजू सिन्हा की 16वीं पुण्यतिथि के मौके पर नालंदा के कल्याण बिगहा गांव पहुंचे थे. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कई लोगों की समस्याएं सुनीं. इस कार्यक्रम में11 साल का सोनू भी पहुंचा था. नीतीश जब लोगों से मिल रहे थे. इसी दौरान 'सर! सुनिए न प्रणाम… भीड़ से आई एक बच्चे की आवाज सुनकर नीतीश कुमार भी चौंक गए. नीतीश की नजरें जैसे ही बच्चे की तरफ गई. बच्चा (सोनू) मुख्यमंत्री से हाथ जोड़कर कहने लगा ''सर, सुनिए न..प्रणाम, हमको पढ़ने के लिए हिम्मत दीजिए...गार्जियन नहीं पढ़ाते हैं. पापा दही की दुकान से जो भी कमाते हैं उसे शराब पीने में लगा देते हैं.''

ये भी पढ़ें: सोनू से बोले तेज प्रताप- IAS बनना तो मेरे अंडर काम करना, बोला- मुझसे नहीं होगा

सरकारी स्कूल की खोली थी पोल : बच्चे ने सीएम नीतीश के आंखों में आंखें डालकर शिक्षा की बदहाली की बात बताई. उसने कहा कि अगर सरकार मदद करे तो वो भी पढ़ लिखकर आईएएस, आईपीएस बनना चाहता है. सोनू ने सीएम नीतीश से कहा कि सरकारी स्कूल में शिक्षा की स्थिति बद से बदतर है. इसके बाद मुख्यमंत्री ने तत्काल उपविकस आयुक्त को उसकी आगे की पढ़ाई का जिम्मा सौंप देते हैं. बता दें कि सोनू बिहार के नालंदा जिले के हरनौत प्रखंड के नीमा कौल गांव का रहने वाला है.

'इसलिए सरकारी स्कूल के बच्चों को पढ़ाता हूं' : वैसे, सोनू हमउम्र के बच्चो को ट्यूशन भी पढ़ाता है. ट्यूशन से पैसे मिले उससे वह एंड्रायड फोन खरीद लिया, जिससे वह यू ट्यूब पर जानकारी हासिल कर सके. बेबाकी से सोनू कहता है कि सरकारी स्कूल के शिक्षकों में योग्यता की कमी है. उन्हे जानकारी कम है. इस कारण सरकारी स्कूल के बच्चों को पढ़ाता हूं. वह बताता है कि वह यू ट्यूब के जरिए आगे की पढ़ाई पूरी कर चुका है. सोनू की दिलचस्पी सभी विषयों में है.

बच्चों को देता है ट्यूशन, लेता है 100 रुपए फीस: सोनू बताता है कि उससे सीखने के लिए 30 बच्चे आते हैं, जिनसे वह प्रति माह के हिसाब से 100 रुपए लेता है. इससे उन बच्चों की पढ़ाई हो जा रही है और मुझे भी आर्थिक मदद मिल जाती है. उन्होंने यह भी बताता कि कई बच्चे पैसे भी नहीं देते. भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी बनने के सपने संजोए सोनू मदद के लिए मिल रहे ऑफर से खुश तो है, लेकिन कहता है कि उसे ऐसी मदद नहीं चाहिए, उसे मदद अधिकारी बनने तक चाहिए. उसकी मां भी अपने बच्चे को अधिकारी के रूप में देखना चाहती है. बता दें कि ग्रामीण बताते हैं कि बचपन से सोनू तेज तर्रार है. पिता दूध बेचने का काम करते हैं तो माता लीला देवी निरक्षर हैं.

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नालंदा (बिहारशरीफ) : बिहार में नालंदा जिले के नीमा कौल गांव का रहने वाला सोनू नाम का बच्चा इन दिनों सुर्खियों में है. क्योंकि उसने सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के सामने अपनी पढ़ाई (Sonu pleaded for his education) और शराबबंदी के बावजूद पिता के शराब पीने की बात उठाई. 5वीं क्लास में पढ़ने वाला सोनू पढ़-लिखकर आईएएस बनना चाहता है लेकिन घर की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं कि वह प्राइवेट स्कूल में पढ़ सके. वैसे, सोनू की पढ़ाई के प्रति दिलचस्पी को इससे भी समझा जा सकता है कि वह गांव में ही अपने हमउम्र को पढ़ाता भी है.

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सोनू की मदद को आगे आईं गौहर खान : किसी भी सवाल का बेझिझक जवाब देने वाले सोनू के वीडियो को देखने के बाद कई लोग उसकी मदद के लिए सामने आ रहे हैं. सोनू की इस गुहार के बाद बॉलीवुड (Bollywood Come For Help of Sonu) की हस्तियां उसकी मदद के लिए आगे आई हैं. एक्ट्रेस और मॉडल गौहर खान ने कहा कि सोनू एक उज्जवल और होनहार बच्चा है जिसके पास एक विजन है. गौहर खान ने सोनू की मदद करने की बात करते हुए कहा कि हमलोगों को इसकी मदद (gauhar khan came forward to help sonu) करनी चाहिये. उन्होंने सोनू की मदद के लिये ट्विटर पर लोगों से उसके बारे में जानकारी मांगी है.

एक्ट्रेस पूजा भट्ट ने लिखा : यही नहीं, सोनू की मदद के लिए कई निजी संस्थाएं भी सामने आई हैं. उन्होंने सोनू की पढ़ाई-लिखाई का खर्च उठाने की बात कही है. एक्ट्रेस पूजा भट्ट ने अपने सोशल मीडिया (Social Media) पर वीडियो पोस्ट कर कहा कि जब कोई बच्चा टूटी व्यवस्था को समझने की कोशिश करता है और ऐसी विकट परिस्थितियों से गुजरता है तो वो तबाह हो जाता है. सिंगर विशाल ददलानी ने अपने ट्विटर अकाउंट से बच्चे की डिटेल्स मांगी. अपने पोस्ट में विशाल ने कहा कि इस बच्चे की शिक्षा के लिए वो बेहतर व्यवस्था करेंगे.

CM नीतीश से लगाई थी पढ़ाई के लिए मदद की गुहार : दरअसल, सीएम नीतीश कुमार शनिवार को अपनी दिवंगत पत्नी मंजू सिन्हा की 16वीं पुण्यतिथि के मौके पर नालंदा के कल्याण बिगहा गांव पहुंचे थे. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कई लोगों की समस्याएं सुनीं. इस कार्यक्रम में11 साल का सोनू भी पहुंचा था. नीतीश जब लोगों से मिल रहे थे. इसी दौरान 'सर! सुनिए न प्रणाम… भीड़ से आई एक बच्चे की आवाज सुनकर नीतीश कुमार भी चौंक गए. नीतीश की नजरें जैसे ही बच्चे की तरफ गई. बच्चा (सोनू) मुख्यमंत्री से हाथ जोड़कर कहने लगा ''सर, सुनिए न..प्रणाम, हमको पढ़ने के लिए हिम्मत दीजिए...गार्जियन नहीं पढ़ाते हैं. पापा दही की दुकान से जो भी कमाते हैं उसे शराब पीने में लगा देते हैं.''

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सरकारी स्कूल की खोली थी पोल : बच्चे ने सीएम नीतीश के आंखों में आंखें डालकर शिक्षा की बदहाली की बात बताई. उसने कहा कि अगर सरकार मदद करे तो वो भी पढ़ लिखकर आईएएस, आईपीएस बनना चाहता है. सोनू ने सीएम नीतीश से कहा कि सरकारी स्कूल में शिक्षा की स्थिति बद से बदतर है. इसके बाद मुख्यमंत्री ने तत्काल उपविकस आयुक्त को उसकी आगे की पढ़ाई का जिम्मा सौंप देते हैं. बता दें कि सोनू बिहार के नालंदा जिले के हरनौत प्रखंड के नीमा कौल गांव का रहने वाला है.

'इसलिए सरकारी स्कूल के बच्चों को पढ़ाता हूं' : वैसे, सोनू हमउम्र के बच्चो को ट्यूशन भी पढ़ाता है. ट्यूशन से पैसे मिले उससे वह एंड्रायड फोन खरीद लिया, जिससे वह यू ट्यूब पर जानकारी हासिल कर सके. बेबाकी से सोनू कहता है कि सरकारी स्कूल के शिक्षकों में योग्यता की कमी है. उन्हे जानकारी कम है. इस कारण सरकारी स्कूल के बच्चों को पढ़ाता हूं. वह बताता है कि वह यू ट्यूब के जरिए आगे की पढ़ाई पूरी कर चुका है. सोनू की दिलचस्पी सभी विषयों में है.

बच्चों को देता है ट्यूशन, लेता है 100 रुपए फीस: सोनू बताता है कि उससे सीखने के लिए 30 बच्चे आते हैं, जिनसे वह प्रति माह के हिसाब से 100 रुपए लेता है. इससे उन बच्चों की पढ़ाई हो जा रही है और मुझे भी आर्थिक मदद मिल जाती है. उन्होंने यह भी बताता कि कई बच्चे पैसे भी नहीं देते. भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी बनने के सपने संजोए सोनू मदद के लिए मिल रहे ऑफर से खुश तो है, लेकिन कहता है कि उसे ऐसी मदद नहीं चाहिए, उसे मदद अधिकारी बनने तक चाहिए. उसकी मां भी अपने बच्चे को अधिकारी के रूप में देखना चाहती है. बता दें कि ग्रामीण बताते हैं कि बचपन से सोनू तेज तर्रार है. पिता दूध बेचने का काम करते हैं तो माता लीला देवी निरक्षर हैं.

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